'आधी रात की बात है, पीएम मोदी ने मुझे फोन किया और पूछा..', जयशंकर ने सुनाया अफगानिस्तान का किस्सा
एस. जयशंकर ने कहानी सुनाते हुए कहा कि, 'प्रधानमंत्री का जब फोन आता है, तो उसपर कोई कॉलर आईडी नहीं होता है और नो कॉलर आईडी लिखा होता है, इसीलिए मुझे थोड़ी सी हैरानी हुई।
न्यूयॉर्क, सितंबर 23: संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस वक्त अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर मे हैं, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान अफगानिस्तान में भारतीय रेस्क्यू मिशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अपनी बातचीत का दिलचस्प किस्सा सुनाया है। भारतीय विदेश मंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बताया है, कि अफगानिस्तान में जिस दिन तालिबान ने कब्जा किया था, उस दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने उन्हें आधी रात को फोन किया था और पूछा था, कि क्या आप जाग रहे हैं?
एस. जयशंकर ने क्या कहा?
कार्यक्रम में बोलते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत के अफगानिस्तान रेस्क्यू मिशन की चर्चा की है और उन्होंने कहा कि, 'आधी रात का वक्त था और प्रधानमंत्री ने मुझे फोन किया और उनका पहला सवाल ये था, कि जागे हो?' एस. जयशंकर ने उस आधी रात की कहानी सुनाते हुए कहा कि, 'मुझे आज भी याद है, कि आधी रात से ज्यादा का वक्त था और अफगानिस्तान में हमारे काउंसलेट के पास हमला हुआ था। और हम लोग लगातार फोन पर अपने अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। हम लगातार घटना की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे थे। लगातार हम फोन पर बने हुए थे। हम अपने दोस्त वार्ड लॉर्ड से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, ताकि मदद पहुंचाई जा सके और आधी रात में ये सारी बातें लगातार चल रही थीं, हम लगातार फोन पर अधिकारियों से बात कर रहे थे, तभी मेरा फोन बजा।'
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प्रधानमंत्री का आया फोन
एस. जयशंकर ने कहानी सुनाते हुए कहा कि, 'प्रधानमंत्री का जब फोन आता है, तो उसपर कोई कॉलर आईडी नहीं होता है और नो कॉलर आईडी लिखा होता है, इसीलिए मुझे थोड़ी सी हैरानी हुई। लेकिन, कॉलर आईडी नहीं होने के बाद भी आधी रात को फोन रिसीव करना होता है, क्योंकि हो सकता है, कोई आपसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। और वो फोन प्रधानमंत्री का था। और उनका पहला सवाल ये था, कि 'जागे हो?' मैंने कहा कि, हां सर। फिर प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'अच्छा, टीवी देख रहे हो?' तो मैंने कहा कि, हां सर..टीवी देख रहा हूं।' फिर पीएम ने मुझसे पूछा, कि 'क्या हो रहा है वहां?' भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि, फिर मैंने पीएम से वहां के हालात के बारे में बताना शुरू किया, कि वहां क्या हो रहा है और मैंने पीएम से कहा कि, हमारे लोगों तक मदद पहुंच रही है। जिसके बाद प्रधानमंत्री जी ने कहा कि, अच्छा, जब ये सारा कुछ हो जाए, तो मुझे फोन करना। तो मैंने सोचा कि, अभी तो इसमें 2-3 घंटे और लगेंगे, और उस वक्त देर रात हो चुकी थी, तो मुझे लगा कि उतनी रात को पीएम को फोन कैसे करूं।
पीएम ने कहा, मुझे ही फोन करना
भारतीय विदेशमंत्री ने कहा कि, मैंने पीएम मोदी से कहा, जी सर, जब ये काम हो जाएगा, तो मैं आपके यहां (पीएमओ) फोन करके बता दूंगा। तो पीएम ने कहा कि, नहीं, मुझे पर्सनल फोन करना। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि, ये किस्सा आपको इसलिए बताया है, कि इससे पता चलता है, कि आप जिनके अंदर काम कर रहे हैं, वो कितने संवेदनशील और एक्टिव हैं और इससे पता चलता है, कि देश में चाहे वो कोई अच्छा समय है, या फिर बुरा समय, आपकी पॉलिटिकल क्लास कितनी एक्टिव है। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि, यही चीजें हकीकत में अंतर पैदा करती हैं।
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