Donald Trump अगले हफ्ते राष्ट्रपति पद के लिए दावेवारी का करेंगे ऐलान, पार्टी के अंदर ही मिलेगी चुनौती
डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस बात की घोषणा की थी, कि मंगलवार को फ्लोरिडा में मारा-ए-लागो एस्टेट में वो कुछ बड़ा घोषणा करने वाले हैं और मिलर के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प मौके पर भारी भीड़ और सैकड़ों मीडिया सदस्य रहेंगे।
Donald Trump News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते 2024 में होने वाले राष्ट्र्पति चुनाव के लिए दावेदारी का ऐलान कर सकते हैं। द हिल की रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष सहयोगी और लंबे समय के सलाहकार जेसन मिलर ने शुक्रवार को स्टीफन बैनन के रेडियो शो के दौरान संकेतों में इसकी जानकारी दी है। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन से चुनाव हारने के बाद फर्जी वोटिंग का आरोप लगाने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने इसी महीने कहा था, कि 15 नवंबर को वो कुछ बड़ा ऐलान करने वाले हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होंगे ट्रंप?
जेसन मिलर ने शुक्रवार को कहा कि, "(पूर्व) राष्ट्रपति ट्रम्प मंगलवार को घोषणा करने जा रहे हैं, कि वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान करेंगे। और यह एक बहुत ही प्रोफेशनल घोषणा होने जा रही है।" मिलर ने व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकार,जिनके रेडियो शो 'वॉर रूम' में वह दिखाई देने वाले हैं, उन्होंने कहा कि, उन्होंने दिन में पहले ही ट्रम्प के साथ बात की थी और कहा कि, डोनाल्ड ट्रम्प ने दोहराया है कि, राष्ट्रपति पद के लिए एक बार फिर से उम्मीदवारी जताने के इरादे के अलावा और 'कोई सवाल करने की आवश्यकता नहीं है'। उन्होंने कहा कि, डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे बताया कि, "बेशक, मैं चुनाव में दौड़ रहा हूं और ऐसा मैं करने जा रहा हूं, और मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि, लोगों को पता चले, जब मैं देश को एक बार फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा था, उस वक्त मुझे निकाल दिया गया था।"
15 तारीख को करेंगे घोषणा
डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस बात की घोषणा की थी, कि मंगलवार को फ्लोरिडा में मारा-ए-लागो एस्टेट में वो कुछ बड़ा घोषणा करने वाले हैं और मिलर के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प मौके पर भारी भीड़ और सैकड़ों मीडिया सदस्यों को अपनी घोषणा से पहले आमंत्रित करने वाले हैं। आपको बता दें कि, मिलर ने साल 2016 और साल 2020 में डोनाल्ड ट्रम्प के लिए प्रचार-प्रसार किया था और उनके लिए काम किया था। और राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार के रूप में काम करना जारी रखा था। डोनाल्ड ट्रंप उस वक्त राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान करने वाले हैं, जब अमेरिका में मध्यावधि चुनाव हुआ है और उनकी रिपब्लिकन पार्टी को जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से कांटे की टक्कर मिली है। वहीं, डोनाल्ड ट्रम्प के बयानों से ऐसा लगता है, कि वो फिर से राष्ट्रपति बनने के लिए आश्वस्त हैं और उन्होंने अपने अपने संभावित राष्ट्रपति कार्यकाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि,"मुझे शायद इसे फिर से करना होगा, इसीलिए हमारे साथ बने रहें।"
पार्टी के अंदर से ही चुनौती
एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी का ऐलान करने वाले हैं, तो दूसरी तरफ उन्हें अपनी ही पार्टी के अंदर से गंभीर चुनौती मिलने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार दूसरी बार फ्लोरिडा के गवर्नर बने रॉन डेसेंटिस, जिन्हें ट्रंप 2.0 कहा जाता है, वो भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, रॉन डेसेंटिस भले ही खुद को राष्ट्रपति पद का दावेदार ना मान रहे हों, लेकिन उनकी बढ़ती लोकप्रियता ने डोनाल्ड ट्रंप को परेशान कर रखा है। दोनों नेता कई महीनों से आमने-सामने हैं और कई मौकों पर एक-दूसरे पर सार्वजनिक चुटकियां ले चुके हैं। फ्लोरिडा में रॉन डेसेंटिस की बड़ी जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी है, कि अगर रॉन डेसेंटिस उन्हें रिपब्लिकन पार्टी के अंदर राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए चुनौती देते हैं, तो फिर रॉन डेसेंटिस के बारे में हानिकारक खुलासे किए जाएंगे।
रॉन डेसेंटिस कौन हैं?
44 साल के रॉन डेसेंटिस साल 2012 में पहली बार हॉउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए चुने गये थे और उसके 6 सालों के बाद साल 2018 में वो पहली बार गवर्नर बने। रॉन डेसेंटिस खुद को 'ब्लू कॉलर जड़ वाला मूल फ्लोरिडियन' के तौर पर वर्णित करते हैं। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है, जहां वे विश्वविद्यालय बेसबॉल टीम के कप्तान थे। इसके बाद वे हार्वर्ड लॉ स्कूल गए। हार्वर्ड में पढ़ाई के दौरान ही वो JAG ऑफिसर के तौर पर अमेरिकी नौसेना की लॉ विंग में शामिल हुए और 2010 में उन्होंने रिटायर्टमेंट ले ली और फिर वो राजनीति में प्रवेश कर गये। साल 2012 में पहली बार वो फ्लोरिडा से हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के सदस्य बने और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के शुरूआती दिनों में उनका अभियान मुख्य तौर पर टैक्स कम करने तक सीमित रखा और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की उन्होंने खुलकर आलोचना की।
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