हिजाब के साथ रिंग में उतर नहीं पाई तो विरोधी ने जीत किया शेयर
हिजाब के कारण बॉक्सर को रिंग में नहीं उतरने दिया गया, लेकिन उसके विरोधी ने जो किया उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
नई दिल्ली। मुस्लिम होने और हिजाब पहनने की वजह से 16 साल की आमिया जाफर को बॉक्सिंग रिंग में उतरने नहीं दिया गया। फ्लोरिडा में हुए सुगर बर्ट बॉक्सिंग नेशनल चैंपियनशिप में आमिया को इसलिए नहीं क्वालिफाई करने दिया गया, क्योंकि उसने अपना हिजाब उतारने से इंकार कर दिया।
मिनीसोटा की रहने वाली आमिया जाफर सिर पर हिजाब और स्कर्ट के नीचे लैगिंग्स के बिना खेलने को तैयार नहीं हुई। यूएसए बॉक्सिंग एसोशिएशन के एक्सक्यूसिव डायरेक्टर माइकल मर्टिनो के मुताबिक ये बॉक्सिंग यूनिफॉर्म के खिलाफ है। जिसके बाद आमिया को रिंग में नहीं उतरने दिया गया।
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आमिया जाफर के डिसक्वालिफाई होने के साथ ही उनकी विरोधी आलिया कार्बोनियर को विजेता घोषित कर दिया गया। बिना मुकाबले की ही उसे विजेता बना दिया गया, लेकिन ये आलिया को ठीक नहीं लगा, इसलिए विजेता बनाए जाने के फौरन बाद वो आमिया जाफर के पास पहुंचीं और उसके साथ अपनी जीत को शेयर किया।
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आमिया जाफर के मुताबिक विजेता घोषित किए जाने के बाद आलिया मेरे पास आई और उसने अपनी विजय बेल्ट मेरी गोद में रख दिया और कहा कि ये तुम्हारा है। आलिया ने कहा कि उन्होंने तुम्हें डिसक्वालिफाई किया है, लेकिन तुम सच्ची विजेता हो। जो हुआ वो गलत था। इतना कहने के बाद आमिया जाफर ने उसे गले से लगा लिया।
वहीं जाफर को डिसक्वालिफाई किए जाने पर आलिया कहतीं है कि मेरे सामने वाली प्रतिद्वंदी क्या पहनती है इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन इसके बावजूद पहनावे की वजह से किसी को खेलने से रोका जाना गलत है। उन्होंने तो मुझे खेलते तक का मौका नहीं दिया। बिना खेले ही मुझे विजेता बना दिया जो मुझे पसंद नहीं।