Pakistani Rupee: पाकिस्तानी रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर आकर गिरा, जानिए 5 साल में कैसे हुआ बर्बाद?
25 जनवरी को पाकिस्तानी रुपये का मूल्य डॉलर के मुकाबले 1:230 था। एक सप्ताह में पाकिस्तानी रुपया डॉलर की तुलना में चालीस रुपया बढ़ चुका है। अब पाकिस्तान में एक डॉलर की कीमत 270 रुपये के पार पहुंच चुकी है।
Image: ANI
पाकिस्तान पर आर्थिक संकट के बादल हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। लगातार बढ़ती महंगाई और उत्पादों की कमी की वजह से वहां के लोगों की हालत बद से बदतर होते जा रही है। आज पाकिस्तान की उम्मीदों को और झटका लगा और पहली बार कल डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया। डॉलर की बढ़ती कीमत साफ संकेत दे रही है कि पाकिस्तान का बंटाधार होना अब तय है। मुल्क के मुस्तकबिल में दिवालियापन की इबारत लिखी जा चुकी है। पाकिस्तान में एक डॉलर की कीमत 270 रुपये के पार पहुंच चुकी है।
7 दिन में 40 रुपये बढ़ा पाकिस्तानी रुपया
25 जनवरी को पाकिस्तानी रुपये का मूल्य डॉलर के मुकाबले 1:230 था। एक सप्ताह में पाकिस्तानी रुपया डॉलर की तुलना में चालीस रुपया बढ़ चुका है। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, 7 अरब डॉलर की विस्तारित कोष सुविधा के तहत लंबित नौवीं समीक्षा को पूरा करने के लिए IMF के साथ बातचीत के बीच गुरुवार को पाकिस्तानी रुपये ने डॉलर के मुकाबले अपना आधार खो दिया। इंट्राडे ट्रेड के दौरान रुपये में 1.17 रुपये की गिरावट आई और यह 270 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले बुधवार को रुपया 268.83 रुपये पर बंद हुआ था।
बाजार का भरोसा डगमगाया
पूंजी बाजार विशेषज्ञ साद अली ने जियो न्यूज को बताया कि सरकार द्वारा IMF को पेश किए गए सर्कुलर डेट मैनेजमेंट प्लान को खारिज करने की खबरों से बाजार का भरोसा डगमगाया है। अली ने कहा कि इन रिपोर्टों ने चल रही सरकार-IMF वार्ता में अड़चन की संभावना के बारे में संदेह पैदा किया। इस बीच, IMF ने पाकिस्तान के संशोधित सर्कुलर डेट मैनेजमेंट प्लान को खारिज कर दिया है। IMF ने संशोधित सर्कुलर डेट मैनेजमेंट प्लान को "अवास्तविक" कहा है, जिसे कुछ गलत धारणाओं के आधार पर बनाया गया है। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, बिजली क्षेत्र के नुकसान को सीमित करने के लिए पाकिस्तान सरकार को अपने नीतिगत नुस्खे में बदलाव करना होगा।
दो दशकों में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट
विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान रुपये को लेकर यह दो दशकों में पहली बार एक दिन में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान पर वैश्विक मुद्रास्फीति में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर देखा जा रहा है। मुद्रास्फीति की वजह से केंद्रीय बैंक दरों में वृद्धि और यूक्रेन-रूस के युद्ध से हुए आर्थिक गतिविधियों की वजह से पाकिस्तान पर दबाव बना हुआ है। वैश्विक मुद्रास्फीति 2022 में 8.8 प्रतिशत था, जो 2023 में गिरकर 6.6 प्रतिशत होने की संभवना जताई जा रही है। वहीं, 2024 में यह 4.3 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
5 सालों में तबाह हुआ पाकिस्तानी रुपया
आपको बता दें कि महज पांच साल पहले एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये का मूल्य 110 के आसपास होता था। इमरान खान के पीएम बनने के बाद स्थिति बदलनी शुरू हुई और अब यह 270 की अभूतपूर्व स्थिति पर पहुंच गया है। इमरान खान के पीएम पद से हटने के बाद स्थिति में बदलाव होने की उम्मीद जगी थी। एक डॉलर के मुकाबले 165 के आसपास जिस रुपये का मूल्य था वह जल्द ही 150 के करीब पहुंच गया था। लेकिन उसके बाद पाकिस्तानी रुपये ने ऐसा पतन दिखाया जो आज से पहले कभी नहीं देखा गया था।
धर्मगुरू जो खुद को बताता था गौतम बुद्ध का अवतार, एक ही इशारे पर 918 लोगों ने ले ली थी अपनी जान
Recommended Video