बांग्लादेश में चीनी हमले का केस, मानव श्रृंखला बनाकर चीन का विरोध
मथबरिया मई 13 : बांग्लादेश में एक चीनी नागरिकों पर हुए हमले को लेकर वहां के स्थानीय लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इसके विरोध में नाराज लोगों ने मानव श्रृंखला का निर्माण कर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि उन पर झुठे केस दर्ज किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक पड़ोसी देश बांग्लादेश के पिरोजपुर जिले के मथबरिया में एक बांध निर्माण में बाधा डालने के बाद हिंसक झड़प हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन पर ही झूठे आरोप लगाए दिए गए हैं। जिसके बाद केस को वापस लेने की मांग करते हुए लोगों ने मानव श्रृंखला का निर्माण किया। लोगों का आरोप है कि उन पर कुछ चीनी लोगों ने हमला किया था,जिसका वे विरोध कर रहे हैं।

लोगों ने कहा केस वापस लो
चीन और केस वापस लेने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस शांतिपूर्ण रैली के दौरान कुछ लोगों ने बताया कि शेख हसीना के नेतृत्व में देश प्रगति की राह पर अग्रसर है लेकिन कुछ चीनी लोग देश में दिक्कतें पैदा कर रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों वहां के स्थानीय लोगों पर हुए केस के पीछे चीनी लोगों का हाथ बताया है। लोगों ने बताया कि स्थानीय लोगों पर हमले के बाद उन पर झूठे आरोप लगाकर मामले दर्ज किए गए हैं। वे इस मामले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
चीन को चेतावनी
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बताया कि अगर केस वापस नहीं लिया जाता है तो आने वाले भविष्य में विरोध प्रदर्शन और तेज होंगे। साथ ही उन लोगों ने चेतावनी देते हुए चीनी दूतावास को चेताते हुए कहा कि चीन को अपने इंजीनियरों, नागरिकों और श्रमिकों को चेतावनी देनी चाहिए ताकि आने वाले भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक एक मई को इलाके में एक निर्माण परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर वहां के निवासियों ने उसका विरोध किया था और कार्य करने से रोका था। जिसके बाद इलाके में काम कर रहे कुछ चीनी कर्मियों की स्थानीय लोगों से झड़प हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों के खिलाफ केस कर दिया गया। लोगों ने इस केस को फर्जी करार दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केस के डर से कई लोग घर छोड़कर भाग गए हैं।
पाकिस्तान में भी चीनी नागरिकों पर हो रहा है हमला
बता दें कि भारत के एक और पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी पिछले कुछ सालों में चीनी लोगों हमले बढ़े हैं। 26 अप्रैल को कराची यूनिवर्सिटी में एक आत्मघाती हमला हुआ था। इसमें तीन चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस हमले को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की आत्मघाती हमलावर शैरी बलूच ने अंजाम दिया था। अपने लोगों पर हो रहे हमलों से तिलमिलाए चीन ने ब्लास्ट में शामिल आतंकियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
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