इमरान खान तो बड़े 'फेंकू' हैं, गोलमेज सम्मेलन की तस्वीर शेयर करके लूट रहे थे वाहवाही, अब हो रहे ट्रोल
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सोशल मीडिया में अपने परिवार का एक फोटो शेयर किया। जिसमें उन्होंने परिवार की देशभक्ति का बढ़ चढ़कर बखान किया। लेकिन जब असलियत पता चली तो वे अब सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल हो रहे हैं।
इस्लामाबाद, 9 अगस्त : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (former pm of pakistan imran khan) ने जब से कुर्सी छोड़ी है तब से वे लगातार विवादों में रहे हैं। खान किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमेशा सोशल मीडिया में बने रहते हैं। इस बार भी उन्होंने एक ऐतिहासिक तस्वीर शेयर की है। इसके बाद से उनकी फजीहत शुरू हो गई है। इमरान खान ने 1930 के गोलमेज सम्मेलन की एक तस्वीर ट्वीट की है। आईए जानते हैं कि उन्होंने इस तस्वीर के जरिए क्या झूठ फैलाने की कोशिश की है...
इमरान की झूठ की पोल खुल गई
इमरान खान ने 1930 के गोलमेज सम्मेलन की एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए दावा किया कि इस तस्वीर में उनके रिश्तेदार मौजूद हैं। हालांकि, जब ये तस्वीर सामने आई, सोशल मीडिया यूजर्स और टिप्पणीकार पूर्व पीएम खान को सच को गलत तरीके से पेश करने के लिए ट्रोल करने लगे। इमरान खान ने रविवार शाम को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की थी, जिसके कैप्शन में लिखा था, ऐतिहासिक गोलमेज सम्मेलन लंदन 1930, जिसमें कायदे-आजम (मोहम्मद अली जिन्ना) और अल्लामा इकबाल दोनों मौजूद थे। यह तस्वीर मेरे परिवार के लिए गर्व की बात है क्योंकि मेरे दादा के भाई मोहम्मद जमान खान और मेरे खालू (फूफा) जहांगीर खान ((बाएं से दूसरे और तीसरे नंबर पर) मौजूद हैं। इसका मतलब यह हुआ की इमरान खान के ये दो रिश्तेदार ऐतिहासिक गोलमेज सम्मेलन में मौजूद थे। इसके बाद इमरान खान की इस तस्वीर की सच्चाई के बारे में खोजबीन शुरू हो गई। ब्रिटेन की ओपेन यूनिवर्सिटी के रेकॉर्ड ने इमरान खान के इस दावे की (fake news buster) पोल खोल दी।
|
सोशल मीडिया में जमकर हो रहे ट्रोल
ब्रिटेन की ओपेन यूनिवर्सिटी पर दी गई लिस्ट के मुताबिक गोलमेज सम्मेलन में शामिल प्रतिनिधियों में मोहम्मद जमान खान नाम का कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। इस खुलासे के बाद इमरान खान सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल हो रहे हैं।
रेकॉर्ड में इमरान खान के रिश्तेदारों का कहीं नाम नहीं
यूके के मुक्त विश्वविद्यालय(UK's Open University) की वेबसाइट पर उपलब्ध सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों की सूची इस बात की पुष्टि करती है। लोगों ने माना कि यह तस्वीर गलत तरीके से प्रस्तुत की गई है। रेकॉर्ड में इमरान खान के रिश्तेदारों का कहीं नाम नहीं था। इमरान खान की इस तस्वीर के बारे में सबसे ज्यादा संभावना यह जताई जा रही है कि उनके दोनों ही रिश्तेदार साल 1930 से 1934 के बीच में लंदन में मौजूद थे। ये दोनों ही उस डिनर में शामिल थे जिसमें जिन्ना और अल्लामा इकबाल मौजूद थे। यह तस्वीर तभी की हो सकती है या कुछ अन्य आयोजन का हो सकता है।
ऐसा काम पहले भी कर चुके हैं इमरान खान
इससे पहले साल 2018 में इमरान खान ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर एक तस्वीर को शेयर किया था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि उनके रिश्तेदार जिन्ना और इकबाल के साथ बैठे हैं। हालांकि उनका यह दावा फर्जी निकला था।
ये भी पढ़ें : पीएम की रेस में लिज ट्रस आगे, ब्रिटेन में ऋषि सुनक की जीत के लिए लोग कर रहे हैं 'हवन'