ईरान: पूरा देश हिंसा की चपेट में, अब तक 10 की मौत, रूहानी ने कहा- प्रदर्शनकारियों को बख्शा नहीं जाएगा
तेहरान। ईरान में सरकार के खिलाफ लाखों लोग सड़कों पर है और पूरे देश में हिंसा देखने को मिल रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग भ्रष्टाचार और महगांई के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और सरकार प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए दमनकारियों नीतियों का प्रयोग कर रही है। पिछले सप्ताह मंगलवार को शुरू हुआ आंदोलन अब धीरे-धीरे उग्र रूप ले रहा हैं। रविवार को दो लोगों की मौत के बाद, अब सोमवार को भी दो और प्रदर्शनकारी पुलिस की गोलियों का शिकार हुए हैं। सरकार के मुताबिक, अब तक 4 लोगों की मौत हुई है, लेकिन ईरान के नेशनल टीवी की मानें तो इस आंदोलन में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान में 2009 के बाद सरकार के खिलाफ यह अब तक का सबसे उग्र जनादोंलन माना जा रहा है।
पूरा ईरान हिंसा की चपेट में
ईरान का अर्ध-सरकारी आईएलएनए समाचार एजेंसी को सांसद हेदयातुल्लाह खादेमी ने कहा था कि सरकार की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने के एक प्रदर्शन के दौरान रविवार को दो मौतें हुई। ईरान के करीब 15 बड़े शहरों में चल रहे प्रदर्शन के मंगलवार से लेकर अब तक 10 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। खादेनी के मुताबिक ये मौतें एक साथ नहीं हुई है, बल्कि देश में चल रहे करीब एक सप्ताह आंदोलन के कारण अलग-अलग जगहों पर हिंसा के चपेट में लोग आ गए हैं।
रूहानी ने कहा प्रदर्शनकारियों को बख्शा नहीं जाएगा
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि आंदोलन और प्रदर्शन करने का अधिकार सभी को हैं, लेकिन जो हिंसा फैला रहे हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा। रूहानी ने कहा कि सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों और समाज में अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया हुआ बैन
ईरान में उग्र रुप धारण कर रहे आंदोलन को रोकने के लिए सरकार ने सोशल मीडिया पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। सरकार ने इंस्टाग्राम और टेलेग्राम पर रोक लगा दी है। सरकार के मुताबिक, बाहरी तत्व इस आंदोलन को हवा देने का काम कर सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर ट्रंप ने भी ट्वीट कर प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है।