ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चिंता जताई, चीन के रवैये पर उठाए सवाल
ऑस्ट्रेलिया (australia) हाई कमीशन में बातचीत के दौरान मार्लेस ने आगे कहा कि,"चीन जिस प्रकार से अपने आसपास नए निर्माण कार्य कर रहा है हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा है। ये सभी कार्य बीते एक दशक के दौरान किया गया है।
नई दिल्ली/कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया (australia) के रक्षामंत्री रिचर्ड मार्लेस (Richard Marles) ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन का रवैया ठीक वैसा ही जैसा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को लेकर भारत के प्रति रहा है। रक्षामंत्री मार्लेस ने आगे कहा कि चीन को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ही वार्ता की प्रक्रिया से सीमा विवाद का समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए। किसी भी देश के लिए ताकत के बल पर पड़ोसी देश से सीमा विवाद को हल करने की कोशिश करना बेहद चिंता का विषय है।
हठधर्मी
है
चीन
ऑस्ट्रेलिया
हाई
कमीशन
में
बातचीत
के
दौरान
मार्लेस
ने
आगे
कहा
कि,चीन
जिस
प्रकार
से
अपने
आसपास
नए
निर्माण
कार्य
कर
रहा
है
हमने
ऐसा
पहले
कभी
नहीं
देखा
है।
ये
सभी
कार्य
बीते
एक
दशक
के
दौरान
किया
गया
है।
उन्होंने
कहा
कि
बीते
कुछ
सालों
में
चीन
ने
हठधर्मी
की
भावना
को
बढ़ावा
दिया
है।
चीन
के
व्यवहार
पर
आपत्ति
ऑस्ट्रेलिया
के
रक्षामंत्री
रिचर्ड
मार्लेस
ने
कहा
दक्षिण
चीन
सागर
और
दो
साल
पहले
वास्तविक
नियंत्रण
रेखा
पर
भारतीय
सैनिकों
के
साथ
चीन
का
व्यवहार
बेहद
खराब
था।
मार्लेस
ने
गलवान
घाटी
में
हुई
घटना
पर
कहा
कि
वे
भारत
की
संप्रभुता
के
साथ
मजबूती
से
खड़े
हैं।
उन्होंने
आगे
कहा
कि
वे
इसी
प्रकार
व्यवहार
दक्षिण
चीन
सागर
में
भी
महसूस
कर
रहे
हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ने
कहा,
सतर्क
रहें
चीन
से
मार्लेस
ने
यह
भी
कहा
कि
दक्षिण
चीन
सागर
में
कृत्रिम
द्वीप
बनाने
और
इस
पर
कब्जे
के
दावे
को
लेकर
कई
बातें
संज्ञान
में
आई
है।
उन्होंने
आगे
कहा
कि
चीन
लगातार
दक्षिण
चीन
सागर
और
एलएसी
को
लेकर
स्थापित
आधारभूत
नियमों
का
उल्लंघन
कर
रहा
है,
जो
कि
इस
इलाके
के
लिए
काफी
महत्वपूर्ण
है।
भारत
दौरे
पर
ऑस्ट्रेलिया
के
रक्षा
मंत्री
ऑस्ट्रेलिया
के
रक्षा
मंत्री
रिचर्ड
मार्लेस
भारत
के
चार
दिवसीय
दौरे
पर
हैं।
ऑस्ट्रेलियाई
रक्षा
मंत्री
ने
इस
दौरान
भारतीय
समकक्ष
राजनाथ
सिंह
के
साथ
द्विपक्षीय
बैठक
की।
इस
बैठक
में
दोनों
देशों
के
नेताओं
ने
क्षेत्रीय
सुरक्षा
स्थिति
की
समीक्षा
की।
ये भी पढ़ें :चीन ने किया नेपाल की जमीन पर कब्जा, कंटीले तार लगाकर ग्रामीणों का रोका रास्ता