फूटी किस्मत: इंजीनियर ने कूड़े में फेंक दिया 3300 करोड़ का खजाना, अब पागलों की तरह कर रहा तलाश
जेम्स हॉवेल्स ने कहा कि, हार्ड वेयर को तलाशने में जितना भी रुपया लगेगा, उसकी व्यवस्था कर ली गई है और हमने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विशेषज्ञ को भी खोज लिया है और उन्होंने दावा किया है, कि वो हार्ड ड्राइव को निकाल सकते हैं।
वेल्स/ब्रिटेन, अगल्स 05: कहते हैं, जब किस्मत खराब हो, तो ऊंट पर बैठे हुए शख्स को भी कुत्ता काट लेता है और ब्रिटेन के वेल्स शहर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने करोड़ों रुपये का एक खजाना कूड़े के ढेर में फेंक दिया। लेकिन, जब शख्स को पता चला, कि उसने क्या गलती कर दी है, तो अब वो कूड़े के ढेर में खजाने की पागलों की तरह तलाश कर रहा है। फूटी किस्मत वाले शख्स ने एक दो करोड़ नहीं, बल्कि 3300 करोड़ रुपये अपनी किस्मत से निचोड़कर कुड़े के ढेर में फेंक दिया।
ब्रिटेन के वेल्स का है मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, ये पूरा मामला ब्रिटेन के वेल्स शहर का है, जहां एक आईटी इंजीनियर ने गलती से अपने कंप्यूटर का हार्डड्राइव एक कूड़े के ढेर में फेंक दिया और उस वक्त तक उन्हें नहीं पता था, कि जिस हार्डड्राइव को रद्दी समझकर वो फेंक रहे हैं, असल में उसमें अरबों रुपये की दौलत स्टोर किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस इंजीनियर ने गलती से अपना हार्डड्राइव फेंका, उसका नाम जेम्स हॉवेल्स है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वेल्स के रहने वाले जेम्स हॉवेल्स ने करीब 10 साल पहले अपना हार्ड ड्राइव कूड़े के ढेर में फेंक दिया था, जबकि उसमें उन्होंने बिटकॉइन के बारे में जानकारियां सेव रखी थी, उसपर ध्यान नहीं दिया।
अब हुआ बिटकॉइन की कीमत का अहसास
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अब जेम्स हॉवेल्स को अहसास हुआ है, कि उन्होंने कितनी बड़ी गलती की है, क्योंकि बिटकॉइन के दाम अब काफी ज्यादा हो चुके हैं और उन्होंने उस वक्त आठ हजार बिटकॉइन खरीदे थे। अभी एक बिटकॉइन की कीमत 18,35,562 भारतीय रुपये है और जेम्स ने जब अपने हार्ड ड्राइव को फेंका था, तब उन्होंने आठ हजार बिटकॉइन खरीदे थे और उसकी सारी जानकारी उसी पेन ड्राइव में दर्ज थी।
करीब 3300 करोड़ होगी कीमत
भारत में एक बिटकॉइन की कीमत 18 लाख 35 हजार 562 रुपये है और इस हिसाब से देखें तो 8 हजार बिटकॉइन की कीमत करीब 3300 करोड़ रुपये के करीब होते हैं, जिसका मतलब ये हुआ, कि जेम्स हॉवेल्स ने 3300 करोड़ रुपये अपनी किस्मत से निकालकर कुड़े के ढेर में फेंक दिया। अब जेम्स हॉवेल्स ने लाखों रुपये खर्च कर भी कचरे के ढेर से हार्ड ड्राइव की खोज करने की प्लान बना रहे हैं और उन्होंने कहा है, कि जो उसे बरामद कर लिया गया, तो वो उसका 10 प्रतिशत हिस्सा शहर को दान कर देंगे।
क्या कचरे के ढेर में तलाशी संभव है
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जेम्स हॉवेल्स ने वेल्स शहर के नगर परिषद से कचरे के ढेर से हार्ड ड्राइव को निकालने के लिए संपर्क किया, लेकिन परिषद ने कहा कि साइट की खुदाई से पारिस्थितिक जोखिम पैदा होगा। उन्होंने साल 2013 में हार्ड ड्राइव फेंका था, लिहाजा जिस जगह पर कचरा फेंका जाता है, वो जगह पहाड़ों के जैसा बन चुका है और उसमें वो हार्ड ड्राइव कहां फेंका गया है, उसे तलाशकर निकालना नामुमकिन के बराबर है। बिटकॉइन की कीमत में बेतहाशा उतार-चढ़ाव होता रहता है, फिर भी इस वक्त अगर वो ड्राइव जेम्स हॉवेल्स के पास होता, तो वो अरबपति होते, लेकिन अब उस ड्राइव के मिलने की संभावना न्यूनतम है।
