भारत-जापान 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता: राजनाथ ने हमदा से की मुलाकात, रक्षा सहयोग के क्षेत्र में साझेदारी पर जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर आज टोक्यो में दूसरी भारत-जापान 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में हिस्सा ले रहे हैं।
टोक्यो, 8 सितंबर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को टोक्यो में अपने जापानी समकक्ष यासुकाजू हमदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय मामलों सहित सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच उद्घाटन 'लड़ाकू अभ्यास' आयोजित करने पर सहमत हुए। राजनाथ सिंह ने कहा कि, दोनों देशों के बीच विशेष द्विपक्षीय रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी एक स्वतंत्र, मुक्त और कानून आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रक्षा मंत्री राजनाथ मंगोलिया और जापान की अपनी पांच दिवसीय के आखिरी पड़ाव में टोक्यो पहुंचे हैं। बता दें कि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर आज टोक्यो में दूसरी भारत-जापान 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में हिस्सा ले रहे हैं।
टू प्लस टू वार्ता के लिए जापान पहुंचे राजनाथ सिंह
बता दें कि, जापान में होने वाली दूसरी 2+2 मंत्री स्तरीय वार्ता के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अपने समकक्ष यासुकाजु हमदा से मुलाकात की। सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच विशेष द्विपक्षीय रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी एक स्वतंत्र, मुक्त और कानून-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। राजनाथ सिंह मंगोलिया तथा जापान की अपनी पांच दिवसीय के आखिरी पड़ाव में टोक्यो पहुंचे हैं। बता दें कि, भारत और जापान के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए आज टोक्यो में 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर इसमें शिरकत करेंगे।
प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी
जापान दौरे के क्रम में राजनाथ सिंह ने इससे पहले ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले जापान के आत्मरक्षा बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। वहीं, राजनाथ सिंह ने हमदा से मुलाकात के बाद ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमदा के साथ द्विपक्षीय वार्ता में रक्षा सहयोग व क्षेत्रीय मामलों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। इस साल दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। राजनाथ ने कहा कि भारत और जापान एक विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी का अनुसरण करते हैं। जापान के साथ भारत की रक्षा साझेदारी स्वतंत्र, मुक्त और कानून-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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अहम मुद्दों पर चर्चा
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, दोनों देशों ने भारत-जापान रक्षा साझेदारी के महत्व और महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया, यह एक स्वतंत्र, खुला और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। टोक्यो में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान, राजनाथ सिंह ने भारत-जापान द्विपक्षीय रक्षा अभ्यास में बढ़ती जटिलताओं को देखते हुए दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को गहरा करने और रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी में साझेदारी के दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता के प्रमाण के रूप में उजागर किया।
जापान-भारत संबंध
हाल के वर्षों में भारत और जापान के बीच आर्थिक संबंधों का लगातार विस्तार और गहरा हुआ है क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा कई गुना बढ़ गई है। मई के महीने में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ कुछ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर विचारों का उत्पादक आदान-प्रदान किया गया था। वार्ता के दौरान, दोनों नेता रक्षा निर्माण के क्षेत्र में द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए थे। उस समय, उन्होंने सहमति व्यक्त की थी कि अगली 2+2 विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय बैठक जल्द से जल्द जापान में आयोजित की जा सकती है।
बहुपक्षीय अभ्यास जारी रखने की प्रतिबद्धता
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, राजनाथ सिंह और यासुकाजु हमदा ने 'धर्म अभिभावक' 'जिमेक्स' और 'मालाबार' सहित द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यास जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने इस साल मार्च में अभ्यास 'मिलन' के दौरान आपूर्ति और सेवा समझौते के पारस्परिक प्रावधान के संचालन का स्वागत किया। दोनों मंत्रियों ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि लड़ाकू अभ्यास के शीघ्र आयोजन से दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच अधिक सहयोग और अंतर-संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा।
रक्षा सहयोग के क्षेत्र में साझेदारी पर जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उपकरण और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में साझेदारी के दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जापानी उद्योगों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जहां सरकार द्वारा बनाए गए रक्षा उद्योग के विकास के लिए अनुकूल वातावरण है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल के दिनों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। दोनों देशों के सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है। एशिया में दो संपन्न लोकतंत्रों के रूप में, हम एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी का अनुसरण कर रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने शिंजो आबे के निधन पर दुख व्यक्त किया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के दुखद निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, भारत-जापान संबंधों को ऊपर उठाने में शिंजो आबे का योगदान महत्वपूर्ण था।