इजरायल में लौटेगी बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार! वोटों की गिनती जारी, बड़ी जीत की तरफ गठबंधन
इजरायल सेन्ट्रल इलेक्शन कमेटी के मुताबिक, वोटों की गिनती जारी है और अभी तक कुल 20.7 प्रतिशत वोटों की गिनती हो चुकी है।
Israel Election 2022: इजरायल में पिछले चार सालों से भारी राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है, जिसकी वजह से स्थिर सरकार का गठन नहीं हो रहा है। लेकिन, इस बार हुए चुनाव के बाद ऐसी संभावना बन रही है, कि इजरायल एक स्थिर सरकार बनाने की तरफ बढ़ रहा है। इजरायल में वोटों की गिनती जारी है और अभी तक जो रूझान मिल रहे हैं, उससे पता चलता है, कि 120 सीटों वाली संसद में पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके सहयोगियों को स्पष्ट बहुमत मिल सकती है। वहीं, बेजामिन नेतन्याहू ने अपनी संभावित जीत पर कहा है, कि वो एक राष्ट्रीय सरकार का गठन करने जा रहे हैं।
वोटों की गिनती जारी
इजरायल सेन्ट्रल इलेक्शन कमेटी के मुताबिक, वोटों की गिनती जारी है और अभी तक कुल 20.7 प्रतिशत वोटों की गिनती हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान मतगणना के आधार पर बेंजामिन नेतन्याहू के दक्षिणपंथी-धार्मिक ब्लॉक का 72 सीटों पर कब्जा करने का अनुमान है। हालांकि, फिलहाल ये शुरूआती रूझान है और वोटों की पूरी गिनती होने के बाद आखिरी आंकड़ों में बदलाव आ सकता है। वहीं, एग्जिट पोल ने पूर्व प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनके गठबंधन के लिए 62 सीटों की भविष्यवाणी की है, जो बहुमत हासिल करने और 120 सीटों वाले देश की संसद नेसेट में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है। इजरायल सेन्ट्रल इलेक्शन कमेटी ने कहा है कि, अभी तक 1,001,993 मतों की गिनती की गई है।
जीत की तरफ नेतन्याहू, क्या कहा?
लगातार 12 सालों तक इजरायल के प्रधानमंत्री रहे बेंजामिन नेतन्याहू इस बार के चुनाव में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त रहे हैं और उन्होंने 20 प्रतिशत वोटों की गिनती के बाद जो बयान जारी किया है, उसमें उन्होंने कहा है कि, उनकी लिकुड पार्टी को जनका का साथ मिलना "विश्वास की एक बड़ी अभिव्यक्ति" है। उन्होंने कहा कि, "मैं राजा नहीं हूं।" उन्होंने कहा कि, "वो मुझे राजा कहते हैं, मुझे राजा-राजा कहकर मंत्र जपते रहते हैं, लेकिन मुझे फिर से निर्वाचित होने की जरूरत है और मैं फिर से निर्वाचित हो जाऊंगा।" इसके साथ ही बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया, कि उनकी लिकुज पार्टी इजरायल की सबसे ज्यादा सीटों वाली पार्टी बनेगी और उनका गठबंधन पूर्ण बहुमत हासिल करेगा। इसके लिए उन्होंने अपनी सहयोगी पार्टियों को भी बधाई दिया। उन्होंने कहा कि, उनकी पार्टी को लोगों को विश्वास दिखाता है, कि इजरायल के लोग सुरक्षा चाहते हैं और वो देश को कमजोर नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि, "ये चुनाव राष्ट्रीय गौरव को बहाल करने की प्रतिज्ञा करता है जो हमसे छीन लिया गया है।"
इजरायल एक यहूदी राष्ट्र है- नेतन्याहू
नेतन्याहू ने इजरायल को एक यहूदी राज्य होने के तौर पर जोर दिया, लेकिन उन्होंने इजरायल को एक लोकतांत्रिक देश नहीं बताया। उन्होंने कहा कि, "लोग कहते हैं, कि वो एक यहूदी राज्य चाहते हैं, एक ऐसा राज्य, जो अपने नागरिकों का सम्मान करता है, लेकिन यह एक यहूदी राज्य है।" उन्होंने अपनी बातों को दोहराते हुए कहा कि, "ये हमारा राष्ट्रीय राज्य है, जिसे बनाने का सपना हमने देखा था, और जिसके लिए हमने लड़ाईयां लड़ी और जिसे हासिल करने के लिए हमने आंसूं बहाए, खून के समुद्र बहाए।" उन्होंने आगे कहा कि, "लोग एक स्थिर और अनुभवी सरकार चाहते हैं... एक ऐसा प्रधानमंत्री जो हमारे सैनिकों, हमारी पुलिस की देखभाल करता है। एक ऐसा प्रधानमंत्री, जो हमारी देश की रक्षा करने और हमारे पड़ोसियों के साथ शांति की तलाश में, सभी नागरिकों की चिंता अपने दिल में लेकर बहुत आक्रामक होने के साथ शांति की तलाश में आगे बढ़े।"
यैर लैपिड ने क्या कहा?
वहीं, इजरायल के मौजूदा प्रधानमंत्री यैर लैपिड ने आखिरी वोटों की गिनती तक इंतजार करने को कहा है, जबकि एग्जिट पोल और अभी तक वोटों की जितनी गिनती हुई है, उनमें उनकी हार की भविष्यवाणी की गई है। प्रधानमंत्री यैर लैपिड ने जोर देकर कहा कि, जब तक सभी वोटों की गिनती नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि, "पिछले डेढ़ साल में यहां निष्पक्ष, ईमानदार और अच्छे लोगों की सरकार थी, जिन्होंने कड़ी मेहनत की और कुछ अभूतपूर्व काम किए।" लैपिड ने अपनी येश एटिड पार्टी के चुनाव के बाद के कार्यक्रम में कहा कि, उनकी पार्टी छोटे क्षेत्रों के बजाय सभी इजराइलियों का प्रतिनिधित्व करता है।
मुस्लिम पार्टियों का क्या है हाल?
इजरायली चुनाव में अभी तक मुसलमान वोट देने को लेकर कोई ज्यादा उत्साहित नहीं रहे हैं, लेकिन पिछले चुनाव में मु्स्लिम पार्टियों ने किंग मेकर की भूमिका निभाई थी। लेकिन, अभी तक हुई वोटों की गिनती और एग्जिट पोल से पता चलता है, कि इस बार मुस्लिम पार्टियों की देश की संसद में तो प्रतिनिधित्व होगा, लेकिन सरकार में उनका स्थान नहीं होगा। एग्जिट पोल में तीन में दो अरब पार्टियों को संसद में जगह बनाने के लिए पर्याप्त वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। वहीं, तीसरी अरब पार्टी के जीत से थोड़ा पीछे रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, अभी भी ये अनुमान एग्जिट पोल के आधार पर हैं, जो पूरी तरह से बदल सकते हैं। लेकिन, एग्जिट पोल में दिखाया गया है कि, मुस्लिमों की रा'म पार्टी को चार से पांच सीटें मिल सकती हैं, वहीं एक और अरब पार्टी बलाद एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान है।