जापान में रह रहे हैं अरबपति कारोबारी जैक मा, शी जिनपिंग की आलोचना के बाद चीन से थे गायब
जैक मा को शी जिनपिंग के विरोधी 'शंघाई गुट' का करीबी माना जाता है और चीनी राष्ट्रपति पिछले दो सालों से अपने विरोधियों का सफाया करने में लगे हैं। इसी कड़ी में जैक मा की अलीबाबा और एंट ग्रुप के खिलाफ भी कार्रवाई चल रही है।
Jack Ma in Japan: चीन के सम्मानित अरबपति कारोबारी और ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अलीबाबा के संस्थापक ने चीन छोड़ दिया है और वो अब जापान में गुप्त जिंदगी बिता रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा किया गया है, कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के 'एंटी-मोनोपॉली रेग्यूलेशन' नियम की आलोचना के बाद से जिनपंग प्रशासन उनके ऊपर काफी सख्त था, लिहाजा पिछले 6 महीने से जैक मा जापान में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। खुलासा किया गया है, कि शी जिनपिंग की एक बार आलोचना करने के बाद से ही जैक मा काफी परेशानी में चल रहे हैं और 2020 के बाद से लो-प्रोफाइल जिंदगी जी रहे हैं।
टोक्यों में रह रहे हैं जैक मा
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि, चीन के दिग्गज अरबपति कारोबारी पिछले 6 महीने से जापान की राजधानी टोक्यो के बाहरी इलाके में अपने पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं और यहीं से वो इजरायल और अमेरिका की नियमित यात्राएं करते हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में इस मामले से परिचित कुछ लोगों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। 58 साल के जैक मा साल 2020 से पहले तक लगातार सुर्खियों में रहते थे, लेकिन राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना के बाद से उनके बुरे दिन शुरू हो गये और चीन में उनकी प्रतिष्ठित कंपनी अलीबाबा के खिलाफ कई एक्शन लिए गये, जिनमें अरबों डॉलर का जुर्माना भी शामिल है। इसके साथ ही कहा जाता है, कि जैक मा चीन में शी जिनपिंग के विरोधी गुट रहे 'शंघाई गैंग' का हिस्सा रहे हैं, जिसके तमाम नेताओं को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने से पहले शी जिनपिंग ने खामोश कर दिया था।
जैक मा पर जिनपिंग का कहर
शी जिनपिंग की आलोचना करने के बाद जैक मा लंबे वक्त तक के लिए अचानक 6 महीने के लिए गायब हो गये थे और उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा था। बाद में ऐसी रिपोर्ट्स आई थी, कि शी जिनपिंग की आलोचना के लिए उन्हें शंघाई में नजरबंद कर दिया गया था। वहीं, उनकी दोनों प्रमुख कंपनी अलीबाबा और एंट ग्रुप के खिलाफ चीन में हर दूसरे दिन किसी ना किसी कानून का उल्लंघन का आरोप लगाया जाता है और भारी जुर्माना ठोक दिया जाता है। पिछले साल चीनी अधिकारियों ने जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर की इनिशियल पब्लिक ऑपरिंग पर रोक लगा दी थी, वहीं पिछले साल ही अलीबाबा पर 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया था। चीनी सरकार के साथ संबंध बिगड़ने से पहले जैक मा ने भारत का दौरा किया था और इस दौरान उनकी कंपनी अलीबाबा ने भारत में कुछ समझौते किए थे और साल 2015 में उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी।
भटक रहे हैं अलीबाबा के मालिक
शी जिनपिंग की सिर्फ एक बार आलोचना करने के बाद से ही जैक मा की जिंदगी में तूफान मच गया। जैक मा का घर चीन के औद्योगिक शहर शंघाई के पास हांग्जो में है, जहां अलीबाबा का हेडक्वार्टर भी है। वहीं, चीनी अधिकारियों के साथ मामला बिगड़ने के बाद से जैक मा को स्पेन और नीदरलैंड के साथ साथ कई और देशों में भी देखा जा चुका है। जैक मा का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था और बाद में वो अपनी मेहनत की बदौलत चीन की सबसे बड़ी कंपनियों अलीबाबा और एंट ग्रुप के मालिक बने। वहीं, चीन का सबसे अमीर कारोबारी बनने का सम्मान भी जैक मा के नाम हासिल है। साल 2019 में जैक मा ने अचानक रिटायर होने की घोषणा कर कारोबार जगत को हैरान कर दिया, और उस वक्त उन्होंने कहा था, कि वो एक समुद्र के किनारे बीच पर मरना पसंद करेंगा, ना कि अपने दफ्तर में काम करते हुए। इसी के बाद से अनुमान लगाए जा रहे थे, कि चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ उनके संबंध खराब चल रहे हैं।
चीन से भाग रहे हैं अमीर कारोबारी
पिछले महीने ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस में शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार देश का राष्ट्रपति चुना गया है और उसके बाद से जैक मा की ही मीडिया ऑउटलेट साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था, कि चीन के अमीर कारोबारी चीन से पलायन कर रहे हैं। अखबार ने दावा किया था, कि अमीर कारोबारी अब देश से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे हैं और कुछ महीनों में कई अमीर कारोबारी देश छोड़कर निकल जाएंगे, क्योंकि शी जिनपिंग उन्हें निशाना बना रहे हैं। वहीं, जैक मा को पिछले साल स्पेन के मल्लोर्का द्वीप पर देखा गया था। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि, टोक्यो में अपने प्रवास के दौरान उन्हें अपने निजी शेफ और सुरक्षा गार्ड के साथ देखा गया था, हालांकि जैक मा की बाहरी गतिविधियां काफी कम होती हैं।
टोक्यो में कैसा जीवन जीते हैं जैक मा
रिपोर्ट में कहा गया है, कि जैक मा ने अपनी बाहरी गतिविधियां काफी कम कर रखी हैं और एक निजी सदस्यों वाले क्लब के आसपास ही उनकी जिंदगी गुजरती है, जिसके काफी कम सदस्य हैं। ये निजी क्लब राजधानी टोक्यो के स्वाश गिन्ज़ा जिले में स्थित है, जिसे टोक्यो का दिल कहा जाता है। वहीं, एक और क्लब जापान के वित्तीय जिले मारूंची में स्थित है। वहीं, जैक मा की जीवन से जुड़े अन्य लोगों ने बताया कि, जैक मा ने जापान में रहते हुए अपनी कंपनियों अलीबाबा और एंट ग्रुप से अलग अपने व्यावसायिक हितों का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने अपनी दोनों ही कंपनियों की जिम्मेदारी नई पीढ़ी के बिजनेस लीडर्स को सौंप दी है।
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