तीन रूसी नागरिकों की ओडिशा में हुई मौत पर भारत सरकार ने दिया बड़ा बयान, कही ये बात
अरिंदम बागची ने कहा कि तीनों मौतों को एकसाथ देखने की कोई वजह नहीं है। तीनों मौतों की परिस्थितियां अलग-अलग रही हैं। ओडिशा सरकार पूरी जांच कर रही है। अभी तक कोई वजह ऐसी नहीं मिली जिससे तीनों मौतों को एकसाथ जोड़कर जांच की ज
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पिछले दो हफ्ते के दौरान भारत में 3 रूसी नागरिकों की मौत हुई है। पहली मौत 22 दिसंबर, दूसरी 24 दिसंबर को और तीसरी मौत 3 जनवरी को हुई है। पहली दौ मौतें ओडिशा के साईं इंटरनेशनल होटल में हुई हैं और तीसरी मौत पारादीप बंदरगाह पर खड़े जहाज में हुई। तीसरी मौत के 2 दिन बाद अब भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आई है। विदेश मंत्रालय ने इन तीनों मौतों को एक साथ जोड़े जाने से इनकार किया है।
मौत की हो रही जांच
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में 3 रूसी नागरिकों की मौत के मामले से जुड़ी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, "ओडिशा में रूसियों की मौत की आवश्यक जांच की जा रही है। अब हमें ओडिशा के तट से दूर अंतरराष्ट्रीय जल में एक रूसी नाविक की मौत के बारे में पता चला है। औपचारिकताओं के लिए उनके पार्थिव शरीर को पारादीप पोर्ट लाया गया है। मैं तीनों मामलों को एक साथ नहीं जोड़ना चाहूंगा।"
मौत को एक साथ जोड़ना उचित नहीं
मामलों की कथित "विचित्रता" पर टिप्पणी का उल्लेख करते हुए, बागची ने कहा कि तीनों मौतों को एकसाथ देखने की कोई वजह नहीं है। तीनों मौतों की परिस्थितियां अलग-अलग रही हैं। ओडिशा सरकार पूरी जांच कर रही है। अभी तक कोई वजह ऐसी नहीं मिली जिससे तीनों मौतों को एकसाथ जोड़कर जांच की जा सके। भारत एक विशाल देश है जहां लाखों पर्यटक हर साल आते हैं। बागची ने कहा कि मौतों की परिस्थितियों पर ओडिशा सरकार द्वारा चल रही जांच के बीच तीनों मामलों को जोड़ने का कोई कारण नहीं है।
मंगलवार को मिला तीसरा शव
आपको बता दें कि 51 वर्षीय मिल्याकोव सर्गेई का शव 3 जनवरी को मालवाहक जहाज एमबी अल्दनाह में मिला था। सर्गेई इस जहाज के चीफ इंजीनियर थे। यह जहाज, पारादीप के रास्ते बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से मुंबई जा रहा था। लेकिन मंगलवार की सुबह मिल्याकोव सर्गेई जहाज के चैंबर में मृत पाए गए। ओडिशा में पारादीप बंदरगाह पर मिले मिल्याकोव की लाश से सनसनी मच गई थी। प्रारंभिक जांच के तहत मालवाहक जहाज के चालक दल के 22 सदस्यों से पूछताछ की गई है। कुछ चालक दल के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि सर्गेई बीमार था।
पुतिन के विरोधी सांसद की मौत
इससे पहले 22 दिसंबर को ओडिशा में रूसी बिजनेसमैन और सांसद पावेल एंटोव की डेड बॉडी होटल में मिली थी। वो भारत अपने 65 वें जन्मदिन को सिलिब्रेट करने आए हुए थे। उन्होंने हाल ही में पुतिन का विरोध यूक्रेन हमले को लेकर किया था। बताया गया कि एंतोव की मौत होटल की खिड़की से नीचे छत पर गिरने से हुई है लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि होटल के किसी कर्मचारी ने गिरने की कोई आवाज नहीं सुनी। एंतोव की मौत से ठीक 2 दिन पहले उसी होटल में ठहरे उनके मित्र व्लादिमीर बेदेनोव की भी मौत हो गई थी। बेदेनोव 22 दिसंबर की सुबह होटल के कमरे में बेहोश पाए गए थे। उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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