
शिंजो आबे को नहीं, किसी और को मारना चाहता था हत्यारा, जानिए कैसे बदला प्लान?
टोक्यो, 9 जुलाई : जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (japan ex pm Shinzo Abe assassinated) की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके कुछ घंटों बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। लेकिन जैसा कि जांच जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व पीएम शिंजो आबे को गोली मारने वाले आरोपी तेत्सुया यामागामी (Tetsuya Yamagami) ने एक धार्मिक नेता पर हमला करने की योजना बनाई थी। उसने बताया कि उसकी मां ज्यादा दान करती थी, और आगे चलकर उन्हीं धार्मिक मान्यताओं की वजह से दिवालिया हो गई थी।

हत्या का आरोपी तेत्सुया यामागामी ने क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक, पूर्व पीएम के हत्या का आरोपी तेत्सुया यामागामी का मानना है कि उसने कोई अपराध नहीं किया है क्योंकि वह अबे की राजनीतिक मान्यताओं का विरोधी था। पुलिस सूत्रों के हवाले से जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेत्सुया किसी ऐसे विशिष्ट संगठन से नफरत करता था, जो संभवत: एक धार्मिक समूह है। उसका मानना है कि, पूर्व पीएम शिंजो आबे उसी धार्मिक समूह से जुड़े थे।

वह थका हुआ महसूस कर रहा था
पूर्व पीएम की हत्या का आरोपी तेत्सुया यामागामी , हाई स्कूल और स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह जीवन में क्या करना चाहता था,उसने कुछ भी तय नहीं कर रखा था। उसे अपने भविष्य आगे क्या करना है इसको लेकर भी वह हमेशा कन्फ्यूज रहता था। उसने कुछ समय पहले ही नौकरी छोड़ी थी क्योंकि वह थका हुआ महसूस कर रहा था।

तेत्सुया यामागामी ने छोड़ दी थी नौकरी
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, तेत्सुया यामागामी (पूर्व पीएम शिंजो आबे का हत्यारा) ने 2005 में हिरोशिमा प्रान्त के क्योर बेस में अगस्त 2005 तक लगभग तीन वर्षों तक एक समुद्री आत्म-रक्षा अधिकारी के रूप में कार्य किया था। जबकि कुछ समय के लिए कंसाई क्षेत्र में एक निर्माण कंपनी द्वारा नियोजित किया गया था जहां से उसने मई महीने में नौकरी छोड़ दी थी।

नारा शहर में शिंजो आबे को गोली मारी
बता दें कि, शिंजो आबे को नारा के पश्चिमी प्रान्त में एक रेलवे स्टेशन के पास एक चुनाव प्रचार भाषण के दौरान पीछे से गोली मार दी गई थी। हत्यारे ने होममेड गन से पूर्व पीएम पर एकदम नजदीक से हमला किया था। हमले के तुरंत बाद हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, पूर्व पीएम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। संयोग की बात है कि, जापान में सख्त गन कानून है और यहां बंदूक की लाइसेंस लेने के लिए कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
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