अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले बिलावल भुट्टो का दावा, इमरान बहुमत खो चुके हैं, शहबाज होंगे अगले PM
इस्लामाबाद, मार्च 30। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर लगातार संकट के बादल मंडरा रहे हैं। 31 मार्च को इमरान खान संसद में विश्वास मत पेश करना है। उनके खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। हालांकि इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने दावा किया है कि इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत खो दिया है और बहुत जल्द शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनेंगे।
Recommended Video
इमरान खान की पार्टी से अलग हुई उनकी सहयोगी MQMP
बिलावल भुट्टो ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन की प्रमुख सहयोगी पार्टी के नेता भी नजर आए। इसके बाद माना जा रहा है कि इस पार्टी ने विपक्षी दलों के साथ गठबंधन कर लिया है। ऐसे में कल होने वाले विश्वास मत में इमरान खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेतृत्व वाले गठबंधन में प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने अपने सात सदस्यों के साथ घोषणा की कि उसने विपक्षी दलों के साथ जाने का फैसला किया है। यह पार्टी मौजूदा सरकार से अलग हो गई है।
विपक्षी एकजुटता के लिए सभी का आभार- शहबाज
बुधवार को बिलावल भुट्टो ने ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अगले कुछ दिनों में पूरी तरह तस्वीर साफ हो जाएगी। इस दौरान शहबाज शरीफ ने भी मीडिया से कहा कि मैं इस वक्त विपक्षी एकजुटता को सलाम करता हूं और उनकी हिम्मत की दात देता हूं कि इमरान खान को हटाने के लिए सभी एकजुट हो गए हैं, इसके लिए मैं अपने साथियों का शुक्रिया अदा करता हूं। बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को वोटिंग होगी।
क्या कहा है बिलावल भुट्टो ने?
बिलावल भुट्टो ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "इमरान खान अब अपना बहुमत खो चुके हैं। वह अब प्रधान मंत्री नहीं हैं। संसद सत्र कल है। चलो कल मतदान करते हैं और इस मामले को सुलझाते हैं। हम तब पारदर्शी चुनाव और लोकतंत्र की बहाली और अंत की यात्रा पर काम करना शुरू कर सकते हैं।" इस भुट्टो ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ही अब प्रधानमंत्री बनेंगे।
'इमरान या तो इस्तीफा दें, नहीं तो बर्खास्त तो होंगे ही'
बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और MQMP के संबंधों का इस अविश्वास प्रस्ताव से कोई लेना देना नहीं है। दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के विकास के लिए एकसाथ आने का फैसला किया है। भुट्टो ने आगे कहा कि इमरान खान के पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है वह या तो इस्तीफा दे दें, नहीं तो अविश्वास प्रस्ताव के जरिए तो उनको बर्खास्त किया ही जाएगा।