परिषद ने क्या कहा
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूपोर्ट काउंसिल ने कहा है कि, जेम्स हॉवेल्स जिस जगह के बारे में दावा कर रहे हैं, कि जहां उन्होंने अपना हार्ड ड्राइव गलती से फेंक दिया था, उसे निकालना असंभव जैसा है, क्योंकि उतनी खुदाई करने में पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचेगा और उन्होने साइट की खुदाई करने से मना कर दिया। उस जगह पर खुदाई करने के लिए किसी भी तरह की परियोजना का अगर निर्माण किया जाए, तो भी हजारों टन कॉम्पैक्ट लैंडफिल के माध्यम से खुदाई करने का एक बड़ा मैन्युअल काम करने की जरूरत होगी, जो पिछले कई सालों में जमा हुआ है। हालांकि, जेम्स हॉवेल्स का अभी भी मानना है, कि अगर विशेषज्ञों की टीम काम पर लगे, तो ये संभव है, लेकिन उन्होंने माना कि, ये एक बहुत बड़ा ऑपरेशन होगा।
जेम्स हॉवेल्स को अभी भी उम्मीद
जेम्स हॉवेल्स ने कहा कि, हार्ड वेयर को तलाशने में जितना भी रुपया लगेगा, उसकी व्यवस्था कर ली गई है और हमने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विशेषज्ञ को भी खोज लिया है और उन्होंने दावा किया है, कि वो कचरे के ढेर से हार्ड ड्राइव को वापस निकाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि, "हमारे पास एक पर्यावरण विशेषज्ञों की भी टीम है और हमने मूल रूप से तमाम विशेषज्ञों की टीम बना ली है और हम सब एक साथ हैं, जो बिना किसी जोखिम के, या बगैर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए, हम हार्ड ड्राइव को खोजने का काम कर सकते हैं'। हालांकि, कई आईटी विशेषज्ञों का मानना है कि, ये काफी असंभव सा काम है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है, कि लाखों रुपये खर्च कर अगर उतनी खुदाई कर भी ली जाए, तो हार्ड ड्राइव मिल ही जाएगा और अगर मिल भी गया, तो क्या वो अब काम करने की स्थिति में होगा? लेकिन, उसके बाद भी जेम्स हॉवेल्स उस खर्च का वहन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि, उस हार्ड ड्राइव में कई मिलियन पाउंड छिपे हुए हैं और शहर को जानना और समझना चाहिए, कि वो उसका 10 प्रतिशत हिस्सा दान करने के लिए तैयार हैं और इसके लिए उन्होंने दस्तखत भी कर दिए हैं।
'महत्वपूर्ण पारिस्थितिक जोखिम'
कचरे के ढेर से अपना हार्ड ड्राइव बाहर निकालने के लिए जेम्स हॉवेल्स किसी भी स्तर पर जाने के लिए तैयार हैं और कई तरह के ऑफर पेश कर रहे हैं। उन्होंने अपने एक और ऑफर में कहा है, कि वो वेल्स शहर के हर एक शख्स को 50 पाउंड मूल्य का बिटकॉइन फ्री में देंगे और सभी दुकानों में क्रिप्टो आधारित टर्मिनल स्थापित कर देंगे। लेकिन, न्यूपोर्ट काउंसिल ने कहा कि उसने साइट तक पहुंच के लिए मिस्टर हॉवेल की अपील को बार बार खारिज कर दिया है। न्यूपोर्ट काउंसिल के एक प्रवक्ता ने कहा कि, "हमारे पास वैधानिक कर्तव्य हैं, और जेम्स हॉवेल्स के अनुरोध को पूरा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि इससे गंभीर पारिस्थितिक जोखिम उत्पन्न होगा, जिसे हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं और हम उन्हें ऐसा करने भी नहीं देंगे।
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