अमेरिकी राज्यों में अक्टूबर को घोषित किया गया हिंदू विरासत महीना, अद्वितीय इतिहास और योगदान के लिए सम्मान
अमेरिका के कई राज्य सरकारों ने अक्टूबर महीने को हिंदू विरासत महीना मनाने की घोषणा की है। Many state governments of America have announced the month of October to be celebrated as Hindu Heritage Month.
वॉशिंगटन, सितंबर 25: अमेरिका के कई राज्यों में हिंदु विरासत दिवस मनाया जाएगा जाएगा। इसके लिए अक्टूबर महीने को चुना गया है। टेक्सास, फ्लोरिडा, न्यू जर्सी, ओहियो और मैसाचुसेट्स सहित कई और अमेरिकी राज्यों ने अक्टूबर को हिंदू विरासत माह के रूप में घोषित कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी समाज में हिंदू धर्म द्वारा दिए गये अद्वितीय इतिहास और योगदान को देखते हुए सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।
हिंदू विरासत महीना
अमेरिका से मिल रही रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के दर्जनों राज्यों ने अक्टूबर महीने में हिंदू विरासत महीना मनाने की घोषणा कर दी है और इसके पीछे वजह बताते हुए कहा गया है कि, हिंदू धर्म ने अपने अद्वितीय इतिहास और विरासत के माध्यम से अमेरिका को "बहुत योगदान" दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में हिंदू समाज ने अक्टूबर को हिंदू विरासत महीना घोषित करने की दिशा में पहल की थी, जिसे अमेरिका के कई राज्यों ने मान लिया है।
राज्यों ने की घोषणाएं
अमेरिका के विभिन्न राज्यों के राज्यपालों, कांग्रेस सदस्यों और सीनेटरों के कार्यालय ने इस बाबत घोषणा कर दी है। घोषणा में कहा गया है कि अक्टूबर महीने को हिंदू विरासत महीना के तौर पर अमेरिका में सेलिब्रेट किया जाएगा। अमेरिकी राज्यों की तरफ से जारी घोषणाओं में उल्लेख किया गया है कि, "हिंदू समुदाय ने विश्वास के साथ अमेरिकी समाज की सेवा की है और अमेरिकी समाज में हिंदू समाज को लेकर काफी ज्यादा विश्वास है और हिंदू समुदाय को अमेरिका में आशा की किरण के तौर पर देखा जाता है, हिंदू समाज ने अमेरिका के साथ अपने विश्वासों को साझा किया है और सेवा के माध्यम से अपने समुदायों को बेहतर बनाया है''। राज्य सरकारों की तरफ से घोषणा में ये भी कहा गया है कि, दुनिया भर में हजारों अनुयायियों के जीवन में सुधार और प्रेरणा हिंदू धर्म ने लाया है लिहाजा, हिंदू धर्म ने अपने अद्वितीय इतिहास और विरासत के माध्यम से हमारे राज्य और राष्ट्र में बहुत योगदान दिया है।''
अमेरिकी सरकार की घोषणा का इंतजार
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की करीब-करीब सभी राज्य सरकारों ने अक्टूबर महीने को 'हिंदू विरासत महीना' घोषित कर दिया है और अब सिर्फ केन्द्रीय अमेरिकी सरकार के द्वारा घोषणा किया जाना बाकी है। अमेरिका में रह रहे हिंदू समाज ने अमेरिकी सरकार से अपील की है, वो अक्टूबर महीने को 'हिंदू विरासत महीना' घोषित कर दे। अमेरिकी हिंदू समाज के लोगों ने कहा कि, वे चाहते हैं कि राष्ट्रपति जो बाइडेन एक कार्यकारी आदेश द्वारा औपचारिक रूप से अक्टूबर के महीने को हिंदू विरासत माह के रूप में घोषित करें।
अमेरिका समाज में मिला है हिंदू समाज
