यूक्रेनी राष्ट्रपति ने बिना वजह बताए टॉप कमांडर को किया बर्खास्त, जेलेंस्की का तानाशाही चेहरा आया सामने?
कई एक्सपर्ट्स का कहना है, जेलेंस्की ने भले ही खुद को पुतिन के सामने पीड़ित की तरह पेश किया है, लेकिन असल में वो पुतिन जैसे ही तानाशाह नेता हैं और पश्चिम के दम पर उन्होंने लोकतंत्र को पॉकेट में रखा हुआ है।
Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की के ऊपर अकसर तानाशाही के आरोप लगते रहे हैं और ऐसा लग रहा है, कि अब उनका तानाशाही चेहरा जमाने के सामने आने लगा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की ने रविवार को यूक्रेन के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर को बिना कोई वजह बताए उनके बद से बर्खास्त कर दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपने इस फैसले के पीछे कोई कारण नहीं बताया है।
कमांडर को क्यों किया बर्खास्त?
रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी कमांडर देश के संकटग्रस्त हिस्से में रूसी सैनिकों के खिलाफ चल रही लड़ाई का नेतृत्व कर रहा था, जिसे अब पद से हटा दिया गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमीर ने सिर्फ एक लाइन के आदेश पर हस्ताक्षर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, कि यूक्रेन की संयुक्त सेना के कमांडर एडुआर्ड मोस्काल्योव को उनके पद से बर्खास्त किया जाता है। कमांडर एडुआर्ड मोस्काल्योव डोनबास क्षेत्र में लड़ाई का मोर्चा संभाल रहे थे, जहां रूस का कब्जा है। आपको बता दें, कि शुक्रवार को अपने दैनिक संबोधन के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपने कमांडर एडुआर्ड मोस्काल्योव के नाम का भी जिक्र किया था, जब उन्होंने बताया था, कि उन्होंने किन सैन्य अधिकारियों से बात की है। आपको बता दें, कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण करने के कुछ ही समय बाद मार्च 2022 से ही मोस्काल्योव इस पद पर तैनात थे।
जेलेंस्की का तानाशाह चेहरा?
हैरानी की बात इसलिए है, क्योंकि सेना के इतने बड़े कमांडर को एक लाइन लिखकर बर्खास्त कर देना, किसी के गले नहीं उतर रहा है। जबकि, कई एक्सपर्ट इस बात का जिक्र कर चुके हैं, कि राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की, तानाशाही में पुतिन से एक कदम भी पीछे नहीं हैं। वहीं, सैन्य कमांडर को बर्खास्त करने के बाद ना तो यूक्रेनी सेना की तरफ से एक भी शब्द कहा गया है और ना ही सेना के ट्वीटर अकाउंट से ही उनकी बर्खास्तगी के बारे में एक शब्द कहा गया है। आपको बता दें, कि रूसी सेना डोनबास बनाने वाले दो पूर्वी क्षेत्रों पर कब्जा करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है, और ज़ेलेंस्की ने हाल के हफ्तों में पूर्व क्षेत्र में सैन्य स्थिति को कठिन और दर्दनाक बताया है।
डोनबास पर है रूस का नियंत्रण
आपको बता दें, कि डोनबास क्षेत्र पर रूस का नियंत्रण है और ये क्षेत्र रूसी विद्रोहियों का बाहुल्य क्षेत्र है और अब इसके आसपास के इलाकों पर भी रूस अपना नियंत्रण करना चाहता है। डोनबास के ही दो क्षेत्र डोनेत्सक और लुहान्सक को रूस ने दो अलग अलग देश घोषित कर दिया था और इन दोनों देशों को बचाने के नाम पर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए थे। वहीं, एक फेसबुक पोस्ट में यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा है, कि रूसी सैनिकों ने रविवार को बखमुत क्षेत्र में कई असफल हमले किए हैं।