कोरोना वायरस के इलाज में इस दवा का बड़ा ट्रायल हुआ फेल, WHO ने गलती से साझा की रिपोर्ट, फिर किया डिलीट
न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज दुनिया के तमाम देश ढूंढ़ने में लगे हैं। तमाम डॉक्टरों की टीम इसका इलाज तलाशने के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हैं। कोरोना वायरस के इलाज में रेमडेसवीर ड्रग ट्रायल से लोगों को काफी उम्मीद थी कि इससे संक्रमण का इलाज हो सकता है। लेकिन रेमेडिसविर दवा को लेकर निराशा हाथ लगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से गलती अमेरिकी फर्म गिलिएड साइंस के इस टेस्टिंग के ड्राफ्ट को ऑनलाइन साझा गया था, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। इस ड्राफ्ट से यह स्पष्ट हुआ है कि यह टेस्ट फेल हो गया है। चीन में जिन मरीजों पर यह ट्रायल किया गया, उनपर यह सफल नहीं हुआ, मरीजों की हालत में ना तो सुधार हुआ और ना ही उनके रक्तप्रवाह में रोगजनक की उपस्थित को कम करने में सफल हुआ।
फेल हुआ ट्रायल
इस दवा को तैयार करने में अमेरिका की फर्म गिलाद साइसंजे की अहम भूमिका थी। लेकिन दस्तावेजों के अध्ययन को फर्म ने गलत बताया है। डब्ल्यूएचओ ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि यह ड्राफ्ट गलती से साझा हुआ था। इस ड्राफ्ट में कहा गया था कि शोधकर्ताओं ने 237 मरीजों पर इसका ट्रायल किया था, 158 लोगों पर दवा के असर का निरीक्षण किया गया, इन लोगों में क्या बदलाव हुआ इसकी तुलना। एक महीने के बाद 13.9 फीसदी मरीज जिन्होंने यह दवा ली थी, उनकी मौत हो गई। इस दवा के नुकसान के चलते इस ट्रायल को रोक दिया गया था। रिपोर्ट के सारांश में कहा गया है कि रेमेडिसविर का क्लीनिकल या फिर वायोरलोजिकल लाभ नहीं है।
क्या कहना है कंपनी का
वहीं इस बारे में गिलाद कंपनी का कहना है कि इस पोस्ट में हमारे अध्ययन के इतर गलत तथ्यों को बताया गया है। गिलाद कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इसे शुरुआती चरण में ही रोक दिया गया था क्योंकि यह सांख्यिकीय रूप से सार्थक नहीं थी। अध्ययन के परिणाम निर्णायक नहीं हैं, हालांकि आंकड़ों में रुझान से रेमेडिसविर के संभावित लाभ का संकेत मिलता है, खासकर कि उन रोगियों में जिनमे संक्रमण शुरुआती चरण में था। लिहाजा इस दवा को सिरे से खारिज करना सही नहीं होगा। लेकिन इसमे कई और ट्रायल किए जाएंगे ताकि दवा की सही तस्वीर सामने आ सके।
27 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2723044 पहुंच गई है। जबकि इस वायरस से मरने वालों की संख्या 1.91 लाख को पार कर गई है। भारत की बात करें तो बीते 24 घंटों के भीतर कोरोना वायरस के 1684 नए मामले सामने आए हैं और 37 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के मुताबिक अब भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 23,077 हो गई है। इसमें 17610 सक्रिय मामले हैं, 4749 लोग ठीक / डिस्चार्ज / विस्थापित हैं और कुल 718 मौतें हुई हैं।