तो यह है आपके घर आने वाली शांता बाई की स्माइल का सीक्रेट!
फ्लोरिडा। घर में काम करने आने वाली कांता या शांता बाई अगर थोड़ा सा लेट हो जाएं तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। आपका गुस्सा सांतवें आसमान पर होता है और उनके आते जब आप दरवाजा खोलतीं होंगी तो शायद उनके चेहरे पर मुस्कान देखकर आपके चेहरे पर बल पड़ जाते होंगे। आपकी बाई की उस मुस्कान और उसकी वजह से आपके गुस्से का पता अब वैज्ञानिकों ने लगा लिया है।
घर के बर्तन साफ करने में कोई रॉकेट साइंस नहीं है बल्कि शायद यह सबसे आसान काम होगा। लेकिन साइंटिस्ट्स की मानें तो बर्तन के धोने की वजह से आपके तनाव के स्तर में कमी आती है। मगर हां, आपको यह काम भी दिमाग और तरीके से करना होगा।
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी की ओर से यह रिसर्च की गई है। रिसर्च में 51 स्टूडेंट्स को बर्तन धोने का काम दिया गया था। इस काम को शुरू करने से पहले आधे स्टूडेंट्स ने बर्तन धोने से जुड़े एक छोटे से पैराग्राफ को पढ़ा। आधे स्टूडेंट्स को इससे जुड़े एक विस्तृत पैराग्राफ को पढ़ने को दिया गया।
विस्तृत पैराग्राफ एकदम सपाट था लेकिन उसमें यह बताया गया था कि इस काम को कैसे पूरे दिमाग के साथ किया जाए। इस पैराग्राफ में लिखा था कि पहली नजर में देखने में बर्तन धोने का काम बेवकूफी भरा दिखता है। वहीं एक व्यक्ति को इस बात से वाकिफ होना चाहिए कि उसे बर्तन धोने हैं। आगे लिखा है कि इस एक काम के लिए अपने दिमाग पर जोर डालने की क्या जरूरत है। इस पैराग्राफ में लिखा है, 'अपने दिमाग में चल रहे विचारों पर लगाम लगाकर मैं इस काम को सबसे बेहतर तरीके से करुंगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर बर्तन इधर-उधर गिरेंगे।'
यूनिवर्सिटी में साइकोलॉजी विषय से जुड़े प्रोफेसर एडम हेनले के मुताबिक वह इस बात को जानना चाहते थे कि जिंदगी में एक अच्छी मानसिक स्थिति को आगे बढ़ाने और स्वस्थ जिंदगी के लिए छोटी-छोटी सी प्रक्रियाएं आपकी मदद कैसे कर सकती हैं।
रिसर्च में जो नतीजे आए उसके मुताबिक जिन स्टूडेंट्स ने दिमाग और पूरे होशोहवास में बर्तन को साफ किया उनमें प्रेरणा की भावना में 25 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ। साथ ही इनमें नर्वसनेस की फीलिंग में भी 27 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
जिस ग्रुप के स्टूडेंट्स ने बिना दिमाग लगाए इस काम को किया उनके व्यवहार में किसी तरह का कोई गुणात्मक बदलाव देखने को नहीं मिला। साथ ही इस काम को करने का उन्हें कोई फायदा भी नहीं मिला।