रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होगा? पुतिन और जेलेंस्की करेंगे इस देश के राष्ट्रपति से मुलाकात
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति सोमवार को पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बात कर सकते हैं।
मास्को, 29 मईः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के साथ बैठक कर सकते हैं। रूस और युक्रेन के मध्य शुरू हुए युद्ध के चौथे महीने में प्रवेश करने के बाद यह पहला मौका है जब इन दोनों देशों के प्रमुख नेता आपस में मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही यह भी जानकारी मिल रही है कि एदोर्गन, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी मिल सकते हैं।
क्रेमलिन प्रवक्ता ने की पुष्टि
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति सोमवार को पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बात कर सकते हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रूसी आक्रमण के बाद पहली बार रविवार को देश के युद्धग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव क्षेत्र की यात्रा की, जहां से मास्को सैनिक हाल ही में बमबारी करने के बाद पीछे हट गए थे।
रूस से बात करने की कोशिश में अमेरिका
यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका ने रूस से सारे संपर्क तोड़ लिए थे। लेकिन, पिछले 15 दिनों में अमेरिका ने फिर से रूस से बात करनी शुरू कर दी है। 19 मई को अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिले ने अपने रूसी समकक्ष जनरल वालेरी गेरासिमोव को फोन किया था। हालांकि, उस चर्चा का विवरण सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह युद्धविराम के लिए अमेरिका की तरफ से की गई एक और बड़ी कोशिश थी।
मानने के मूड में नहीं है तुर्की
वहीं, आज तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने एक बार फिर से नाटो में फिनलैंड और स्वीडन को शामिल न होने देने की अपनी बात दोहराई है। एर्दोगन ने कहा कि जब तक वह तुर्की के राष्ट्रपति हैं, फिनलैंड और स्वीडन का नाटो में शामिल किए जाने का समर्थन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने दोहराया कि ये दोनों देश आतंकवाद का समर्थन करते हैं।
फिनलैंड-स्वीडन ईमानदार नहीं
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि ये दोनों देश ईमानदार नहीं हैं। हमने इन दोनों देशों को नाटो में अनुमति न देने की कसम खाई है। एर्दोगन का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को लेकर तुर्की की आपत्तियों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।