LAC पर मौजूद चीनी सैनिकों से शी जिनपिंग ने की बातचीत, कहा- हालात बदल रहे हैं, कितनी है तैयारी?
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सैनिकों का हालचाल पूछा और ये जानना चाहा कि क्या उन्हें इस मौसम में ऐसे दुर्गम जगह पर ताजी सब्जी मिल रही है?
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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पूर्वी लद्दाख LAC पर तैनात चीनी सैनिकों के साथ बातचीत की है। जिनपिंग की ये बातचीत बुधवार की शाम वीडियो लिंक के जरिये हुई। इस दौरान उन्होंने सैनिकों की युद्ध तैयारिकों का जायजा भी लिया। चीन की सरकारी मीडिया ने इस बात की जानकारी गुरुवार को दी।
युद्ध की तैयारियों का भी लिया जायजा
चीन की सरकारी मीडिया की ओर से जारी वीडियो के मुताबिक शी जिनपिंग ने झिंजियांग पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) मुख्यालय से खुंजरेब में बॉर्डर प्वाइंट पर तैनात चीनी सैनिकों के साथ बातचीत की। शी जिनपिंग PLA के कमांडर इन चीफ भी हैं। उन्होंने बॉर्डर पर तैनात सैनिकों से कहा कि 'हाल के समय में इस क्षेत्र की स्थिति लगातार बदल रही है और इससे सेना पर किस प्रकार असर डाला है।' सैनिकों के साथ बातचीत के दौरान जिनपिंग ने इस बात का भी जायजा लिया कि चीनी जवान युद्ध के लिए कितने तैयार है।
शी ने पूछा- ताजी सब्जी कैसे मिल पाती है?
रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान एक चीनी सैनिक ने जिनपिंग से कहा कि वे ऊर्जा से लबरेज हैं और 24 घंटे सजग होकर बॉर्डर की निगरानी कर रहे हैं। इस दौरान चीनी राष्ट्रपति ने सैनिकों का हालचाल पूछा और ये जानना चाहा कि क्या उन्हें इस मौसम में ऐसे दुर्गम जगह पर ताजी सब्जी मिल रही है? चीन की आधिकारिक मीडिया ने बताया कि शी ने सीमा पर मौजूद सैनिकों से ‘उनकी सीमा पर गश्त और प्रबंधन कार्य' के बारे में पूछा। इसके साथ ही जिनपिंग ने अपने सैनिकों को कोशिश करते रहने और नए योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
जिनपिंग ने शिनजियांग का किया था दौरा
शी ने सेना से युद्ध के सतर्क रह और राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता की रक्षा करने का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी चीनी लोग एक खुशहाल और सुरक्षित वसंत महोत्सव मना सकें। इससे पहले बीते साल जुलाई में, शी जिनपिंग ने उरुमकी का दौरा किया था और शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट में शीर्ष अधिकारियों के साथ एक दुर्लभ बैठक की थी।
ढ़ाई सालों से भारत-चीन के बीच संबंध कड़वे
आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख वह क्षेत्र है जहां 5 मई, 2020 को पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच गतिरोध शुरू हो गया था। इसके बाद 15 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच घातक संघर्ष हुआ था। इस घटना में भारत के कई जवान शहीद हो गई थे। इस घटना के बाद दोनों पक्षों के सैन्य कमांडरों के बीच अब तक 17 दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन अब तक कई मुद्दों का समाधान नहीं निकल पाया है।
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