फरवरी में फैसला: क्या सत्ता से हटा दिए जाएंगे इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ?
Corruption charges against Israeli PM: Jerusalem: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू(Benjamin Netanyahu) क्या फरवरी में सत्ता से बेदखल कर दिए जाएंगे? क्या बेंजामिन नेतन्याहू को फरवरी में प्रधानमंत्री(Prime minister) पद से इस्तीफा देना पड़ेगा? ये सवाल इजरायल के रहने वाले हर नागरिक के मन में चल रहा है। दिन हो या सर्द रात, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर के बाहर सैकड़ों की तादाद में लोग पिछले कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और बेंजामिन नेतन्याहू से इस्तीफा मांग रहे हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू पर लगे हैं गंभीर आरोप
दरअसल, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और अपने पद का दुरूपयोग करने समेत तीन और आरोप लगे हैं, जिसके बाद से लगातार प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगा जा रहा है। इसके साथ ही लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए प्रभावी और जरूरी कदम नहीं उठाए जिससे इजरायल में कई लोगों की मौतें हुई हैं। लिहाजा लोगों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है। लोग हाथों में 'नेतन्याहू वापस जाओ' और 'कानून की नजर में सब बराबर' जैसी तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हैं और उनसे इस्तीफा मांग रहे हैं।
फरवरी में होगी कोर्ट में सुनवाई
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ ये प्रदर्शन येरूशलम स्थित उनके दफ्तर के बाहर किया जा रहा है। प्रदर्शनकारी कई महीनों से येरूशलम में उनके दफ्तर के बाहर जुटे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो शख्स कैसे देश की सत्ता पर बना रह सकत है जिसपर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप लगे हों। और वो सही तरीके से देश का नेतृत्व नहीं कर सकते हैं, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा भी चल रहा है, जिसकी अहम सुनवाई 8 फरवरी को येरूशलम की जिला अदालत में होनी है। संभावना जताई जा रही है कि 8 फरवरी को प्रधानमंत्री नेतन्याहू अदालत में पेश हो सकते हैं।
इजरायल में दो साल में चौथी बार चुनाव
इजरायल में पिछले दो सालों से राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। पिछले दो सालों में 3 बार चुनाव हो चुके हैं, लेकिन किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद सरकार को समर्थन दे रही ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने उनसे समर्थन वापस ले लिया, जिसकी वजह से उनकी सरकार अल्पमत में आ गई। और अब संभावना है कि स्थिर सरकार चुनने के लिए इजरायल में पिछले दो साल में चौथी बार चुनाव कराए जाएंगे।
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