पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच बवाल, सेना प्रमुख की बैठक में नहीं गये इमरान, बाजवा ने फटकारा
पाकिस्तान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की बैठक में इमरान खान के नहीं आने से सेना प्रमुख काफी नाराज बताए जा रहे हैं और इमरान खान को फटकार लगाए जाने की खबर है।
इस्लामाबाद, जुलाई 04: पाकिस्तान में सरकार और सेना के बीच का तकरार काफी बढ़ता जा रहा है और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा की मीटिंग का प्रधानमंत्री इमरान खान ने बहिष्कार कर दिया है। जिसके बाद पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल मच गया है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने बेहद गोपनीय और महत्वपूर्ण मीटिंग बुलाई थी, जिसमें अफगानिस्तान को लेकर सेना की तरफ से ब्रीफिंग दी जाने वाली थी, लेकिन इस बैठक में बुलाने के बाद भी इमरान खान नहीं आए।
सेना और सरकार में बवाल
पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने अफगानिस्तान के मसले पर पाकिस्तान की सभी पार्टियों के प्रमुख नेताओं को बैठक में बुलाया था। जिसमें पाकिस्तानी नेताओं को काफी तेजी से बदलते अफगानिस्तान के हालात को लेकर ब्रीफिंग देनी थी और आगे की स्ट्रैटजी पर चर्चा करना था, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान सेना प्रमुख की बैठक में शामिल नहीं हुए। जिसके बाद पाकिस्तान की सियासत में भूचाल आ गया है, क्योंकि पिछले काफी दिनों से पाकिस्तान की राजनीतिक गलियारों में खबर है कि सेना प्रमुख इमरान खान के बयानों से काफी नाराज हैं। ऐसे में इमरान खान का बैठक में शामिल ना होने को लेकर आशंका जताई जा रही है कि इमरान खान की सत्ता कभी भी पाकिस्तान में जा सकती है।
इमरान खान की तरफ से सफाई
इमरान खान के एक करीबी ने पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून को कहा कि ''इमरान खान सेना प्रमुख की बैठक में शामिल होना चाहते थे, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने कहा था कि अगर पीएम इस बैठक में आते हैं तो वो बैठक का बहिष्कार करेगी, इसीलिए पीएम इस बैठक में नहीं पहुंचे''। लेकिन, पाकिस्तान के अंदर पीएम के सहयोग की ये दलील किसी को पच नहीं रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि, अब तक किसी बैठक का बहिष्कार विपक्षी पार्टियां करती हैं, ना कि प्रधानमंत्री। और सेना प्रमुख बाजवा ने इमरान खान की इस दलील को खारिज कर दिया है। वहीं, पीपीपी चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा कि ''इतनी महत्वपूर्ण बैठक से प्रधानमंत्री का गायब रहना गलत संदेश दे रहा है''। वहीं, सेना प्रमुख की बैठक से पहले पाकिस्तान के गृहमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा था कि इस बैठक के बाद पाकिस्तान की राजनीति हमेशा के लिए बदल जाएगी। लिहाजा गृहमंत्री का ट्वीट भी पाकिस्तान में बड़ी राजनीतिक उठा-पटक की तरफ इशारे कर रही है।
सेना प्रमुख ने लगाई फटकार
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सेना प्रमुख ने इस बैठक के दौरान सरकार के कई फैसलों पर सख्त नाराजगी जताई है। खासकर अमेरिका को लेकर दिए गये इमरान खान के बयान पर सेना प्रमुख बाजवा ने काफी नाराज जाहिर की है। पाकिस्तानी मीडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ''सेना प्रमुख पिछले हफ्ते इमरान खान के अमेरिका के खिलाफ दिए गये बयानों से काफी नाराज हैं और उन्होंने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि पाकिस्तान भले चीन के कितने भी करीब क्यों ना चला जाए, लेकिन अमेरिका से संबंध किसी भी कीमत पर खराब नहीं कर सकता है।''
आईएसआई चीफ भी नाराज
पाकिस्तान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की बैठक के दौरान पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद ने अमेरिका के साथ स्वस्थ संबंधों की वकालत की है। बैठक में भाग लेने वाले कुछ सांसदों ने कहा कि सैन्य और खुफिया नेतृत्व ने जोर देकर कहा कि चीन के साथ संबंध मजबूत हैं और लेकिन, उसके लिए अमेरिका के साथ संबंधों को बलिदान नहीं दिया जा सकता है। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने साफ साफ सरकार से कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका के साथ स्वस्थ संबंध बनाए रखने होंगे। गुरुवार को हुई ये बैठक करीब आठ घंटे से ज्यादा वक्त तक चली। इस बैठक में सेना और आईएसआई ने अफगानिस्तान से अमेरिका के हटने के बाद के हालात, जम्मू-कश्मीर के घटनाक्रम, चीन और अमेरिका के साथ संबंधों पर अपना पक्ष रखा। लेकिन, अब पाकिस्तान में सवाल उठ रहे हैं कि सेना से नाराजगी मोल लेकर सेना की बदौलत ही पीएम बने इमरान खान आखिर कब तक अपनी गद्दी बचा सकते हैं?
रूस ने किया नई सुरक्षा नीति का ऐलान, भारत-चीन की दोस्ती करवाएंगे पुतिन, यूएस डॉलर पर करेंगे चोट