प्रदूषण रोकने के नाम पर चीन के कई प्रांतों की अथॉरिटीज बोल रहीं हैं झूठ
शंघाई। चीन के चार और शहरों पर पर्यावरण की समस्याओं को दूर करके प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई के नाम पर झूठ बोलने का आरोप लगा है। सोमवार को चीन के पर्यावरण मंत्रालय की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है और इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में प्रदूषण के नाम पर सिर्फ झूठी बातें कहीं जा रही हैं। चीन के गुआंगक्सी क्षेत्र के हेनान और युनान प्रांतों पर आरोप है कि उन्होंने स्थिति में सुधार के नाम पर गलत या झूठे रिव्यू जारी किए थे।
पिछले वर्ष से इस वर्ष में कोई सुधार नहीं
चीन के इकोलॉजी एंड इनवॉयरमेंट (एमईई) की ओर से जारी रिपोर्ट में हांगकांग के करीब चीन के गुआंगदोंग प्रांत में भी प्रदूषण के नाम पर झूठ बोलने के केस सामने आए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण नियमों के पालन को बेहतर तरीके से करने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे चीन में कुछ टीमों को भेजा था। रिपोर्ट के जरिए इस बात का पता लगाने की कोशिश की गई थी कि इन क्षेत्रों में पहले के निरीक्षण से अलग कितनी समस्याओं का समाधान किया गया है। इन टीमों ने पिछले हफ्ते निंगाक्सिया, हेबेई और जियांगसू पर रिपोर्ट तैयार की थी।
मिलियन डॉलर की रकम बेकार
एमईई की रिपोर्ट के मुताबिक सेंट्रल चीन के हेनान प्रांत में गैर-कानूनी तरीके से काम कर रहे उद्योगों के संचालन पर रोक नहीं लगाई जा सकी है और इसकी वजह से प्रकृति के संरक्षण में भी असफलता मिली है। साथ ही साथ इस प्रांत में सरकार की ओर से दिए गए 12.55 मिलियन डॉलर की रकम भी यूं ही बेकार हो गई। इस प्रांत में प्रदूषण की रोकथाम के लिए इस रकम में से सिर्फ पांच प्रतिशत रकम ही खर्च हो सकी। वहीं दक्षिण-पश्चिम में स्थित गुआंगक्सी में भी गैर-कानूनी तरीके से पैदा होने वाले कचरे को कम करने के कोई उपाय नहीं किए गए। इस जगह पर पिछले वर्ष जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल था।