अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू मेंबर तुलसी गबार्ड ने आधिकारिक तौर पर पेश की राष्ट्रपति चुनावों के लिए दावेदारी
वॉशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदु सदस्या तुलसी गबार्ड ने आधिकारिक तौर पर साल 2020 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी के लिए ऐलान कर डाला है। तुलसी ने अपने व्हाइट हाउस की रेस के लिए एक एंटी-वॉर मैसेज पोस्ट किया। इसके साथ ही उन्होंने विदेशी धरती पर अमेरिकी हस्तक्षेप का विरोध किया और साथ ही कई ताकतवर राजनेताओं को भी फटकार लगाई है। तुलसी ने अपने मैसेज में रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों के नेताओं को नहीं बख्शा है।
हवाई से लॉन्च किया कैंपेन
गबार्ड के कैंपेन मैनेजर ने पिछले दिनों उनका साथ छोड़ दिया है और साथ ही कंसलटिंग फर्म के साथ भी अपना नाता तोड़ लिया है। इसके अलावा उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करके पूर्व में एलजीबीटी कम्यूनिटी के खिलाफ दिए गए अपने बयान के लिए माफी भी मांगी है। शनिवार को तुलसी ने अपने गृह नगर हवाई से नया कैंपेन लॉन्च किया है। तुलसी ने हवाई के होनोलुलू के वाइकिकि से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। हवाई में हिंदू अमेरिकियों खासतौर पर भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा है। तुलसी ने कहा, 'जब हम अपना दांया हाथ आगे बढ़ाते हैं तो देश की सेवा के लिए और अमेरिकियों के लिए लड़ने के मकसद से अपने हितों को किनारे कर देते हैं। हम एक होकर अपराजेय, संगठित और एक-दूसरे के लिए और देश के लिए प्यार की भावना दिल में रखकर सेवा के लिए आगे आते हैं।' गबार्ड दो बार इराक में तैनात रह चुकी हैं और नेशनल गार्ड के साथ वह मेजर की रैंक पर हैं। इसके बाद गबार्ड ने कहा, 'इस भावना के साथ ही मैं आज अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी का ऐलान करती हूं।'