रूस-यूक्रेन जंग को लेकर UN में भारत ने फिर जताई चिंता, कहा-हम तनाव कम करने की कोशिश में लगे हैं
रूस-यूक्रेन जंग को लेकर UN में भारत ने फिर जताई चिंता, कहा-हम तनाव कम करने की कोशिश में लगे हैं
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में फिर से रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा रूस-यूक्रेन जंग को लेकर हम चिंतित हैं। रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत यूक्रेन की स्थिति और नागरिक बुनियादी ढांचे को टारगेट किए जाने को लेकर चिंता में है। भारत यूक्रेन की स्थिति और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने को लेकर चिंतित है। भारत ने लगातार शत्रुता को खत्म करने और बातचीत से इस मुद्दे को हल करने की कोशिश की है। हम डी-एस्केलेशन में सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हम तनाव कम करने के सभी कोशिश में लगे हुए हैं।
रुचिरा कंबोज ने कहा, यूक्रेन-रूस के संघर्ष का प्रभाव केवल यूरोप तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर ग्लोबल हो रहा है। इसकी वजह से ग्लोबल साउथ में भी गंभीर आर्थिक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। हम कोरोना लॉकडाउन की वजह से गंभीर तनाव के बाद युद्ध से ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा पर बढ़ती चिंताओं को देख रहे हैं।
इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, हमें बहुत उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा दी गई काला सागर अनाज और उर्वरक पैकेज डील को आने वाले दिनों में सभी पक्षों द्वारा सभी पहलुओं में ईमानदारी से लागू किया जाएगा।
इधर रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका के टॉप जनरल ने कहा है कि यूक्रेन रूस को पूरी तरह से अपने क्षेत्र से बाहर कर देगा, इस बात की संभावना बहुत कम है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि रूस इस जंग में हर मोड़ पर विफल रहा है। ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क ने कहा, यूक्रेन एक बहुत बड़ा देश है। इसलिए रूस अगर ये सोचता है कि वह यूक्रेन को पूरी तरह से जीत लेगा और कब्जा कर लेगा तो इसकी संभावना शून्य के बराबर है। लेकिन ये भी सच है कि वर्तमान में यूक्रेन का 20 फीसदी हिस्सा रूस के कब्जे में हैं।