1.40 लाख सैनिक, 953 लड़ाकू जहाज... ताइवान को निगलने को तैयार ड्रैगन, चीन का ऑडियो लीक
एक यूट्यूब चैनल LUDE मीडिया द्वारा पोस्ट की गई 57 मिनट की लीक क्लिप देश के इतिहास में चीनी सेना की ताइवान पर हमले को लेकर सबसे बड़े प्लानिंग की पहली ऑडियो रिकॉर्डिंग है।
बीजिंग/ताइवे, मई 23: चीन पूरी ताकत के साथ ताइवान पर हमले का प्लान बना रहा है और शीर्ष चीनी अधिकारियों के ताइवान पर हमले की प्लानिंग का एक ऑडियो लीक किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के ही एक बड़े नेता ने इस ऑडियो को लीक कर दिया है, जिसमें ताइवान पर कब्जा करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता और चीन की सेना पीएलए के शीर्ष अधिकारी प्लान बना रहे हैं।
Recommended Video
ताइवान पर हमले का प्लान
शीर्ष चीनी अधिकारियो का एक ऑडियो क्लिप लीक होने के बाद, जिसमें ताइवान पर हमले की प्लानिंग की जा रही है, अमेरिका ने ताइवान की सुरक्षा को लेकर अहम बयान दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि, अगर ताइवान पर चीन आक्रमण करता है, तो अमेरिका की सेना ताइवान की मदद करने के लिए जाएगी। अमेरिका की तरफ से पहली बार ताइवान की सैन्य मदद करने की बात कही गई है। जिसके बाद चीन का बौखलाना तय माना जा रहा है। 24 मई को जापान की राजधानी टोक्यो में क्वाड देशों की बैठक होने वाली है और क्वाड की बैठक से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कर दिया है, कि अगर चीन स्व-शासित द्वीप पर हमला करता है तो उनका देश सैन्य रूप से ताइवान की रक्षा करेगा।
वायरल ऑडियो क्लिप से हड़कंप
चीन में जन्मी मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर हेंग ने ट्वीट करते हुए इस ऑडियो क्लिप को सार्वजनिक किया है और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद बीजिंग में भी हड़कंप मच गया है और उस नेता की तलाश की जा रही है, जिसने ऑडियो क्लिप को लीक कर दिया है। एक यूट्यूब चैनल LUDE मीडिया द्वारा पोस्ट की गई 57 मिनट की लीक क्लिप देश के इतिहास में चीनी सेना की ताइवान पर हमले को लेकर सबसे बड़े प्लानिंग की पहली ऑडियो रिकॉर्डिंग है। YouTube चैनल ने दावा किया है कि ये रिकॉर्डिंग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लीक की गई है, जो ताइवान पर शी जिनपिंग की सैन्य योजना का पर्दाफाश करना चाहते हैं। ऑडियो लीक होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कहा है कि, ‘अभी तक हमारी प्रतिबद्धता यही थी। हम ‘वन चायना पॉलिसी' से सहमत थे और हमने इस बाबत समझौते पर हस्ताक्षर भी किए थे, लेकिन अगर यह विचार, कि ताइवान को बलपूर्वक चीन में शामिल किया जाएगा, उचित नहीं है'।
ऑडियो क्लिप में कौन कौन हैं?
हालांकि इस वायरल ऑडियो को लेकर अभी तक चीन से कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन ऐसी संभावना है कि ऑडियो ताइवान से जारी किया गया है। हालांकि बैठक का ऑडियो सामान्य रूप से चीन में की गई प्रस्तुतियों को दर्शाता है, लेकिन अभी तक इस ऑडियो क्लिप का वेरिफिकेशन नहीं हो पाया है और पूरी दुनिया में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इसकी सामग्री की जांच कर रही है। ऑडियो क्लिप से पता चलता है कि उच्च स्तरीय बैठक में उपस्थित लोगों में ग्वांगडोंग प्रांत के पार्टी सचिव, उप सचिव, राज्यपाल और उप राज्यपाल शामिल हैं। आपको बता दें कि, गुआंग्डोंग चीन का एक प्रांत है, जिसके कमांडर मेजर जनरल झोउ हे हैं। ग्वांगडोंग प्रांतीय समिति के स्थायी समिति सदस्य वांग शौक्सिन और ग्वांगडोंग सैन्य क्षेत्र के पॉलिटिकल ब्यूरो कमिश्नर सहित शीर्ष पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अधिकारी को इस ऑडियो क्लिप में सुना जा रहा है।
ऑडियो क्लिप में क्या क्या है?
