बाइडेन ने किया इंग्लैंड का अपमान! व्हाइट हाउस से हटाई गई विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा को व्हाइट हाउस से हटाया। ब्रिटिश मीडिया ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के इस कदम को पूर्व प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल का अपमान बताया है
No sign of Winston Churchill in White House: वांशिगटन: व्हाइट हाउस (White House) में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) 20 जनवरी को आ चुके हैं और अब उनकी इच्छा के मुताबिक व्हाइट हाउस को सजाया जा रहा है। राष्ट्रपति बाइडेन सबसे ज्यादा ध्यान अपने ओवल ऑफिस पर दे रहे हैं। राष्ट्रपति बाइडेन के ओवल ऑफिस में उनकी पसंद के अनुसार अमेरिकी इतिहास के प्रतिष्ठित नेताओं की तस्वीर लगाई गई है। मगर विवाद हुआ है, इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री और नोवेल प्राइज विजेता विन्सटन चर्चिल (Winston Churchil) की प्रतिमा हटाने को लेकर। व्हाइट हाउस से विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा हटाने को ब्रिटिश मीडिया ने अपमान बताया है।
विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा हटाई गई
व्हाइट हाउस को राष्ट्रपति जो बाइडेन की पसंद के मुताबिक सजाने के बाद अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने व्हाइट हाउस को अंदर से देखा। इस दौरान राष्ट्रपति के ओवल ऑफिस का संचालन देखने वाली एशली विलियम्स ने वाशिंगटन पोस्ट से कहा कि ''अमेरिका के राष्ट्रपति का दफ्तर ऐसा दिखना चाहिए मानो वो एक कमरे में बैठकर पूरे अमेरिका को देख रहे हों। राष्ट्रपति के दफ्तर से ये संदेश जाना चाहिए कि असल में वो कैसे राष्ट्रपति हैं''
व्हाइट हाउस से विंन्सटन चर्चिल की प्रतिमा को हटा दिया गया है। विन्सटन चर्चिल इंग्लैंड के राजनीतिज्ञ, नोबेल पुरस्कार विजेता और 1940 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। विन्सटन चर्चिल प्रधानमंत्री होने के साथ साथ इतिहासकार, लेखक और कलाकार भी थे।
'विन्सटन चर्चिल का किया अपमान'
व्हाइट हाउस में विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा को लाया और हटाया जाता रहा है। अमेरिका के पिछले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप विन्सटन चर्चिल की प्रतिमा को लेकर व्हाइट हाउस आये थे। और उन्होंने चर्चिल की प्रतिमा को अपने ऑफिस में रखवाया था। विन्सटन चर्चिल की मूर्ति इंग्लैंड ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ड डब्ल्यू बुश को उपहार में दी थी, मगर राष्ट्रपति बनने के बाद बराक ओबामा ने चर्चिल की प्रतिमा को दफ्तर से हटवा दिया था। लेकिन, जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने तो वो दोबारा चर्चिल की मूर्ति को व्हाइट हाउस ले आए थे।
ओबामा ने जब चर्चिल की प्रतिमा को हटवाया था तब इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा था कि केन्या के राष्ट्रपति के पैतृक पसंद नहीं होने की वजह से ओबामा ने चर्चिल की प्रतिमा को व्हाइट हाउस से हटवाया है। हालांकि, इस बार जब चर्चिल की प्रतिमा को जो बाइडेन ने अपने दफ्तर से हटवाया है, तो ब्रिटिश मीडिया ने इसे विन्सटन चर्चिल का अपमान करार दिया है। वहीं, व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने चर्चिल की प्रतिमा को हटाने पर कहा कि ओलव ऑफिस राष्ट्रपति का प्राइवेट दफ्तर होता है, और ये राष्ट्रपति पर निर्भर करता है कि वो अपने दफ्तर में क्या रखें और क्या नहीं।
किन-किन नेताओं की तस्वीर हटाई गई
राष्ट्रपति जो बाइडेन के ओवल ऑफिस से कई नेताओं की तस्वीरों को हटा दिया है। ओवल ऑफिस से अमेरिका के सातवें राष्ट्रपति एंड्र्यू जैक्सन की तस्वीर तो हटा दिया गया है। बताया जाता है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति एंड्र्यू जैक्सन में अपनी छवि देखते थे, हालांकि जैक्सन पर कभी भी महाभियोग प्रस्ताव नहीं लाया गया था।
राष्ट्रपति के ऑफिस में किन किन नेताओं की तस्वीर
वहीं, राष्ट्रपति के ओवल ऑफिस में कई वैज्ञानिकों की तस्वीर भी लगाई गई है। राष्ट्रपति के ऑफिस में अमेरिकन दार्शनिक और वैज्ञानिक बेंजामिन फ्रैंकलिन की तस्वीर लगाई गई है। बेंजामिन फ्रैंकलिन को 'अमेरिका का संस्थापक' भी कहा जाता है। कहा जा रहा है कि बेंजामिन फ्रैंगलिन की तस्वीर लगाकर राष्ट्रपति ने वैज्ञानिक सोच रखने का संदेश दिया है। अमेरिका के नागरिक अधिकार आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले मार्टिन लूथर किंग और रॉबर्ड एफ केनेडी की तस्वीरें भी राष्ट्रपति के ओवल ऑफिस में लगाई गई है। इन दोनों नेताओं का जिक्र जो बाइडेन ने चुनाव प्रचार के दौरान भी कई बार किया था। राष्ट्रपति बायडेन के दफ्तर में अब्राहम लिंकन, जॉर्ड वाशिंगटन और थॉमस जेफरसन की तस्वीर भी लगाई गई है।
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