यूक्रेन ने ठुकराया रूस का अल्टीमेटम तो भड़के पुतिन, शांति प्रस्ताव खारिज, भीषण मिसाइलों की बारिश
रूस ने यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी को युद्ध की शुरूआत की थी और 10 महीने बीत जाने के बाद भी युद्ध अपने नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। वहीं, रूस ने कहा है, कि अमेरिका युद्ध के मैदान में रूस को हराना चाहता है।
Russia-Ukraine War: साल 2022 का आखिरी हफ्ता चल रहा है और पूरी दुनिया में नये साल का जश्न मनाने की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन यूक्रेनी शहर रूसी हमलों से दहल रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार के मुताबिक, आज सुबह से रूस ने यूक्रेनी राजधानी कीव समेत कई शहरों में जमकर मिसाइलों की बारिश की है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी कीव समेत कई शहरों में धमाकों की आवाज सुनी गईं हैं, जिसके बाद यूक्रेनी शहरों में रेड अलर्ट से सायरन सुने गये हैं।
यूक्रेनी शहरों पर भीषण हमले
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने फेसबुक पर लिखा है कि, "एक विशाल हवाई हमला किया गया है। मिसाइलों के कई लहर में 100 से ज्यादा मिसाइल गिराए गये हैं।" रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी हमले के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव, ज़ाइटॉमिर और ओडेसा में धमाकों की आवाज़ सुनी गई हैं। रॉयटर्स और स्थानीय मीडिया ने सूचना दी है, कि किसी भी तरह के संभावित नुकसान को बढ़ने से रोकने के लिए ओडेसा और निप्रॉपेट्रोस क्षेत्रों में बिजली कटौती की घोषणा की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी शांति प्रस्ताव को रूस ने खारिज कर दिया है और उसके बाद ही रूस की तरफ से यूक्रेन पर भारी हमले किए गये हैं।
शांति प्रस्ताव को क्यों किया खारिज?
यूक्रेन ने रूस को जो शांति प्रस्ताव भेजा है, उसके बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है, कि रूस किसी भी हाल में उस प्रस्ताव को मान नहीं सकता था। मास्को जोर दे रहा है, कि कीव, यूक्रेन के चार क्षेत्रों के रूस में विलय को स्वीकार करे। जेलेंस्की 10 सूत्री शांति योजना को जोर-शोर से आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें रूस को यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने और अपने सैनिकों को वापस बुलाने की मांग रखी गई है। रूस ने बार बार जो देकर कहा है, कि वो यूक्रेनी नागरिकों को निशाना नहीं बना रहा है, जबकि यूक्रेन का आरोप है कि, रूस लगातार यूक्रेनी शहरों, कस्बों और देश के बुनियादी ढांचों को नष्ट कर रहा है। बुधवार को रूसी गोलाबारी खेरसॉन शहर के एक अस्पताल के प्रसूति विभाग में की गई है। वहीं, यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि, कर्मचारियों और मरीजों को एक आश्रय स्थल में ले जाया गया है। आपको बताा दें कि, खेरसॉन शहर को पिछले महीने ही यूक्रेन ने रूस से आजाद करवाया है, जिसपर रूस लगाता बमबारी कर रहा है।
जेलेंस्की अभी भी भर रहे हुंकार
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने अपने वीडियो संबोधिन में कहा है, कि 'हम हारे नहीं हैं, हां, हमारे सामने मुश्किल वर्ष जरूर है।' उन्होंने यूक्रेनी लोगों से एक दूसरे को गले लगाने, दोस्त बनाने और सहयोग का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने कहा, "हमने अपनी मानवता नहीं खोई है, हालांकि हमने भयानक महीने झेले हैं, लेकिन हम मानवता को नहीं भूलेंगे।" वहीं, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने बुधवार को कहा कि, रूस ने खेरसॉन और ज़ापोरिज़्ज़िया के आसपास 25 से ज्यादा बस्तियों पर गोलाबारी की है। डोनेट्स्क के पूर्वी प्रांत में यूक्रेन के कब्जे वाले शहर बखमुत और इसके उत्तर में लुहांस्क में स्वातोव और क्रेमिना के शहरों के आसपास भारी लड़ाई जारी है, जहां यूक्रेनी सेना रूसी रक्षात्मक रेखाओं को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
राजधानी में भारी बिजली संकट
गुरुवार की सुबह यूक्रेन में मिसाइलों की एक ताजा बौछार के बाद, कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने कहा है, कि राजधानी कीव में 40 प्रतिशत लोग अब बिना ऊर्जा के हैं। उन्होंने टेलीग्राम पर कहा कि, "मिसाइल हमले के बाद राजधानी के 40 प्रतिशत उपभोक्ता बिना बिजली के हैं। बिजली इंजीनियर फिलहाल बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम कर रहे हैं"। उन्होंने कहा कि, "कीव के ऊर्जा संयंत्र हमेशा उन घरों को हीट और पानी की सप्लाई करते हैं, जिनके पास अपनी सुविधाएं नहीं हैं, लिहाजा ऐसे घर परेशान हैं।" वहीं, कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने ये भी दावा किया है, कि यूक्रेन ने रूस के "16 मिसाइलों" को कीव के ऊपर आसमान में मार गिराया गया है।
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