कैसे चमगादड़ बिना बीमार हुए फैला रहा है कोरोना वायरस, रिसर्च में हुआ खुलासा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग बीमार हैं। वैज्ञानिकों ने आखिर पता लगा लिया कि चमगादड़ में कोरोना वायरस होता है, मगर वो बीमार क्यों नहीं पड़ते। जरनल साइंटफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) और सार्स-CoV-2 वायरस जिसे कोरोना वायरस की श्रेणी में रखा जाता है, वह चमगादड़ में पाया जाता है। इंसानों में इस वायरस के प्रवेश करते ही यह उनके इम्यून सिस्टम को खत्म कर देता है जिसे इंसान की जान चली जाती है। मगर चमगादड़ में ऐसा कोई प्रभाव नहीं देखा जाता।
Recommended Video
वायरस चमगादड़ को बीमार नहीं करता
कनाडा की यूसैक यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट विक्रम मिश्रा ने कहा कि, चमगादड़ों में यह वायरस जरूर पाया जाता है मगर वो बीमार नहीं पड़ते। हम जानना चाहते थे कि MERS वायरस चमगादड़ के इम्यून सिस्टम को नुकसान क्यों नहीं पहुंचाता, जबकि मानव के लिए यह घातक साबित होता है। स्टडी में पाया गया कि, एमईआरएस वायरस मानव सेल्स को तो खत्म कर देता है मगर चमगादड़ के सेल्स को नहीं। यानी कि वह चमगादड़ के इम्यून सिस्टम के साथ मिलकर काम करता है।
बहुत तेजी से बदलता है वायरस का प्रारूप
उन्होंने कहा कि, जब एक चमगादड़ अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को तनाव का अनुभव होता है, तो यह इस प्रतिरक्षा प्रणाली-वायरस संतुलन को बाधित करता है और वायरस की विस्तार होना शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि, हम देखते हैं कि एमईआरएस कोरोनो वायरस बहुत तेजी से खुद को एक विशेष स्थान पर ढाल सकते हैं, और हालांकि हम पूरी तरह से समझ नहीं पाते हैं कि यह क्या चल रहा है, यह दर्शाता है कि ये वायरस एक प्रजाती से दूसरी प्रजाती में आसानी से पहुंच जाता।
वायरस के अनकूल हो जाते हैं चमगादड़
शोधकर्ताओं ने कहा, कोरोना वायरस के संपर्क में आने पर चमगादड़ सेल्स अनुकूल नहीं होने के कारण सूजन पैदा करने वाले प्रोटीन का उत्पादन करते हैं, जो प्राकृतिक एंटीवायरल का काम करता है। जबकि मुनष्यों में इस तरह की कोई प्रक्रिया नहीं होती है।'
VIDEO: फर्श पर तड़प रही मछलियों की कुत्ते ने बचाई जान, लोग बोले- गुड बॉय