मलाला को गोली मारने का आदेश देने वाला आतंकी बना पाकिस्तानी तालिबान का नया सरगना
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन अटैक में मारा गया पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख मु्ल्ला फजलुल्ला के बाद अब मुफ्ती नूर वाली मेहसूद को नया सरगना घोषित किया गया है। यह मेहसूद वो ही कुख्यात आतंकी है, जिसने 2012 में मलाला यूसुफजई को गोली मारने का आदेश दिया था। फजलुल्ला के खात्मे के बाद 39 साल का मेहसूद अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के लिए कुख्यात हरकतों को अंजाम देगा।
मेहसूद का जन्म जून 1978 में पाकिस्तान के दक्षिणी वजीरिस्तान में हुआ था। पाकिस्तान तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने कहा कि उनके नेता फजलुल्ला की मौत हो चुकी है और उनकी जगह मेहसूद को नया चीफ बनाया गया है। इसके बाद मुफ्ती हजरतुल्ला को डिप्टी चीफ बनाया गया है।
सूत्रों की मानें तो मेहसूद दक्षिणी वजीरिस्तान के तियारजा का रहने वाला है और उसने इस्लामिक धर्म से जुड़ी कई किताबों का गहन चिंतन किया है। उसने अपनी पढ़ाई लिखाई पाकिस्तान में ही की है। बताया जाता है कि मेहसूद ने उर्दू में 'इंकलाब-ए-मेहसूद-दक्षिण वजीरिस्तान: फरंगी राज से अम्रिकी सम्राज तक' नाम से एक किताब भी लिखी है।
इसी किताब में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या का भी जिक्र किया गया है। भुट्टो की 2007 में रावलपिंडी में एक चुनावी रैली के दौरान हत्या कर दी थी। पाकिस्तानी तालिबान के इस नए सरगना पर 2014 में एक ड्रोन अटैक भी हो चुका है, जिसमें 8 आतंकी भी मारे गए थे।
मेहसूद की लोकेशन के बारे में फिलहाल किसी को पता नहीं है, लेकिन बताय जाता है कि वो अफगानिस्तान में कहीं छिपा हुआ है और वहीं से अपनी नापाक करतूतों को अंजाम दे रहा है। अमेरिका ने इसे भी ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में डाला है, जो 2009 से वो पाकिस्तान से फरार बताया जा रहा है।