अब पाकिस्तान छोड़कर नहीं जा सकते इमरान खान, बुशरा बीबी सहित PTI के 80 सदस्यों के देश छोड़ने पर लगी रोक
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के विदेश जाने पर रोक लगा दी गई है। 80 अन्य लोगों पर ये प्रतिबंध लगाया गया है। पार्टी के लोगों पर ये प्रतिबंध लगाया गया है। अब इमरान ख़ान किसी और देश में नहीं जा सकते हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सेना ने शिकंजा तेज कस दिया है। एक-एक राजनीतिक साथियों को छीनने के बाद अब इमरान खान के विदेश जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान सहित उनकी पार्टी के 80 सदस्यों को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया गया है। इस सूची में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी भी शामिल हैं।
इससे पहले बुधवार को इमरान खान ने पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है। इमरान खान ने गुरुवार को ट्विटर पर आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा, "आज सबसे बड़ी और एकमात्र संघीय पार्टी बिना किसी जवाबदेही के राज्य सत्ता के पूर्ण रोष का सामना कर रही है। 10,000 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक वरिष्ठ नेतृत्व सहित जेल में हैं और कुछ हिरासत में यातना का सामना कर रहे हैं।"
इस बीच इमरान खान ने कई प्रांतों में आर्टिकल 245 लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए इसे अघोषित मार्शल लॉ बताया है। बता दें कि पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 245 के तहत देश की रक्षा करने के लिए सेना को तैनात कर दिया जाता है।
सरकार के पंजाब, खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद में आर्टिकल 245 लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ इमरान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इमरान ने याचिका में कहा है कि सेना एक्ट 1952 के तहत नागरिकों की गिरफ्तारी, जांच और उन पर मुकदमेबाजी असंवैधानिक और अवैध है।
इमरान खान ने याचिका में कहा है कि पीटीआई के सदस्यों पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाना संविधान के आर्टिकल 17 के तहत असंवैधानिक है। इसके साथ ही इमरान खान ने 9 मई को हुई हिंसा की जांच करने के लिए आयोग गठित करने की भी मांग की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में इमरान खान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पीएमएन-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान और अन्य पर आरोप लगाए हैं।