मैनहैटन आतंकी हमला: आगबबूला हुए ट्रंप ने ग्रीन कार्ड को दिखाया रेड सिग्नल
न्यूयॉर्क। मैनहैटन अटैक के बाद अमेरिका कई बड़े फैसले लेने की तैयारी में है। इसमें सबसे बड़ा है फैसला ग्रीन कार्ड को लेकर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ग्रीन कार्ड लॉटरी के नाम से जाने जाने वाले डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी कार्यक्रम को खत्म करना चाहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके कारण ही बीते मंगलवार को उज्बेकिस्तान के आप्रवासी नागरिक को अमेरिका में एंट्री मिली थी और मैनहैटन में हमला हुआ था जिसमें 8 लोग मरे थे। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कैबिनेट की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं आज से डाइवर्सिटी लॉटरी कार्यक्रम को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा हूं। आज हम न्यूयॉर्क के मैनहैटन शहर में भयावह आतंकवादी हमले पर शोक व्यक्त करते हैं जो 26/11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले के घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। मैं कांग्रेस से भी इस कार्यक्रम से छुटकारा पाने के लिए तुरंत काम शुरू करने को कहूंगा।'
योग्यता आधारित वीजा प्रणाली पर बल
आपको बता दें कि मैनहैटन में हुए हमले के मद्देनजर ट्रंप ने देश की वीजा प्रणाली की आलोचना करते हुए अमेरिका में आने वाले आव्रजकों के लिए 'योग्यता आधारित' वीजा प्रणाली पर बल दिया है। ट्रंप ने ट्विटर पर कहा, "आतंकवादी हमारे देश में चक शमर ब्यूटी‘डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी प्रोग्राम'के जरिए दाखिल होते हैं। मैं योग्यता पर आधारित प्रणाली चाहता हूं।" ट्रंप ने यह टिप्पणी सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता शमर पर तंज कसते हुए की, जिन्होंने इस वीजा कार्यक्रम पर बल दिया था।
अब बस बहुत हुआ, इसे खत्म करके रहेंगे
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'मेरा प्रशासन स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के साथ जांच में करीब से सहयोग कर रहा है। हम इस पागलपन को ख़त्म करेंगे। आपको बता दें कि ट्रंप ने बुधवार को अमेरिका आने वाले यात्रियों की और जांच के आदेश दिए हैं। हमले के बाद एक बयान में ट्रंप ने कहा ‘हमारी संवेदनाएं न्यूयार्क सिटी में बुधवार को हुए आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ हैं।' इससे पहले, ट्विटर पर ट्रंप ने हमले की निंदा करते हुए कहा ‘हमें आईएसआईएस को वापस आने नहीं देना चाहिए।
मैनहैटन अटैक को कैसे दिया गया अंजाम
मैनहैटन में मंगलवार को एक ट्रक ड्राइवर ने साइकिल ट्रैक पर मौजूद लोगों को रौंद डाला। इस वारदात में 8 लोगों की मौत और 15 लोग घायल हो गए। बाद में पुलिस की गोली से हमलावर भी घायल हो गया, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी पहचान सेफुलो सैपोव के रूप में हुई है और वो उजबेकिस्तान का रहने वाला है। पुलिस को उसके पास से दो बंदूक बरामद हुई। पुलिस के मुताबिक हमले के दौरान हमलावर ने अल्ला हो अकबर कहा। ये हमला 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले के बाद सर्वाधिक भयावह हमला है।
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