क्या नॉर्थ कोरिया में भी घुसा कोरोना, एक शहर को सील किए जाने से बढ़ी आशंका
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने देश के एक बड़े शहर रासोन को सील करा दिया है। इसके बाद अब आशंका जताई जा रही है कि इस देश में भी कोरोना वायरस के केसेज हैं। रासोन के आसपास रहने वाले नागरिकों की मानें तो उन्हें इस बात का डर है कि या तो सिटी में कोरोना वायरस के केसेज हैं या फिर किम यहां का दौरा करने वाले हैं। पिछले दिनों नॉर्थ कोरिया की न्यूज एजेंसी एनके की तरफ से बताया गया था कि नागरिकों को डर है कि कोरोना वायरस की वजह से देश में सख्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इस वजह से लोगों में अजीब तरह की दहशत है और सब्जी मंडी में भीड़ ही भीड़ है।
Recommended Video
यह भी पढ़ें-वैज्ञानिक बोले, बिल्लियों से फैल सकता है कोरोना वायरस
अचानक एंट्री पर लगाया गया बैन
रेडियो फ्री एशिया के साथ बात करते हुए एक नागरिक ने बताया कि इस माह की शुरुआत में अथॉरिटीज ने रासोन में पब्लिक के घुसने पर रोक लगा दी थी। इस नागरिक ने बताया कि न सिर्फ ट्रेन बल्कि जो पैदल या अपनी गाड़ी से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग भी की गई और फिर उन्हें दाखिल होने से रोक दिया गया। कई नागरिकों को डर है कि यह प्रतिबंध कोरोना वायरस से जुड़ा है। लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। इस नागरिक ने बताया कि जब कोरोना वायरस चीन में अपने सबसे बुरे स्वरूप में था तो उस समय भी रासोन में कोई नियंत्रण नहीं था। अब अचानक से इस शहर में एंट्री क्यों बंद कर दी गई इस बारे में उन्हें कुछ नहीं मालूम है।
नॉर्थ कोरिया ने किया जीरो केस का दावा
नॉर्थ कोरिया ने दावा किया था कि उसके यहां कोरोना वायरस का एक भी केस नहीं है। लेकिन इसने चीन से लगे अपने बॉर्डर को बंद कर दिया था। साथ ही क्वारंटाइन के नियमों को भी सख्त कर दिया था। पहले इस बारे में जानकारी आई थी किम प्योंगयांग से चले गए हैं और वह महामारी की वजह से अपने वोनसान के लग्जीरियस रिसॉर्ट में रह रहे हैं। पिछले हफ्ते किम ने महामारी को रोकने में सफलता हासिल करने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की है। किम की तरफ से एक खास मैसेज जिनपिंग को भेजा गया था।
बिना ट्रैवल पास के सफर की मंजूरी नहीं
रासोन सिटी के नागरिकों को शहर से बाहर जाने और शहर में आने की अनुमति है। मगर उनके पास इसके लिए सही दस्तावेज होने चाहिए। सूत्रों के हवाले से ब्रिटिश अखबार द सन ने लिखा है कि ट्रेन में लगातार पुलिस और इंसपेक्टर्स ट्रैवल पास और टिकट्स की चेकिंग कर रहे हैं। रासोन सिटी की सीमा चीन और रूस से लगी है। यह जगह रूस के शहर व्लादिवोस्तोक से बस 60 किलोमीटर दूर है। बड़ी संख्या में नागरिक बिजनेस के लिए दोनों देशों से नॉर्थ कोरिया आते रहते हैं। रासोन सिटी नॉर्थ हैंगयोंग प्रांत में है। साल 1992 में रासोन को स्पेशल इकोनॉमिक जोन का दर्जा दिया गया था। इसका मकसद सिटी में विदेशी निवेश को बढ़ाना था।
देश में जरूरी सामान की कमी
पिछले दिनो न्यूज एजेंसी एनके की तरफ से कहा गया था कि लोगों को इस बात की आशंका है अगले कुछ दिनों में राजधानी प्योंगयांग की तरफ से सख्त आदेश जारी हो सकते हैं। जो लोग प्योंगयांग में रहते हैं, वे कुछ दिनों पहले तक आसानी से देश के बाहर जा सकते थे। कुछ दिनों पहले तक सब्जी और फल की कमी हो गई थी मगर अब कई जरूरी चीजों की कमी देश में हो गई है। रेडियो फ्री एशिया की तरफ से बताया गया है कि नॉर्थ कोरिया में अनाज, सब्जी और फलों के दामों में तेजी से इजाफा हुआ है। जनवरी में नॉर्थ कोरिया ने चीन से सटी अपनी सीमा को बंद कर दिया था और उस समय चीन में तेजी से कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा था।