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कश्मीर पर सीना ठोककर बात करे भारत, पाकिस्तान जानता है अब अनुच्छेद 370 नहीं होगा बहाल- एक्स रॉ चीफ

भारत के एक्स रॉ चीफ ने कहा है कि भारत को सीना ठोक कर कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए क्योंकि पाकिस्तान जानता है कि अनुच्छेद 370 की बहाली अब नहीं होगी।

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नई दिल्ली: भारत के पुर्व रॉ चीफ ने कहा है कि भारत सरकार को अब सीना ठोककर कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए क्योंकि पाकिस्तान अब जान चुका है, कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 पूरी तरह से खत्म हो चुका है। पूर्व रॉ चीफ और पूर्व आईबी चीफ ए.एस दुलक ने 'द प्रिंट' से बात करते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को कोर इश्यू में भी रखे, फिर भी भारत सरकार को सीना ठोककर कश्मीर मुद्दे पर बात करनी चाहिए।

भारत सरकार को सलाह

भारत सरकार को सलाह

भारत के पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत जो इंटेलिजेंस ब्यूरो यानि आईबी के भी चीफ रह चुके हैं उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर द प्रिंट से बात करते हुए भारत सरकार को कई महत्वपूर्ण सलाह दिए हैं। एएस दुलत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार जनवरी 2001 से मई 2004 तक कश्मीर मामलों के सलाहकार भी थे। दुलत ने कहा है कि इस्लामाबाद अब समझ चुका है कि भारत सरकार कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म कर चुकी है, लिहाजा अब पाकिस्तान इसे ध्यान में रखते हुए ही भारत के साथ बातचीत करेगा। ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी कश्मीरी लोगों के बीच जाना चाहिए और उन्हें भरोसा दिलाना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा साथ ही जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां फिर से बहाल हो जाएंगी।

कश्मीर पर बात करे भारत

कश्मीर पर बात करे भारत

एएस दुलत ने कश्मीर मुद्दे पर द प्रिंट से बात करते हुए कहा कि 'मुझे नहीं लगता है कि हमें कश्मीर पर बात करने से झिझकना चाहिए। अगर पाकिस्तान कहता है कि कश्मीर एक कोर मुद्दा है, मुझे नहीं लगता है उसमें भी भारत को कोई दिक्कत होनी चाहिए।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'पाकिस्तान अब अनुच्छेद 370 के बिना ही भारत से मेल-मिलाप करने की कोशिश करेगा। पाकिस्तान अब समझ चुका है कि अनुच्छेद 370 खत्म हो चुका है और ये कश्मीर में फिर से कभी नहीं बहाल होने वाला है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कश्मीर को लेकर कौन क्या कह रहा है'। एएस दुलत ने इसके साथ ये भी कहा है कि 'ऐसे मुद्दों पर बात सिर्फ एक तरह से ही नहीं होते हैं। थोड़ी पहल हमारी तरफ से भी की जानी चाहिए। कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां फिर से बहाल हो सकती हैं और कश्मीर को राज्य का दर्जा फिर से मिल सकता है।

दो साल से बंद है बातचीत

दो साल से बंद है बातचीत

पूर्व रॉ-चीफ ने भारत एएस दुलत ने भारत सरकार को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बातचीत की सलाह उस वक्त दी है, जब इस बात की संभावना बन रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच अंदरखाने बात हो रही है और बहुत जल्द दोनों देश आमने-सामने बैठकर भी बात करे। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दो सालों से ज्यादा वक्त से बातचीत पूरी तरह से बंद है। पुलवामा में भारतीय जवानों पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान में घुसकर एयरस्ट्राइक किया था और उसके बाद से ही दोनों देशों के बीच बातचीत बंद है और अब माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत शुरू हो सकती है।

‘कश्मीरियों से बात करें प्रधानमंत्री’

‘कश्मीरियों से बात करें प्रधानमंत्री’

पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कश्मीरियों से सीधा राब्ता कायम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि कश्मीरी अवाम से पीएम सीधे संवाद कायम कर उन्हें भरोसा दिला सकते हैं कि कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा और कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली फिर से कर दी जाएगी। वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि कश्मीरियों को प्रधानमंत्री को संदेश देना चाहिए कि सरकार कश्मीर में जनसंख्या पैटर्न को भी बदलने की इच्छा सरकार की नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी कश्मीरियों को ये संदेश देने में कामयाब हो जाते हैं तो पाकिस्तान के हाथ से कश्मीर हमेशा के लिए निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कश्मीर की यात्रा करेंगे तो इससे कश्मीरियों को हिम्मत मिलेगी, नहीं तो अगर फिर से गर्मी का महीना शुरू होगा तो कश्मीर में एक बार फिर से वैसे ही हालात बनने के आसार बन जाएंगे।

पाकिस्तानी मानसिकता से आजादी

पाकिस्तानी मानसिकता से आजादी

पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत ने कहा है कि कश्मीर से अभी तक पाकिस्तान नहीं निकला है और पाकिस्तानी मानसिकता लगातार कश्मीर में अपना पैर फिर से मजबूत करने की कोशिश में है। खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच 25 फरवरी को सीजफायर समझौता होने के बाद। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता भले ही हो चुका है, फिर भी कश्मीर में आतंकी वारदातों में कमी नहीं आई है और हम अभी नहीं कह सकते हैं कि कश्मीर से आतंक का सफाया हो गया है। एएस दुलत ने कहा कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री कोरोना पॉजिटिल होने पर इमरान खान के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर सकते हैं और कश्मीर के बड़े नेता फारूख अब्दुल्ला के कोविड पॉजिटिव होने के बाद उनके लिए ट्वीट कर सकते हैं तो भारतीय प्रधानमंत्री के लिए कश्मीरियों से ताल्लुक कायम करना कतई मुश्किल नहीं होगा।

भारत-पाकिस्तान बातचीत

भारत-पाकिस्तान बातचीत

पूर्व रॉ चीफ एएस दुलत ने पाकिस्तान के आईएसआई चीफ असद दुर्रानी के साथ मिलकर 'द स्पाई क्रोनिकल्स(2018) नाम की किताब लिखी थी। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर को लेकर 'कश्मीर: द बाजपेयी ईयर्स' (2015) नाम की भी किताब लिखी है। उन्होंने कहा कि 'भारतीय एनएसए अजित डोवल और पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल बाजवा के बीच 'बातचीत' हो रही है, जिससे दोनों देशों के बीच के टेंशन को कम करेगा'। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देशों को विश्वास बहाल करने के लिए बेबी स्टेप्स यानि छोटे छोटे कदम उठाने चाहिए, ताकि पुलवामा की घटना और कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद उपजे तनाव भरे हालात कम हो सके।

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English summary
The Ex Raw Chief of India has said that India should not shy to talk on Kashmir with Pakistan because Pakistan knows that the restoration of Article 370 will not happen.
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