हाड़ कंपाने वाली सर्दी में कांप रहे थे सैकड़ों लोग, मंच पर बाप की कहानी सुना रहा था किम जोंग उन
पिछले साल दिसंबर महीने में उत्तर कोरिया में हंसने, खुश होने, जश्न मनाने या फिर रोने पर पूर्व नेता किम जोंग इल की मृत्यु की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर पाबंदी लगाई गई थी।
प्योंगयांग, फरवरी 18: विश्व के सबसे कठोर और सनकी तानाशाहों में से एक किम जोंग उन अकसर अपनी सनक के लिए सुर्खियों में बना रहता है और एक बार फिर से किम जोंग उन अपनी सनकीपन के लिए अखबारों की हेडलाइंस बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया में हाड़ कंपाने वाली सर्दी में सैकड़ों लोगों को खुले आसमान के नीचे खड़ा किया गया था और तानाशाह किम जोंग उन उन्हें अपने तानाशाह बाप की कहानियां सुना रहा था।
माइनस 15 डिग्री तापमान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने पिता के बारे में भाषण सुनाने के लिए सैकड़ों लोगों को कड़ाके की ठंड में खड़ा कर रखा था। भाषण सुनने वाले लोग जहां ठंढ में बुरी तरह से कांप रहे थे, वहीं किम जोंग उन और उनके साथियों के लिए हीटर की व्यवस्था की गई थी। किम जोंग उन के पिता का नाम किम जोंग इल था, जिन्होंने 2011 तक उत्तर कोरिया पर शासन किया था और उनकी मौत के बाद किम जोंग उन देश के नये तानाशाह बन गये। किम जोंग उन अपने पिता किम जोंग इल की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर करीब 30 मिनट तक भाषण देता रहा, जबकि उस वक्त वहां का तापमान माइनस 15 डिग्री सेल्सियस था।
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ठंड में कांप रहे थे लोग
रिपोर्ट के मुताबिक, भाषण के दौरान कई मेहमानों ने चापलूसी दिखाने के लिए ना ग्वव्स पहना था और ना ही कानों को ठंड से बचाने के लिए स्कार्फ ही पहना था और ऐसे मेहमानों की वजह से ज्यादातर लोगों को भी वैसे ही भाषण सुनने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं, एनके न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, जहां पर किम जोंग उन भाषण देने वाले थे, वहां पर स्पेशल व्यवस्थाएं की गईं थीं और हीटर लगाए गये थे, जिसके तार रेड कार्पेट के अंदर से गुजर रहे थे। रिपोर्टर कॉलिन ज़्विर्को ने दावा किया कि यह संभव है कि लंबे भाषण के दौरान कम्युनिस्ट राज्य के अभिजात वर्ग को गर्म रखने के लिए हीटर का इस्तेमाल किया जा रहा था। किम परिवार की तानाशाही का जश्न मंगलवार को उत्तरी शहर सामजियों में बाहर आयोजित किया गया था।
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किम जोंग इल की तारीफों के पुल बांधे
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने बताया कि, कार्यक्रम के दौरान उत्तर कोरियाई अधिकारी री इल ह्वान ने 'अमेरिकी साम्राज्यवादियों' को चुनौती देने और '1980 के दशक में 'अमेरिका के समाज-विरोधी पागलपन के चरम' से लड़ने के लिए किम जोंग इल की प्रशंसा की। ह्वान ने कहा कि, दिवंगत नेता ने एक 'स्टेपिंग स्टोन' प्रदान किया था और वर्तमान उत्तर कोरियाई ताकतवर किम जोंग उन के लिए एक 'क्रांतिकारी विरासत' छोड़ी थी। यह आयोजन 16 फरवरी 1942 को किम जोंग इल के जन्म की वर्षगांठ से एक दिन पहले मंगलवार, 15 फरवरी को हुआ था। आपको बता दें कि, किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल के जन्म को लेकर विरोधाभास है और उत्तर कोरिया का दावा रहता है कि, उनका जन्म साल 1942 में सैमजियन के पास माउंट पैक्टू में एक 'गुप्त शिविर' में हुआ था, जबकि सोवियत अभिलेखों से संकेत मिलता है कि किम जोंग इल वास्तव में 16 फरवरी 1942 को पूर्वी रूस में खाबरोवस्क के पास पैदा हुआ था।
किम जोंग इल भी थे तानाशाह
क्रूर, दमनकारी और तानाशाही के लिए कुख्यात नेता किम जोंग इल ने उत्तर कोरिया पर 17 सालों तक राज किया था और इस दौरान उत्तर कोरिया में उसने दहशत का राज कायम कर दिया था, जिसे अब उसका बेटा किम जोंग उन आगे बढ़ा रहा है। किम जोंग इल का 69 वर्ष की आयु में 17 दिसंबर 2011 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वहीं, उसकी मौत के बाद हर साल उत्तर कोरिया में 10 दिनों के शोक का आयोजन किया जाता है, लेकिन पिछले साल उनकी मृत्यु की दसवीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए 11 दिनों तक शोक का आयोजन किया गया था और देश में कई तरह के सख्त प्रतिबंध लगाए गये थे।
हंसने पर लगाई गई थी पाबंदी
पिछले साल दिसंबर महीने में उत्तर कोरिया में हंसने, खुश होने, जश्न मनाने या फिर रोने पर पूर्व नेता किम जोंग इल की मृत्यु की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर पाबंदी लगाई गई थी। वहीं, उत्तर कोरियाई लोगों के शराब पीने पर 11 दिनों के लिए प्रतिबंध लगाया गया था। उत्तर कोरिया के सरकारी अधिकारियों ने जनता को आदेश दिया था कि, जब तक उत्तर कोरिया उनकी मृत्यु का शोक मना रहा है, तब तक वे खुशी के कोई संकेत नहीं दिखाएंगे। आपको बता दें कि, किम जोंग इल ने 1994 से 2011 तक, अपनी मृत्यु होने तक उत्तर कोरिया पर शासन किया था और उनकी मौत होने के बाद उनके तीसरे और सबसे छोटे बेटे किम जोंग उन ने देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। किम जोंग उन अपने पिता की तरफ ही तानाशाह और सनकी शख्सियत के लिए जाने जाते हैं।
कैसा है किम जोंग उन का परिवार
किम इल सुंग ने 1948 में उत्तर कोरिया की स्थापना की थी और उसके बाद से किम परिवार की तीन पीढ़ियों ने उत्तर कोरिया पर शासन किया है। जब 1994 में किम इल सुंग की मृत्यु हुई, तो उनके सबसे बड़े बेटे किम जोंग इल को सत्ता विरासत में मिली। किम जोंग उन, किम जोंग इल के तीसरे और सबसे छोटे बेटे हैं और उन्होंने 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी। किम जोंग इल की मृत्यु की दसवीं वर्षगांठ मनाने के लिए, उत्तर कोरिया के विभिन्न प्रांतों में उनकी फोटोग्राफी की प्रदर्शनियां आयोजित की जाती रही हैं। आपको बता दें कि, किम जोंग उन पर अपने बड़े भाई को मरवाने का भी आरोप है।
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