इस ऑडियो क्लिप में पता चलता है कि, बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता, और चीन की सेना में उच्च पदों पर काम करने वाले अधिकारी शामिल हैं, वो बैठक में सबसे महत्वपूर्ण रूप से 'ताइवान की स्वतंत्रता बलों को नष्ट करने और युद्ध शुरू करने में संकोच न करने, राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने' की बात कर रहे हैं। जो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का एक प्रमुख रणनीतिक निर्णय है, उसपर चर्चा की जा रही है। इस बैठक के दौरान, एक ज्वाइंट सिविल-मिलिट्री कमांड खोलने की सिफारिश की गई है, जिसे युद्ध के दौरान ताइवान में योजनाबद्ध तरीके से तैनात किया जा सके। शीर्ष गुप्त बैठक में मौजूद अधिकारियों ने चीन में हथियार बनाने वाली कंपनियों को भारी संख्या में ड्रोन, नाव के साथ साथ हथियार उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कहा गया है।
सैन्य हमले की तैयारी की बात
इस ऑडियो क्लिप में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं को चर्चा करते हुए सुना जा रहा है कि, चार कंपनियों, जैसे झुहाई ऑर्बिटा, शेन्ज़ेन एयरोस्पेस डोंगफैंगहोंग सैटेलाइट कंपनी, फोशान डेलिया और जी हुआ प्रयोगशाला ने चार उपग्रह टुकड़ी का गठन किया गया है। क्लिप में अधिकारियों को यह कहते हुए सुना गया, "हमारे पास कुल 16 लो-ऑर्बिट सैटेलाइट हैं, जिनमें 0.5 से 10 मीटर ग्लोबल रिमोट अल्ट्रा-हाई ऑप्टिकल रेजोल्यूशन सेंसिंग और इमेजिंग क्षमताएं हैं।" क्लिप के मुताबिक, चीन की पूर्वी और दक्षिणी युद्धक्षेत्रों ने ग्वांगडोंग प्रांत को युद्ध की तैयारी में शामिल होने के लिए कहा था।
ग्वांगडोंग प्रांत में हमले की तैयारी
हमले की तैयारी के तहत ग्वांगडोंग प्रांत को 20 अलग अलग कैटोगिरी में युद्ध से संबंधित 239 सामग्रियों को जमा करने के लिए कहा गया था। इसमें 1.40 लाख सैन्यकर्मी, 953 जहाज, 1,653 मानव रहित उपकरण, 20 हवाई अड्डों को डॉक के साथ संपर्क जोड़ने, छह मरम्मत और जहाज निर्माण यार्ड, 14 आपातकालीन स्थानांतरण केंद्र, और संसाधन जैसे अनाज डिपो, अस्पताल, रक्त स्टेशन, तेल डिपो, गैस स्टेशन शामिल हैं। इसके साथ ही चीन की नेशनल डिफेंस मोबिलाइजेशन रिक्रूटमेंट ऑफिस को नये जवानों की भर्ती करने के लिए कहा गया है और ग्वांगडोंग से कुल 15 हजार 500 सैन्य कर्मियों की भर्ती करने के लिए कहा गया है।
भीषण युद्ध की तैयारी करने का निर्देश
इस ऑडियो क्लिप में तीसरी सबसे खतरनाक बात ये है, कि बैठक में मौजूद अधिकारियों ने राष्ट्रीय रक्षा आयोग के बयान का हवाला देते हुए ग्वांगडोंग प्रांत को सात प्रकार के राष्ट्रीय स्तर के युद्ध संसाधनों के कार्यान्वयन में समन्वय करने के लिए कहा है, जिसमें मुख्य रूप से जहाजों के लिए 6410,000 टन जहाजों में इस्तेमाल किए जाने वाला तेल, 38 विमान शामिल हैं। ऑडियो क्लिप में दावा किया गया है कि 588 ट्रेन कारें और हवाई अड्डे और डॉक सहित 19 नागरिक सुविधाओं की भी व्यवस्था करने को कहा गया है। ऑडियो क्लिप में आगे दावा किया गया है कि अधिकारियों ने पर्ल रिवर डेल्टा क्षेत्र (गुआंगज़ौ, शेनझेन, झुहाई, फोशान, डोंगगुआन, झोंगशान, हांगकांग और मकाऊ आदि सहित) की सुरक्षा को बनाए रखने पर जोर दिया है, जो यह हाइलाइट करता है कि यह घनी आबादी वाला है, जिसमें बहुत सारे उद्योग हैं।
शुरू हो गया सबसे बड़ा जियोपॉलिटिकल गेम, दो खेमों में बंटेगी दुनिया, भारत बनेगा नाटो का सदस्य?