
सऊदी अरब में हैलोवीन मना तो भड़के मुसलमान, बोले- ईसाईयों का पर्व मनाने वालों, अल्लाह से डरो
इस्लामिक देशों के अगुआ माने जाने वाले सऊदी अरब में तीन दिनों तक हैलोवीन उत्सव मनाया गया। रूढ़िवादी देशों में शुमार रहे इस देश में पश्चिमी देशों के त्यौहार मनाए जाने से जहां एक तरफ आश्चर्य का माहौल है वहीं मुस्लिमों ने इसकी आलोचना शुरू कर दी है। दिलचस्प बात ये है कि कुछ साल पहले तक सऊदी अरब में ऐसे उत्सवों के बारे में सोचना भी किसी बड़े गुनाह से कम नहीं था। लेकिन मोहम्मद बिन सलमान के क्राउन प्रिंस बनने के बाद से ही सऊदी अरब अपनी मान्यताओं को लेकर काफी नरम हुआ है।

पहली बार सऊदी में मनाया गया हैलोवीन
साल 2018 में एक पार्टी में पुलिस ने छापामार कर हैलोवीन मना रहे कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसी देश में सार्वजनिक रूप से हैलोवीन मनाया जा रहा है। सऊदी सरकार ने इसकी अनुमति भी दी थी। राजधानी रियाध के कई इलाकों में यह फेस्टिवल मनाया गया। इस दौरान सड़कों पर दूर-दूर तक शैतान के रूप में घूम रहे लोग नजर आए हालांकि लोगों को सऊदी सरकार का यह फैसला पसंद नहीं आ रहा है।

हैलोवीन को लेकर छिड़ गया विवाद
हैलोवीन त्यौहार मनाने को लेकर एक नया विवाद छिड़ गया है, और अब यह हराम और हलाल का मुद्दा बन गया है। काफी संख्या में लोगों ने इसे हराम करार देते हुए इसे गलत बताया है। कुछ लोगों का कहना था कि जिस देश में नबी पैगंबर मुहम्मद का जन्मदिन मनाने की अनुमति नहीं है, वह सड़कों पर हैलोवीन मना रहा है। वहीं एक अन्य यूजर ने ट्विटर पर लिखा कि, 'मैंने देखा कि इस साल काफी संख्या में मुस्लिम लोग हैलोवीन मना रहे हैं। एक मुस्लिम होने के नाते हैलोवीन मनाने पर प्रतिबंध है, अल्लाह हम सबको माफ करे।'

कयामत अब दूर नहीं है...
वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि सऊदी अरब में अगर हैलोवीन मनाया जा रहा है तो इसका मतलब कयामत अब दूर नहीं है। यूजर ने कहा कि हमारे पैगंबर के पारंपरिक पोशाक को शैतानी मास्क के साथ पहना जा रहा है, यह कोई मजाक की चीज नहीं है। एक यूजर ने लिखा है कि पूरी दुनिया जानती है कि इस्लाम क्या है, फिर तुम क्यों इस्लाम के खिलाफ जा रहे हो? सऊदी में हैलोवीन शुरू मत करो और अल्लाह से डरो।

पश्चिमी देशों में मनाया जाने वाला त्यौहार है हैलोवीन
बतादें कि हैलोवीन पश्चिमी देशों में मनाया जाने वाला ईसाई धर्म के लोगों से जुड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार में मृत आत्माओं की शांति के लिए भूत-पिशाचों की पूजा की जाती है। इस त्यौहार में लोग भूत बनने के लिए डरावनी और अजीबो-गरीब गेटअप चुनते हैं। इसके बाद देर रात तक लोग घरों से बाहर कहीं जमा होकर इसे सेलिब्रेट करते हैं। इस पर्व को सबसे पहले करीब 2 हजार साल पहले यूरोप के सेल्ट समुदाय के लोगों द्वारा मनाया गया था। भारत में यह त्यौहार मनाए जाने का चलन शुरू हुआ है। हालांकि यह अभी उच्च वर्ग के लोगों तक ही सीमित है।
Malam tadi sambutan Halloween di Arab Saudi. Itu Nabi kata, kalau they masuk sampai lubang biawak pun kamu akan ikut. Tanda akhir zaman. pic.twitter.com/rWa3obFXXd
— Abudi Alsagoff (@AbudiAlsagoff) October 30, 2022
Happy #Halloween
📸from #SaudiArabia & #Egypt
It is really interesting to see such a purely American holiday being exported to and celebrated by countries in the Middle East!
👉The United States has not withdrawn from the Middle East, yet! pic.twitter.com/hclwNvOU6H
— Dalia Ziada - داليا زيادة (@daliaziada) October 30, 2022