बैंकर से बन गयीं महारानी, 48 साल की उम्र में भी दिखती हैं सुपर मॉडल की तरह
नई दिल्ली। वे पहले इंवेस्टमेंट बैंकर थीं। लेकिन किस्मत ने बना दिया महारानी। उनकी ड्रेसिंग सेंस का कोई जवाब नहीं। वे बेहद सुंदर और खुशमिजाज हैं। 5 फीट 10 लंबी हैं और किसी एथलीट की तरह फिट हैं। डिजाइनर ड्रेस में वे किसी खूबसूरत मॉडल से कम नहीं दिखती हैं। उनकी उम्र 48 साल है। लेकिन इस उम्र भी वे फैशन आइकॉन हैं। इनका नाम है मैक्सिमा जोरेगुएटा। वे हॉलैंड (नीदरलैंड) की महारानी हैं। हाल ही में एक अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सम्मेलन में उनके लाल रंग का सूट चर्चा का विषय बन गया था। जब वे इस सम्मेलन में लाल रंग के ट्राउजर, लाल रंग के वी नेक शर्ट ,लाल रंग के कोट और लाल रंग की ही जूती में पहुंची तो वहां मौजूद सभी लोगों की नजरें उन पर ठहर गयीं। महारानी मैक्सिमा अपने आधुनिक और सौम्य परिधानों के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। ऐसा नही है कि वे केवल फैशन के लिए क्रेजी हैं। महारानी मैक्सिमा विश्व में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए संगठित अभियान चलाती हैं। इसी अभियान के तहत वे पिछले साल मेरठ के लिसाड़ी गांव आयी थीं।
कौन हैं क्वीन मैक्सिमा ?
मैक्सिमा जोरेगुएटा का जन्म अर्जेंटीना की राजधानी ब्यून आयर्स में हुआ है। उनके पिता जॉर्ज जेरेगुएटा अर्जेंटीना के रसूखदार व्यक्ति थे। वे बाद में कैबिनेट मंत्री भी बने। मैक्सिमा ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई अर्जेंटीना में ही। इकॉनोमिक्स से बीए करने के बाद ने अमेरिका चली गयीं और वहां से पोस्टग्रेजुएशन किया। जब वे कॉलेज में पढ़ती थीं तब वे अर्जेंटीना की एक फॉरेन करेंसी ट्रेडिंग कंपनी में काम किया। फिर बोस्टन सिक्यूरिटिज के सेल्स विभाग में काम किया। वे जर्मनी के मशहूर ड्यूश बैंक में उच्च अधिकरी रहीं। एक पूर्व इंवेस्टमेंट बैंकर होने की वजह उन्हें छोटे उद्योगों को आगे बढ़ाने का अच्छा खासा अनुभव है।
कैसे हुई राजघराने में इंट्री ?
हॉलैंड के मौजूदा राजा विलेम एलेक्जेंटर तब राजकुमार थे। वे 1999 में स्पेन के सेविले शहर में आयोजित स्प्रिंग फेयर (वसंत मेला) में तफरीह के लिए आये थे। मैक्सिमा तब ब्रिटेन के क्लेनवॉर्ट बेंसन बैंक के न्यूयॉर्क दफ्तर में काम करती थीं। वे भी सेविले मेला आयीं थीं। इसी मेले में दोनों की पहली मुलाकात हुई। उस समय मैक्सिमा 28 साल की थीं जब कि विलेम एलेक्डजेंडर की उम्र 32 साल थी। जब दोनों पहली बार मिले तो राजकुमार विलेम ने अपना परिचय एलेक्जेंडर के रूप में दिया। उस समय मैक्सिमा ये नहीं जान पायी कि वो एक राजकुमार से मिल रही हैं। दो हफ्ते बाद दोनों न्यूयॉर्क में फिर मिले। दोनों का परिचय और प्रगाढ़ हुआ। बाद में जब मैक्सिमा को मालूम हुआ कि विलेम हॉलैंड के राजकुमार हैं तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। विलेम बहुत सादगी के साथ मैक्सिमा से मिलते थे।
शादी से पहले विवाद
प्रिंस विलेम एलेक्जेंडर ने जब मैक्सिमा से शादी करने का एलान किया तो हॉलैंड के राजपरिवार में भूचाल आ गया। विलेम की मां रानी बिट्रिक्स और पिता प्रिंस क्लाउस बहुत परेशान हो गये। एक लैटिन अमेरिकी देश की लड़की को राजघराने की बहू बनाने के लिए तैयार नहीं हुए। मैक्सिमा के तार विवादों से जुड़े थे। उनके पिता जॉर्ज जब अर्जेंटीना में मंत्री थे तब वहां सैनिक तानाशाही थी। जनरल रेनाल्डो बेनिटो बिग्नोने ने 1976 में तख्तापलट कर सैन्य तानाशाही स्थापित की थी। 1983 तक वहां सैन्य सत्ता रही। सात साल की सैनिक तानाशाही में करीब 30 हजार लोग लापता हो गये थे। इनमें अधिकांश लोगों को मार दिया गया था। हॉलैंड में संवैधानिक राजशाही है। राजा देश का राष्ट्राध्यक्ष तो है लेकिन शासन की वास्तविक शक्तियां संसद और प्रधानमंत्री में निहित हैं।
विकट परिस्थिति में शादी
हॉलैंड सरकार इस शादी को लेकर किसी विवाद से बचना चाहती थी। तब सरकार की तरफ से स्टेट्स जनरल ने एक प्रोफेसर को अर्जेंटीना भेज कर मैक्सिमा के अतीत का पता लगाने के लिए कहा। उस प्रोफेसर ने अपनी जांच में पाया कि मैक्सिमा के पिता का जनसंहारों से कोई संबंध नहीं था। स्टेट्स जनरल ने शादी के लिए लिखित मंजूरी दी । मैक्सिमा को 2001 में ह़ॉलैंड की नागरिकता दी गयी। तब जा कर 2002 में मैक्सिमा की शादी प्रिंस विलेम से हो सकी। कोई विवाद न हो, इस लिए मैक्सिमा के माता-पिता इस शादी में नहीं आये थे। 2013 में विलेम एलेक्जेंडर के राजा बनने के बाद मैक्सिमा अब हॉलैंड की महारानी हैं। उनकी तीन बेटियां हैं।