बेनजीर जैसी पीएम बनना चाहती हूं: मलाला
नई दिल्ली। आज चारों ओर केवल बहादुर बेटी मलाला के ही चर्चे हैं। नोबल प्राइज जीतने वाली मलाला के बारे में आज कल हर कोई जानना चाहता है कि वो आगे क्या करना चाहती हैं। इस बारे में नोबेल प्राइज विजेता मलाला ने एबीपी न्यूज से अपनी खास बातचीत में कहा कि वह बेनजीर भुट्टो की तरह पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं। वो बेनजीर की शक्सियत से काफी प्रभावित हैं।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने लड़कियों की पढ़ाई पर जोर देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि बच्चों के हाथ में गन नहीं कलम की ताकत हो। आपको बता दें कि 17 साल की सबसे कम उम्र की नोबेल विजेता ने उम्मीद जताई है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि वो जल्द अपने वतन पाकिस्तान लौटेंगी।
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मलाला ने ओस्लो में कहा, "इंशाअल्लाह मैं जल्द पाकिस्तान लौटूंगी। अगले साल जब मेरी जीसीएसई की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी, तो इंशाअल्लाह में यकीनन लौटूंगी।"
इंशाअल्लाह मैं जल्द पाकिस्तान लौटूंगी
मालूम हो कि मलाला वह जब 15 साल की थीं, तो कन्या शिक्षा अभियान की अगुवाई करने से बौखलाए तालिबान के एक आतंकवादी ने उन्हें सिर में गोली मार दी थी। मलाल ने आगे कहा कि, "मेरे और देश के लिए इस पुरस्कार को जीतना गौरव की बात है। यह पुरस्कार उन सब बच्चों के लिए है, जो अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं।"
नोबेल प्राइज विनर सत्यार्थी ने मलाला को बताया अपनी बेटी जैसी
मलाला को भारत में बाल अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ बुधवार को ओस्लो में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।