अमेरिका स्थिति एक हिंदू संगठन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से एक अपील करते हुए कहा गया है कि अमेरिका में रहने वाले करीब 30 लाख शक्तिशाली अमेरिकन-हिंदू, अमेरिकी समुदाय की हितों और आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए और भारत के साथ अच्छे ताल्लुकात को और मजबूत करते हुए, जो मूल रूप से हिंदुस्तानी हैं, हम आपसे (राष्ट्रपति) अनुरोध करते हैं कि औपचारिक रूप से एक कार्यकारी आदेश देते हुए अक्टूबर महीने को 'हिंदू विरासत माह' के तौर पर मनाने का आदेश दें। विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) के अध्यक्ष अजय शाह ने कहा कि, यह जानकर आश्चर्य होता है कि लोग सनातन वैदिक धर्म के बारे में कितना कम जानते हैं। "यह हमारे दर्शन और फिलॉसफी पर दुनिया को शिक्षित करने का अच्छा समय है।
राज्य सरकारों से मिली इजाजत
विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका के अध्यक्ष अजय शाह ने कहा कि, उन्होंने जुलाई के मध्य में अन्य हिंदू समूहों के साथ मिलकर अमेरिका की राज्य सरकार के प्रमुखों को 20 से ज्यादा पत्र भेजे थे, जिसमें अक्टूबर को हिंदू विरासत माह के रूप में घोषित करने का अनुरोध किया गया था। 'हिंदू विरासत माह' उत्सव उस विविधता को प्रदर्शित करेगा जो हिंदू सभ्यता के लिए इतनी मौलिक है। वहीं, विश्व हिंदू परिषद अमेरिका के उपाध्यक्ष संजय कौल, जो इस कार्यक्रम के आयोजकों में से एक हैं, उन्होंने कहा कि, ''हिंदू विरासत और संस्कृति हजारों साल पुरानी है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम इसे दुनिया के साथ साझा करें और इसे अपनी अगली पीढ़ियों को दें ताकि वे अपनी जड़ों पर गर्व कर सकें''।
अक्टूबर महीने में मनेगा उत्सव
आयोजकों के मुताबिक, अक्टूबर महीने में होने वाले समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, फैशन शो, वेबिनार, बहु-दिवसीय सम्मेलन, वॉकथॉन और कई अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ये आयोजन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा, जिसमें व्यक्तिगत और आभासी दोनों तरह से कार्यक्रमों का आयोजन होगा। वर्ल्ड हिंदू काउंसिल ऑफ अमेरिका के उपाध्यक्ष डॉ जय बंसल ने कहा कि, हिंदू समुदाय स्वभाव से ही विनम्र है। हालांकि, अमेरिका में रहने वाले हिंदुओं की दूसरी और तीसरी पीढ़ी धीरे-धीरे अमेरिकी समाज में पूरी तरह से मिल गई है और अपनी अलग पहचान बनाने में लगी है, लिहाजा अब समय आ गया है कि हिंदू समुदाय अपने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में बात करे और हर पहलू में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
एक महीने चलेगा कार्यक्रम
एक महीने तक चलने वाले इस उत्सव को लेकर अमेरिकन हिंदू छात्र परिषद के अध्यक्ष अर्णव केजरीवाल ने कहा कि, ''अमेरिकी अनुभव हमारी प्रत्येक अनूठी संस्कृतियों, परंपराओं और इतिहास को साझा करने और सीखने के बारे में है।'' उन्होंने कहा कि, ''हमें एक समर्पित इतिहास और जागरूकता महीने के दौरान इतने सारे समुदायों को अपनी अनूठी कहानियों को एक साथ जानने और उसे विस्तार देने का मौका मिलेगा और मैं हिंदू अमेरिकी समुदाय से निकली अलग अलग कहानियों को जानने और समझने के लिए काफी उत्साहित हूं''। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के महासचिव अमिताभ वीडब्ल्यू मित्तल ने कहा कि, हिंदू दर्शन क्या है, यह जानने के लिए कोई एक किताब नहीं है, क्योंकि यह लगातार विकसित हो रहा है और मानव सभ्यता में इसका योगदान अतुलनीय है।