'बच्चा पैदा करने के लिए समय निकालें', चीन की सरकार नवविवाहितों को भारत से डरकर दे रही ऑर्डर?
चीनी सेन्ट्रल बैंक ने अपनी रिपोर्ट में, चीन की अर्थव्यवस्था का विकास भारत के मुकाबले कई सालों तक तेज रहने की संभावना जताते हुए कहा है, कि एक वक्त आने के बाद चीन अचानक पीछे हो जाएगा।
Chinese authorities When's the baby arriving: घटती आबादी से परेशान चीन ने अब अपने नागरिकों पर बच्चा पैदा करने के लिए भारी प्रेशर बनाना शुरू कर दिया है और इसके लिए चीन के सरकारी अधिकारियों ने कम्युनिस्ट पार्टी के निर्देश पर नवविवाहितों को फोन करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में एक नवविवाहित महिला को स्थानीय अधिकारियों ने फोन कर पूछा, कि क्या वह गर्भवती है? चीनी महिला ने अपने अनुभव को ऑनलाइन साझा किया है और फिर उसके बाद चीन की हजारों महिलाओं ने दावा किया है, कि उसके पास भी चीनी अधिकारियों की तरफ से फोन कॉल किए गये थे, जिसमें उनसे बच्चे को लेकर सवाल पूछा गया है।
नवविवाहितों को फोन
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की सोशल मीडिया पर लोगों ने जैसे ही अपने अनुभवों को बताना शुरू किया, ठीक वैसे ही चीनी अधिकारियों ने इस तरह की पोस्ट को हटाना शुरू कर दिया। सबसे पहले इस बात का खुलासा करने वाली महिला के पोस्ट को भी हटाया जा चुका है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'लॉस्ट शुयुशौ' नाम के एक यूजर ने एक सहकर्मी के अनुभव का वर्णन सोशल मीडिया नेटवर्क पर किया है और चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर उसने लिखा है, कि नानजिंग शहर की रहने वाली उसकी सहकर्मी को स्वास्थ्य सेवा अधिकारियों की तरफ से फोन किया गया था और उससे पूछा गया था, कि वो कब मां बनने वाली है? उस शख्स ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में दावा किया, कि स्वास्थ्य अधिकारी ने महिला से कहा कि, "सरकार चाहती है कि नवविवाहिता एक साल के भीतर गर्भवती हो जाए और उनका लक्ष्य हर तिमाही में एक फोन करना है"। यानि, महिला को स्वास्थ्य अधिकारी हर तीन महीने में फोन कर उसके गर्भवती होने को लेकर जानतारी लेंगे।
कई चीनी लोगों का दावा
वहीं, उस शख्स के इस पोस्ट पर कमेंट करने वाले एक व्यक्ति ने भी इसी तरह के अनुभव का साझा किया और उसने लिखा कि, उसकी शादी पिछले साल अगस्त महीने में हुई थी और उसके बाद से स्थानीय प्रशासन की तरफ से उसे दो बार फोन किया गया और उसकी पत्नी के गर्भवती होने को लेकर जानकारी मांगी गई। कमेंट करने वाले शख्स ने लिखा कि, सरकारी अधिकारी ने उसकी पत्नी को फोन करके पूछा कि, "आप शादीशुदा हैं, आप अभी भी गर्भावस्था की तैयारी क्यों नहीं कर रही हैं? बच्चा पैदा करने के लिए फौरन समय निकालें।" आपको बता दें कि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले हफ्ते कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में घोषणा की थी, कि देश जन्म दर को बढ़ावा देने और देश की जनसंख्या में विकास के लिए अपनी रणनीति में सुधार करने के लिए एक नीति स्थापित करेगा। चीन ने स्वीकार किया है, कि देश की आबादी में तेजी से गिरावट हो रही है।
तेजी से घट रही चीन की आबादी
मई 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन बना हुआ है और चीन की आबादी बढ़कर एक अरब 41 करोड़ हो गई है। लेकिन, पिछले 10 सालों में चीन की आबादी में सिर्फ 5.38 प्रतिशत का ही इजाफा हुआ है। चीन की नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिटिक्स ने आधिकारिक तौर पर चीन की नई आबादी को लेकर चिंताजनक आंकड़े जारी किए थे। समाचार एजेंसी स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, छठवें राष्ट्रीय जनगणना के मुताबिक चीन की आबादी बढ़कर भले ही एक अरब 41 करोड़ हो चुकी है, लेकिन 2010 की तुलना में चीन की आबादी में सिर्फ 5.38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यानि 2010 की तुलना में चीन की आबादी में करीब 7 करोड़ 20 लाख का इजाफा हुआ है। चीन की राष्ट्रीय जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य चीन की आबादी में औसतन हर साल 0.53 प्रतिशत का ही इजाफा होता आया है।
जन्मदर में भी भारी गिरावट
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में राष्ट्रीय जन्मदर में भारी कमी दर्ज की गई है। जबकि चीन में पिछले कुछ सालों से राष्ट्रीय जन्मदर बढ़ाने की काफी कोशिश की जा रही है, फिर भी सरकार को सफलता नहीं मिली है। 2017 से लगातार चीन के राष्ट्रीय जन्मदर में कमी दर्ज की गई है। साउथ चायना पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में काफी बड़ी आबादी तेजी से बुढ़ापे की तरफ बढ़ रही है, जिससे चीन की जनसंख्या में विविधता काफी तेजी से कम होती जा रही है, जो चिंताजनक है। चीन की जनसंख्या दर में वृद्धि कई सालों से काफी कम रही है, जिसे सही करने के लिए सरकार ने वन चाइल्ड पॉलिसी को भी हटा दिया है और लोगों को तीन बच्चों को जन्म देने के लिए प्रोत्साहित किया जा है, फिर भी अभी तक कामयाबी नहीं मिली है। चीन की सरकार ने जन्मदर बढ़ाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी चलाए हैं। वहीं, पिछले साल आई एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की नई आबादी शादी से विश्वास खोती जा रही है और उनकी बच्चे पैदा करने में भी दिलचस्पी काफी कम हो रही है, इसे चीन में काफी चिंता के तौर पर देखा जा रहा है।
भारत से डरा हुआ है चीन
वहीं, अप्रैल 2021 में आई चीन की सेन्ट्रल बैंक की रिपोर्ट में भारत और अमेरिका को खास तौर पर ध्यान में रखा गया था। इस रिपोर्ट को लेकर कहा गया कि, चीनी सेन्ट्रल बैंक ने ये रिपोर्ट भारत और अमेरिका से भविष्य में होने वाले संभावित मुकाबले को लेकर ही तैयार की है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि, भारत और चीन की आबादी में अब काफी कम अंतर बचा है। चीनी सेन्ट्रल बैंक ने अपनी रिपोर्ट में, चीन की अर्थव्यवस्था का विकास भारत के मुकाबले कई सालों तक तेज रहने की संभावना जताते हुए कहा है, कि एक वक्त आने के बाद चीन की आबादी जब बूढ़ी होने लगेगी, उस वक्त भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा जवान रहेगा और फिर चीन के लिए भारत से मुकालबा करना असंभव सरीखा हो जाएगा और भारत उस वक्त तक अपनी जवान आबादी का भरपूर फायदा उठाएा, जबकि चीन देखता ही रह जाएगा। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया था, कि कुछ सालों में चीन अर्थव्यवस्था के लिहाज से अपनी बूढ़ी आबादी के साथ अमेरिका का मुकाबला करने लायक भी नहीं रह जाएगा।