ओमान में पीएम: मस्कट में पीएम मोदी ने किए 109 वर्ष पुराने इस शिव मंदिर के दर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया है। अब पीएम मोदी आज ओमान की राजधानी मस्कट में स्थित 109 वर्ष पुराने शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएंगे। इस मंदिर को मोतीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
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मस्कट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया है। इसके बाद पीएम मोदी ने आज ओमान की राजधानी मस्कट में स्थित 109 वर्ष पुराने शिव मंदिर में दर्शन किए। इस मंदिर को मोतीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। पीएम मोदी दो दिवसीय खाड़ी देशों की यात्रा पर हैं और यूएई के बाद अब वह मस्कट में हैं। पीएम मोदी ओमान के सुल्तान से रविवार को कई विषयों पर चर्चा की और इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग सहित आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण पर यहां पहुंचे मोदी ने कबूस बिन साद अल साद के साथ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की अगुवाई की। इस दौरान व्यापार और निवेश, ऊर्जा ,रक्षा, सुरक्षा ,खाद्य सुरक्षा तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत हुई।
सुल्तान के महल के करीब है मंदिर
पीएम मोदी सोमवार को जिस शिव मंदिर के दर्शन करेंगे वह सुल्तान के महल से करीब ही है और सीब एयरपोर्ट से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का गुजरात से भी गहरा नाता है। बताया जाता है कि इस मंदिर को कच्छ से आए भाटिया व्यापारियों ने निर्मित कराया था जो मस्कट में सन् 1507 में जाकर बस गए थे। मस्कट में आज भी इस समुदाय की ताकत और उसका प्रभुत्व आसानी से देखा जा सकता है। भारत के बाहर मस्कट को गुजराती व्यापारियों का पहला घर करार दिया जाता है।
मंदिर में पूरे साल रहता है पानी
मस्कट पूरी तरह से रेगिस्तान है लेकिन यहां के इस शिव मंदिर में पूरे साल पानी रहता है। महाशिवरात्रि के दौरान यहां पर 20,000 से ज्यादा हिंदू इकट्ठा होते हैं। इस मंदिर में तीन देव हैं आदि मोतीश्वर महादेव, महादेव और हनुमानजी। शिवरात्रि के अलावा यहां पर बसंत पंचती, रामनवमी, हनुमान जयंती, सावन और गणेश चतुर्थी के मौके पर भी काफी भीड़ रहती है। मस्कट में बसे हिंदुओं को यह मंदिर और करीब लाता है। इस मंदिर में तीन पुजारियों के अलावा तीन सपोर्ट स्टाफ और चार प्रशासनिक कर्मी हैं। इसके अलावा कई तरह के वॉलेंटियर्स भी हैं जो हर पल अपनी सेवाएं देते हैं।
16वीं सदी से मस्कट में बन रहे मंदिर
यहां पर स्थित मंदिरों और मठों को देखकर आप इस बात का अंदाजा भी लगा सकते हैं। ज्यादातर मंदिरों का निर्माण 16वीं सदी से शुरू हुआ था। इतिहास की मानें तो 19वीं सदी में यहां पर गुजराती परिवारों ने कई तरह के काम किए। गुजराती परिवारों का ही दबाव था कि ओमान के सुल्तान सैयद सैद को अपनी राजधानी जाजींबार से मस्कट स्थानांतरित करनी पड़ी थी।
25 हजार भारतीयों को किया संबोधित
पीएम मोदी का ओमान की मिनिस्टर काउंसिल के उपप्रधानमंत्री सैद फहद बिन महमूद अल सैद ने रविवार को जबरदस्त स्वागत किया। पीएम मोदी ने मस्कट में 25 हजार भारतीय समुदाय को लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इससे पहले सुल्तान काबूस ग्रैंड मस्जिद का भी दौरा किया। मस्कट में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार के चार साल हुए, लेकिन कोई नहीं कहता मोदी कितना ले गया। भारत में अब बदलाव की बयार चल रही है। सरकार की नीतियां लोगों तक पहुंच रही हैं।