भारत-ब्रिटेन के संबंध में बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं ऋषि सुनक, चीन को बताया बड़ा 'खतरा'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने ब्रिटेन और भारत के संबंधों कहा है कि, वे चाहते हैं कि, दोनों देशों के बीच दो तरफा आदान-प्रदान का रिलेशन (संबंध) होना चाहिए।
लंदन, 24 अगस्त : बोरिस जॉनसन का उत्तराधिकारी ऋषि सुनक होंगे या लिज ट्रस, इस सवाल का जवाब जल्द ही दुनिया के सामने आने वाला है। हालांकि, लिज ट्रस ऋषि सुनक के मुकाबले पीएम की रेस में काफी आगे चल रही हैं। दोनों भावी उम्मीदवार पीएम बनने के बाद देश और जनता को कैसे संभालगे, इस पर अपनी राय दे रहे हैं। ब्रिटेन इन दिनों घोर ऊर्जा संकट की दौर से गुजर रहा है, ऐसे में जनता के लिए ऊर्जा संकट से बाहर निकलना प्रमुख विषय हो सकता है। फिलहाल लिज और सुनक दोनों पीएम बनने के लिए जी जान से कैंपेन में जुटे हुए हैं। इस दौरान ऋषि ने कहा कि, वे भारत और यूके के संबंधों में बदलाव लाना चाहते हैं। (Britain prime ministerial candidate Rishi Sunak wants to change the UK India relationship)
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ब्रिटेन भारत का रिश्ता कैसा हो?
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने कहा कि वह शिक्षा और व्यापार में सहायता के लिए ब्रिटेन-भारत संबंधों को दोतरफा आदान-प्रदान करना चाहते हैं। वो 22 अगस्त को उत्तरी लंदन में कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया (CFIN) डायस्पोरा द्वारा आयोजित एक कैंपेन में बोल रहे थे। उन्होंने नमस्ते, सलाम और केम छो से अपने भाषण की शुरुआत की। सुनक ने हिंदी में कहा कि आप सब मेरे परिवार हो।
भारत-यूके संबंध महत्वपूर्ण
उन्होंने सीएफआईएन की सह-अध्यक्ष रीना रेंजर से द्विपक्षीय संबंधों के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, "हम जानते हैं कि यूके-भारत संबंध महत्वपूर्ण हैं। हम अपने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का प्रतिनिधित्व करते हैं। सुनक ने आगे कहा कि, वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि, ब्रिटेन के छात्र भारत की यात्रा करें और वहां जाकर सीखें। ये हमारी कंपनियों और भारतीय कंपनियों के लिए एक साथ काम करना भी आसान हो। क्योंकि ये सिर्फ एकतरफा संबंध नहीं है, ये दो तरफ संबंध है, इस तरह के बदलाव में दोनों देशों के बीच लाना चाहता हूं।
चीन के खिलाफ सख्त हुए सुनक
चीन पर बोलते हुए ब्रिटेन के पूर्व चांसलर और पीएम पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने अपने पुराने रुख को दोहराते हुए कहा कि, चीन की आक्रमकता के खिलाफ बचाव में ब्रिटेन को बहुत मजबूत होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चीन और चाइनीज कम्यूनिस्ट पार्टी हमारी आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़े खतरे हैं जिसका सामना इस देश ने लंबे समय से किया है और हमें इसके लिए जीवित रहने की आवश्यकता है। इसमें कोई शक नहीं कि आपके पीएम के रूप में मैं वो सब करूंगा जो आपको, आपके परिवार को और हमारे देश को सुरक्षित करता है क्योंकि पीएम के रूप में ये मेरा पहला कर्तव्य है।
हजारों लोग ऋषि से मिलने के लिए कतार में खड़े थे
बता दें कि, हैरो के धमेचा लोहाना सेंटर में ढोल की थाप और तालियों की गड़गड़ाहट के बाद, पूर्व मंत्री सुनक ने लोगों से संक्षेप में बात की और फिर सैकड़ों टोरी सदस्यों के साथ बातचीत की। वे सभी उनसे हाथ मिलाने के लिए कतार में खड़े थे।
लिज ट्रस और सुनक के बीच कड़ा मुकाबला
गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के एक नए सर्वेक्षण से पता चला है कि बोरिस जॉनसन के नए उत्तराधिकारी बनने की रेस में विदेश सचिव लिज़ ट्रस प्रतिद्वंद्वी ऋषि सनक से काफी आगे चल रही हैं। कंजर्वेटिवहोम वेबसाइट ने टोरी सदस्यों का सर्वेक्षण जो 5 सितंबर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालने के लिए एक नए नेता का चुनाव करेंगे, जारी किया।
ब्रिटेन में पीएम जो भी बनेगा उनके समक्ष कई चुनौतियां होंगी
ऋषि सुनक या फिर लिज ट्रस, कोई भी देश का प्रधानमंत्री बनता है तो उसके समक्ष महंगाई के अलावा चीन के साथ बिगड़ते रिश्तों के साथ-साथ टैक्स कांटों भरी राह खड़ी करने वाला है। ये मुद्दें नए पीएम के लिए कई चुनौतियां पेश करेंगी। लिज ट्रस ने वादा किया है कि, अगर वो पीएम बनती हैं तो सबसे पहले टैक्स में कटौती कर जनता को राहत देने का काम करेंगी। उन्होंने जनता से वादा किया है कि वो इनकम टैक्स में 1.25 फीसदी तक की कटौती करेंगी। साथ ही उन्होंने कॉरपोरेशन टैक्स में इजाफे को वापस लेने का वादा भी कर दिया है। लिज ट्रस कहती हैं कि संकट काल में टैक्स में इजाफा करना नैतिक तौर पर सही नहीं है।