भारत के भगोड़े नित्यानंद ने शी जिनपिंग को भेजी बधाई, 'हिन्दू देश' कैलाशा के लिए मांगा चीन का समर्थन
नित्यानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया था और उसके खिलाफ 2010 में कर्नाटक सत्र न्यायालय ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था। जिसके बाद नित्यानंद को गिरफ्तार कर लिया गया था।
Nithyananda congratulated Xi Jinping: भारत के भगोड़े और यौन शोषण का आरोपी नित्यानंद ने भारत के दुश्मन देश चीन से काल्पनिक हिन्दू राष्ट्र कैलाशा के लिए समर्थन मांगा है। नित्यानंद के ट्विटर अकाउंट से बकायदा ट्वीट कर शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए बधाई भेजी गई है। इससे पहले भगोड़े नित्यांनंद द्वारा बनाए गये काल्पनिक 'देश' कैलाशा के एक प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में भी हिस्सा लिया था, जहां उसने भारत को लेकर गंभीर इल्जाम लगाए थे।
शी जिनपिंग को भेजी बधाई
खुद को भगवान बताने वाले नित्यानंद के ट्विटर अकाउंट से शी जिनपिंग के भेजी गई बधाई संदेश में कहा गया है, कि "संयुक्त राज्य कैलासा और हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु, परम पावन भगवान नित्यानंद परमशिवम की तरफ से, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चायना का राष्ट्रपति बनने के लिए शी जिनपिंग, हम आपको हार्दिक बधाई देते हैं। हम आपको राष्ट्रपति के रूप में एक सफल कार्यकाल के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहते हैं। आपके महान देश, इसके लोगों और कैलाश के बीच लंबे समय तक चलने वाले मैत्रीपूर्ण संबंधों की आशा करते हैं"। ट्विट में आगे लिखा गया है, कि "परमशिव का आशीर्वाद, चीन के लोगों के लिए मंगलमय, आर्थिक समृद्धि, शांति, प्रेम, स्वास्थ्य और खुशी के साथ हो"। आपको बता दें, कि एक दिन पहले चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक के दौरान लगातार तीसरी बार शी जिनपिंग को देश का राष्ट्रपति बनाया गया है।
यूएन की बैठक में भी पहुंचा था कैलाशा
आपको बता दें, कि इससे पहले पिछले महीने नित्यानंद के बनाए काल्पनिक देश कैलाशा ने यूनाइटेड नेशंस की एक बैठक में दावा किया था, कि नित्यानंद को सताया जा रहा है और 'हिंदू धर्म के महायाजक' के लिए कैलाशा ने सुरक्षा मांगी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नित्यानंद के काल्पनिक देश का नाम 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलास' है, जिसकी स्थापना स्वयंभू भगवान नित्यानंद ने की है, जो भारत में यौन शोषण का आरोपी है और भारतीय जांच अधिकारियों से भाग रहा है। भारत में कई आश्रम चलाने वाले नित्यानंद पर यौन शोषण और दुर्व्यवहार के आरोप हैं। नवंबर 2019 में गुजरात पुलिस ने उस वक्त उसके भारत से फरार होने की सूचना दी गई थी, जब पुलिस नित्यांनद के आश्रम में बच्चे के अपहरण के आरोपों की जांच कर रही थी।
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काल्पनिक देश कैलाशा की घोषणा
भारत से भागने के फौरन बाद, एक अज्ञात स्थान पर नित्यानंद ने कैलाश राष्ट्र की 'स्थापना' करने का दावा किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इस 'राष्ट्र' को संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त है, और यदि हां, तो नित्यानंद को एक काल्पनिक देश का राजा घोषित करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई थी? दरअसल, इसी साल 22 फरवरी को विजयप्रिया नित्यानंद नाम की एक महिला ने आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की 19वीं समिति (सीईएसआर) की बैठक में 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलास' का प्रतिनिधित्व किया था। संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक वीडियो में बताया गया था, कि विजयप्रिया 'कैलासा की यूएन में स्थायी राजदूत' हैं। सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर चर्चा करते हुए एक बैठक में बोलते हुए, विजयप्रिया ने SDGs और हिंदू धर्म के बीच एक धुंधला लिंक बनाया, और दावा किया, कि उनके 'राष्ट्र' के संस्थापक नित्यानंद को उनके जन्म के देश (भारत) द्वारा 'उत्पीड़ित' किया गया है।
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