धुंध के कारण अनजाने में बॉर्डर पार कर गया BSF जवान, पाकिस्तान ने एक दिन बाद लौटाया
गुरुवार शाम फ्लैग मीटिंग के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने जवान को वापस बीएसएफ अधिकारियों को सौंप दिया है। अबोहर सेक्टर में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
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पंजाब से सटी सरहद पर बुधवार सुबह घनी धुंध में चेकिंग करते समय गलती से बीएसएफ जवान पाक सीमा में प्रवेश हो गया था। इस दौरान जवान को पाकिस्तान रेंजरों ने पकड़ लिया था। गुरुवार शाम फ्लैग मीटिंग के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने जवान को वापस बीएसएफ अधिकारियों को सौंप दिया है। उधर, बीएसएफ के प्रवक्ता (डीआईजी) जालंधर ने पाक रेंजरों द्वारा बीएसएफ जवान अमित प्रसाद को छोड़ने की पुष्टि की है।
गश्त के लिए सीमा के पास गए थे जवान
बीएसएफ ने कहा कि जवानों की एक टीम को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पर गश्त के लिए भेजा गया था। जब टीम के लौटने पर एक जवान गायब मिला तो बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया गया। इसके बाद बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच एक फ्लैग मीटिंग हुई। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने शुरू में जवान को रिहा करने से इनकार कर दिया, लेकिन कमांडर स्तर की दूसरी बैठक के बाद एक समझौते पर पहुंचा। इसके बाद गुरुवार शाम करीब 5.10 बजे जवान को छोड़ा गया। अबोहर सेक्टर में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
एक
दिसंबर
को
भी
हुआ
ऐसा
ही
हादसा
एक
दिसंबर
की
सुबह
धुंध
में
चेकिंग
के
दौरान
बीएसएफ
का
एक
जवान
हेमानाथ
पाक
सीमा
में
घुस
गया
था।
उसे
पाक
रेंजर्स
ने
उसी
दिन
फ्लैग
मीटिंग
के
बाद
बीएसएफ
अधिकारियों
के
हवाले
कर
दिया
था।
खुफिया
सूत्रों
के
मुताबिक
आईबी
के
पास
बीएसएफ
जवान
जमीन
को
ऐसे
समतल
कर
देते
हैं
कि
रात
के
समय
कोई
भी
व्यक्ति
पाकिस्तान
की
तरफ
से
भारतीय
सीमा
में
प्रवेश
करता
है
तो
वहां
उसके
पांव
के
निशान
बन
जाते
हैं।
फाजिल्का
में
तैनात
बीएसएफ
बटालियन-66
का
जवान
अमित
प्रसाद
अपने
साथियों
संग
आईबी
के
साथ-साथ
वह
निशान
चेक
करने
गया
था,
इस
दौरान
घनी
धुंध
के
कारण
ये
घटना
हुई।
ठंड
के
मौसम
बढ़
जाती
है
तस्करी
पाकिस्तान
में
बैठे
नशे
के
सौदागर
ठंड
के
मौसम
में
कोहरे
का
फायदा
उठाकर
अक्सर
हथियारों
और
नशीले
पदार्थ
की
तस्करी
करते
हैं।
इसे
रोकने
के
लिए
बीएसएफ
के
जवान
इलाके
में
गश्त
करते
हैं।
ठंड
के
मौसम
में
सुबह
में
दूर-दूर
तक
धुंध
छाई
रहती
है,
जिससे
पूरे
इलाके
में
गश्त
करने
में
जवानों
को
काफी
मुश्किलों
का
सामना
करना
पड़ता
है।