
सऊदी अरब पर हमला कर सकता है ईरान, अमेरिका ने आनन-फानन में जारी किया अलर्ट
सऊदी अरब ने अमेरिका के साथ खुफिया जानकारी साझा की है जिसके मुताबिक ईरान, सऊदी पर हमले की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक ईरान, सऊदी अरब में कई टार्गेट पर हमला कर सकता है। इस खुफिया जानकारी के खुलासे के बाद खाड़ी देशों में मौजूद अमेरिकी सेना को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। हालांकि सऊदी अरब को किस तरह की जानकारी मिली है, इसके बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चल पाया है।

सुरक्षा परिषद ने जारी किया बयान
सऊदी अरब के अधिकारियों का कहना है कि सितंबर से ही ईरान अपने आंतरिक मसलों को लेकर जूझ रहा है। देश में कुछ हफ्तों से भारी प्रदर्शन चल रहे हैं। देश के भीतर घरेलू कलह से ध्यान हटाने के प्रयास में ईरान, सऊदी और इराक पर हमला कर सकता है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा कि वे इन चेतावनियों को लेकर चिंतित हैं और सैन्य व खुफिया माध्यमों से सऊदी अरब के साथ लगातार संपर्क में हैं।

48 घंटे के भीतर सऊदी पर हमला कर सकता है ईरान
अधिकारियों ने बयान में आगे कहा, 'अगर ईरान ने हमला किया तो वह जवाबी कार्रवाई करने के लिए वे तैयार हैं। हम मिडल ईस्ट में अपने हितों और भागीदारों की रक्षा से संकोच नहीं करेंगे।' खुफिया जानकारी साझा करने की पुष्टि करने वाले अधिकारियों ने बताया कि सऊदी में जल्द ही या फिर 48 घंटे के भीतर हमले का एक विश्वसनीय खतरा बना हुआ है। पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा कि अमेरिकी सैन्य अधिकारी सऊदी भागीदारों संग नियमित संपर्क में हैं।

सिंतबर में इराक पर ईरान ने किया हमला
गौरतलब है कि सितंबर के अंत में ईरान ने दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइल और आर्म्ड ड्रोन के जरिए उत्तरी इराक पर हमला किया है। कुछ समय पहले अरबील शहर में स्थित अमेरीकी सैन्य बेस की ओर बढ़ रहे एक ईरानी ड्रोन को अमेरिकी युद्धक विमान ने मार गिराया था। इस बीच ईरानी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से सऊदी अरब पर अमेरिका और इजरायल के साथ देश में प्रदर्शनों को भड़काने का आरोप लगाया है। बीते महीने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांडर ने सऊदी अरब को विरोध प्रदर्शन की टीवी कवरेज पर लगाम लगाने के लिए चेतावनी भी दी थी।

ईरान ने सऊदी अरब को दी थी चेतावनी
ईरानी कमांडर ने कई फारसी टीवी चैनलों पर लगाम लगाने को कहा था, जिसमें सऊदी के समर्थन वाला ईरान इंटरनेशनल भी शामिल था। बतादें कि ईरान इंटरनेशनल लंदन में स्थित है और ईरानी लोगों के बीच लोकप्रिय है। हुसैन सलामी ने कहा था, 'यह हमारी आखिरी चेतावनी है क्योंकि आप इन मीडिया के माध्यम से हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं।' आपको बता दें, ईरान सऊदी अरब का प्रमुख क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी है। सऊदी अरब ने 2016 में ईरान के साथ आधिकारिक राजनयिक संबंधों को तोड़ दिया था। उस समय ईरानी प्रदर्शनकारियों ने सऊदी अरब के एक शिया मौलवी के हटने के जवाब में तेहरान में सऊदी दूतावास पर धावा बोल दिया था।

ईरानी विद्रोहियों ने 2019 में सऊदी अरब में किया हमला
इसके बाद अमेरिका और सऊदी ने साल 2019 में ईरान पर पूर्वी सऊदी अरब में एक बड़े हमले के पीछे होने का आरोप लगाया था। इस हमले ने ने तेल-समृद्ध साम्राज्य के उत्पादन को आधा कर दिया था जिससे ऊर्जा की कीमतों में काफी वृद्धि हुई थी। हालांकि, ईरानियों ने इस हमले के पीछे उनका हाथ होने से साफ इनकार किया था। इसके पहले भी ईरान पर सऊदी में हमले के करने के आरोप लगते रहे हैं।
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