जैसे को तैसा: भारत ने चीनी यात्रियों के लिए टूरिस्ट वीजा किया सस्पेंड, भारतीय छात्रों को लेकर बढ़ा विवाद
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग द्वारा थाईलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के छात्रों को लौटने की अनुमति देने के बावजूद भारतीय छात्रों को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है। विदेश
नई दिल्ली, अप्रैल 24: भारत सरकार ने बीजिंग को उसी की भाषा में जवाब देते हुए चीनी नागरिकों के लिए टूरिस्ट वीजा पर भारत यात्रा को सस्पेंड कर दिया है। ग्लोबल एयरलाइंस बॉडी आईएटीए ने कहा है कि, "चीन के नागरिकों को जारी किए गए पर्यटक वीजा अब मान्य नहीं हैं"। हालांकि, भारत अभी भी चीनी डिप्लोमेट्स, सरकारी अधिकारियों और कारोबारियों को भारत की यात्रा के लिए वीजा देगा।
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भारत ने क्यों लिया कड़ा फैसला
चीनी पर्यटकों की भारत यात्रा पर अस्थाई तौर पर सस्पेंड करने का भारत का फैसला चीन के उस फैसले का जवाब है, जिसके तहत भारतीय छात्रों को चीन ने अभी तक देश में आने की इजाजत नहीं दी है और उनके लिए वीजा जारी नहीं किया है। जबकि, चीन ने पाकिस्तान और श्रीलंका के छात्रों को देश में आने के लिए वीजा जारी कर दिया है। जिसका बाद भारत और चीन के बीच छात्रों को लेकर मतभेद बढ़ गया है। कोविड से पहले करीब 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र चीन के अलग अलग शहरों में पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन कोविड संकट शुरू होने के बाद भारत सरकार उन छात्रों वापस भारत ले आई थी, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी चीन की तरफ से भारतीय छात्रों की वापसी के लिए कोई फैसला नहीं किया गया है।
भारतीय छात्रों को लेकर फैसला नहीं
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग द्वारा थाईलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के छात्रों को लौटने की अनुमति देने के बावजूद भारतीय छात्रों को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले मही भारत दौरे पर आए चीन के राजदूत वांग यी के सामने इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन चीन की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। जिसके बाद भारत सरकार ने चीनी यात्रियों के लिए भी भारत यात्रा को सस्पेंड करने का फैसला लिया है।
भारत ने वीजा को लेकर बदले नियम
भारत सरकार ने कोविड की स्थिति और कूटनीति को ध्यान में रखकर वीजा नियमों में परिवर्तन किया है, जिसके तहत अभी यूनाइटेड किंगडम और कनाडा के नागरिक ई-पर्यटक वीजा पर भारत की यात्रा नहीं कर सकते हैं। लेकिन, इन दोनों देशों के नागरिक भारतीय मिशन में जाकर यात्रा वीजा हासिल कर सकते हैं और नियमित पेपर वीजा पर भारत आ सकते हैं। आपको बता दें कि, भारत सरकार की तरफ से अभी तक टूरिस्ट वीजा 10 सालों के लिए दिया जाता था, लेकिन कोविड के बाद भारत सरकार ने फिलहाल इस सुविधा को सस्पेंड कर रखा है, लेकिन जापान और अमेरिका को इस नियम से बाहर रखा गया है। यानि, जापान और अमेरिका के नागरिक अभी भी 10 साल के टूरिस्ट वीजा पर भारत आ सकते हैं।
ई-पर्यटक वीजा पर बदले नियम
आपको बता दें कि, ग्लोबल एयरलाइंस बॉडी आईएटीए नियमित रूप से वीजा नियमों को लेकर अपडेट्स जारी करता रहता है, ताकि एयरलाइंस कंपनियों और लोगों को पता चलता रहे, कि किन देशों के लिए उड़ान भरने की अनुमति है या फिर किस देश ने उड़ानों में क्या परिवर्तन किए हैं। 19 अप्रैल कै आईएटीए ने भारत की लेटेस्ट वीजा नियमों को लेकर घोषणा की है, जिसमें कहा गया है कि, ई-पर्यटक वीजा को लेकर नई गाइडलाइंस की जानकारी दी गई है। भारत ने पिछले महीने के अंत में 156 देशों के लिए इलेक्ट्रॉनिक पर्यटक वीजा सुविधा बहाल कर दी थी, इस साल 27 मार्च से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए, दो साल से अधिक के अंतराल के बाद।
कुछ देशों के लिए गाइडलाइंस
भारत द्वारा जारी 19 अप्रैल के आईएटीए अपडेट में कहा गया है कि, कुछ देशों के नागरिकों को भारत में प्रवेश की इजाजत है। जिसमें भूटान, मालदीव और नेपाल के नागरिक हैं, जिनके पास भारत द्वारा जारी रेसिडेंस परमिट है और जिनके पास भारत द्वारा जारी वीज़ा या ई-वीज़ा है, वहीं, जिनके पास भारत का विदेशी नागरिक (OCI) कार्ड या पुस्तिका है या फिर जिनके पास पीआईओ कार्ड है, ऐसे नागरिक भारत की यात्रा कर सकते हैं।