जीत गया जापान की राजकुमारी का प्यार, क्लासमेट के साथ रचाई शादी, लेकिन चुकानी पड़ी बड़ी कीमत
जापान की राजकुमारी माको ने कॉलेज के प्यार के साथ आखिरकार शादी रचा ही ली है। लेकिन शादी के बदले में उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी है।
टोक्यो, अक्टूबर 26: आखिरकार जापान की राजकुमापी माको के प्यार की जीत हो ही गई और बचपन के प्यार से राजकुमारी माको ने शादी रचा ली है। काफी विवादों और काफी सियासत से गुजरने के बाद भी राजकुमारी माको का प्यार कम नहीं हुआ और ना ही जमाने के सामने घुटने पर आया और उन्होंने अपने प्यार केइ कोमुरो के साथ शादी रचा ली है। जापान में पिछले कई महीनों से इस शादी को लेकर लगातार चर्चा की जा रही थी और राजकुमारी की प्यार की खबरें अखबारों की हेडलाइंस बनी हुई थी, लेकिन अब दोनों की शादी हो गई है।
हो गई राजकुमारी की प्यार की जीत
जापान की राजकुमारी, उनका प्यार और उनकी शादी पिछले कई सालों से जापान में काफी विवादों में चल रहा था, जिसके चलते यह शाही शादी काफी सरलता से मनया गया। राजकुमारी माको जापान के सम्राट नरुहितो की भतीजी हैं और इसी हफ्ते वो 30 साल की हो रही हैं और उन्होंने अपने कॉलेज की मोहब्बत से शादी रचाई है। जापान की राजकुमारी की इस शादी को लेकर जापान में इतना विवाद हुआ, कि खुद राजकुमारी काफी बीमार पड़ गईं थीं और वो पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर नाम की बीमारी से पीड़ित हो गईं थीं, लेकिन इतना सब होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और कॉलेज के प्यार से उन्होंने शादी रचा ली है। लेकिन, इस शादी के लिए राजकुमारी को जो कीमत चुकानी पड़ी है, वो भी कम नहीं है।
छिन गया राजकुमारी का दर्जा
शादी करने के साथ ही माको अब जापान की राजकुमारी नहीं रहीं। शादी रजिस्टर होने के साथ ही माको से राजकुमारी होने का दर्जा छिन गया। जापान के शाही परिवार के नियम शादी को लेकर काफी सख्त हैं। शाही परिवार का नियम है कि, अगर परिवार का कोई महिला सदस्य शाही परिवार में शादी नहीं करके, अगर किसी आम आदमी से शादी करती है, तो फिर ना सिर्फ उससे राजकुमारी का पद छीन लिया जाएगा, बल्कि उसे शाही परिवार को छोड़कर भी जाना पड़ेगा।
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अथाह संपत्ति को त्यागा
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जापान में पहली बार हुआ है, जब किसी राजकुमारी ने अपने प्यार के लिए शाही परिवार को छोड़ दिया हो। जापानी मीडिया के मुताबिक, जापान की राजकुमारी ने अपनी सारी धन-दौलत, अथाह संपत्ति और विशाल धनराशि को भी छोड़ दिया है और उन्होंने अपने प्रेमी के साथ काफी साधारण तरीके से शादी रचा ली है।
चार साल पहले हुई थी सगाई
राजकुमारी माको और केई कोमुरो, दोनों की ही उम्र करीब 30 साल है और उन्होंने चार साल पहले सगाई का ऐलान किया था। पहले तो राजकुमारी के इस फैसले से कि वो देश के आम नागरिक से शादी करने जा रही हैं, जापान के आम लोगों को काफी खुश कर दिया था, लेकिन जल्द ही इस शादी पर विवादों का साया पड़ गया। जापानी मीडिया के मुताबिक, राजकुमारी के मंगेदर की मां को लेकर एक रिपोर्ट अखबार में आई, जिसमें उनके घोटालों का जिक्र किया गया था, जिसके बाद जापान की राजनीति में भूचाल आ गया और फिर राजकुमारी की शादी भी स्थगित हो गई और राजकुमारी के मंगेतर 2018 में कानून की पढ़ाई करने के लिए न्यूयॉर्क चले गये थे। पिछले महीने जब वो न्यूयॉर्क से लौटे, तो फिर शादी की बात एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई।
विशाल धनराशि को ठुकराया
जापान की राजकुमारी माको ने शाही परिवार के उपनाम का भी त्याग कर दिया है और उन्होंने अब अपने पति के उपनाम को ग्रहण कर लिया है। जापान में पति के उपनाम को ग्रहण करना जापान की जनता को काफी प्रभावित करता है और जापान की राजकुमारी ने जो विवाह रजिस्टर पर अपने नाम के साथ अपने पति का उपनाम लिखा है। इसके साथ ही शाही परिवार के अधिकारियों ने कहा कि, जापान के राजकुमारी को 14 करोड़ रुपये शाही परिवार की तरफ से ऑफर किया गया था, जिसे भी स्वीकार करने से उन्होंने इनकार कर दिया है। शाही परिवार के अधिकारी ने कहा कि, राजकुमारी माको इस पैसों को लेने की हकदार थी, लेकिन उन्होंने पैसे ठुकरा दिए। राजकुमारी की तरफ से कहा गया कि वो शादी के बाद पूरी तरह से आम नागरिक की तरह अपने पति के साथ जीवन बिताएंगी और अपना घर बसाएंगी।
मंगलवार सुबह हुई शादी
मंगलवार की सुबह राजकुमारी माको हल्के नीले रंग की पोशाक और गुलदस्ता पकड़े हुए महल से बाहर निकलीं। उस वक्त शाही महल के बाहर राजकुमारी के माता-पिता, क्राउन प्रिंस अकिशिनो और क्राउन प्रिंसेस किको भी वहां मौजूद थीं, जिन्होंने महल छोड़ते वक्त अपनी बहन को गले से लगा लिया। उनकी शादी में इंपीरियल घरेलू एजेंसी (आईएचए) के एक अधिकारी शामिल थे, जो परिवार को सलाह मशविरा देते हैं। सुबह एक स्थानीय कार्यालय में कागजी कार्रवाई के बाद दोनों की शादी के कागजात पर मुहर लगा दिया गया। जापान की राजकुमारी की शादी का कोई रिसेप्शन भी नहीं होगा।
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शाही परिवार में शादी को लेकर नियम
इंपीरियल हाउस कानून केवल शाही परिवार के पुरुष उत्तराधिकार को ही शाही परिवार से बाहर जाकर शादी करने की इजादत देता है। शाही परिवार की महिला सदस्यों को 'सामान्य इंसान' से शादी करने पर शाही स्थिति का त्याग करना पड़ता है। जापान शाही परिवार में ये एक ऐसी प्रथा है, जिसकी वजह से शाही परिवार के आकार में गिरावट आई है और सिंहासन के उत्तराधिकारियों की कमी हुई है। इस वक्त जापान के राजा नारुहितो हैं, और उनके बाद उत्तराधिकार की पंक्ति में केवल उनके बेटे अकिशिनो और प्रिंस हिसाहिटो हैं। सरकार द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों का एक पैनल जापानी राजशाही के एक स्थिर उत्तराधिकार पर चर्चा कर रहा है, लेकिन रूढ़िवादी अभी भी महिला उत्तराधिकार को अस्वीकार करते हैं।
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