F-16 के प्रोडक्शन को मंजूरी देकर क्या ट्रंप, मोदी के मेक इन इंडिया को सफल बनाएंगे
अमेरिका की टॉप डिफेंस फर्म लॉकहीड मार्टिन ने एफ-16 को भारत में बनाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास भेजा है प्लान। राष्ट्रपति ट्रंप का प्रशासन फिर से कंपनी के प्रपोजल को देखना चाहता है।
वॉशिंगटन। अमेरिका की टॉप डिफेंस फर्म लॉकहीड मार्टिन एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-16 का उत्पादन भारत में करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक हां का इंतजार कर रही है। कंपनी की योजना अब इस फाइटर जेट को भारत में तैयार करने की है लेकिन उसने इसका एक प्रपोजल राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन को भेजा है। कंपनी का मानना है कि शायद राष्ट्रपति ट्रंप एक बार फिर से इस प्रपोजल को देखना चाहते हों।
पाकिस्तान के साथ हुई थी इसकी डील
एफ-16 वही फाइटर जेट्स हैं जिन्हें पिछले वर्ष एक डील के तहत अमेरिका ने पाकिस्तान को देने का फैसला किया था। जुलाई 2016 में यह डील बीच में टूट गई और अब कंपनी इसी जेट के एडवांस्ड वर्जन को भारत में तैयार करने का सपना संजो रही है। अगर राष्ट्रपति ट्रंप इस प्रपोजल को हां कर देते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट को एक बड़ी सफलता हाथ लग पाएगी। पेंटागन की ओर से एफ-16 के लिए कंपनी को कोई और ऑर्ड्स नहीं दिए गए हैं। इसलिए कंपनी अब अपने टेक्सास के प्लांट को एफ-35 ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर जेट के उत्पादन के लिए प्रयोग करना चाहती है जिसे अब अमेरिकी एयरफोर्स प्रयोग करना चाहती है। लॉकहीड मार्टिन भारत में एफ-16 का प्रोडक्शन शुरू करना चाहता है। कंपनी इसे जेट को भारत में तैयार करना चाहती है।
ट्रंप की रजामंदी काफी अहम
ट्रंप की रजामंदी इसलिए भी और जरूरी है क्योंकि उन्होंने हर उस अमेरिकी कंपनी की आलोचना की है जिसने दूसरे देशों में मैन्यूफैक्चरिंग शुरू की लेकिन सामान बेचने के लिए अमेरिका का रुख किया। शपथ लेने के बाद पहली बार उन्होंने ऑटो कंपनियों और फार्मा कंपनियों को अमेरिका में ही उत्पादन करने के लिए जोर दिया है। लॉकहीड मार्टिन के केस में कंपनी इंडियन एयरफोर्स के लिए एफ-16 तैयार करना चाहती है। इन जेट्स को वापस अमेरिका में नहीं बेचा जाएगा। कंपनी का कहना है कि वह ट्रंप प्रशासन से बात कर रही है। साथ ही अमेरिकी कांग्रेस से भी इस योजना के बाबत बातचीत जारी है।