इमरान को इग्नोर कर खुश है पूरी दुनिया, अमेरिका को खुश करने बिलावल ने पाकिस्तान को चौराहे पर घसीटा
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने देश में बिगड़ते राजनीतिक संकट के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जहां तक देश की विदेश नीति का सवाल है तो वह अप्रासंगिक हो गए हैं।
वाशिंगटन, 28 सिंतबर : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Pak FM Bilawal Bhutto Zardari) ने देश में बिगड़ते राजनीतिक संकट के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक विदेश नीति का सवाल है तो इमरान अप्रासंगिक हो गए हैं। बिलावल ने वाशिंगटन थिंक टैंक वुडरो विल्सन प्रोग्राम के एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने इमरान पर तंज कसते हुए कहा कि जहां तक विदेश नीति का सवाल है तो सौभाग्य से दुनिया के अधिकांश लोग इमरान खान को इग्नोर (उपेक्षा) करके खुश हैं। (Bilawal Bhutto Zardari blamed Imran Khan for the worsening political crisis in pakistan)
पाकिस्तान में राजनीतिक संकट के लिए इमरान जिम्मेदार,बोले बिलावल
अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान पर आरोपों की बौछार लगा दी। बिलावल ने पाकिस्तान की राजनीति में जहरीले ध्रवीकरण के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान में राजनीति विनाशकारी है। उन्होंने जोर देकर फिर से कहा कि पाकिस्तान की घरेलू राजनीति अविश्वसनीय रूप से विनाशकारी है।
लोकतंत्र कहीं भी सुंदर नहीं है
बिलावल भुट्टो ने लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, लोकतंत्र तभी काम करता है जब आप सबकी इसमें सहभागिता हो। इसलिए यह इतना सुंदर नहीं है। लोकतंत्र कहीं भी सुंदर नहीं है। राजनीतिक रैलियों के लिए पीटीआई प्रमुख की आलोचना करते हुए, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इमरान खान को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थानों का सम्मान करने की सलाह दे दी। बिलावल ने कार्यक्रम के दौरान एक बयान में कहा, "इमरान खान को मेरी सलाह होगी...लोकतंत्र का सम्मान करें, लोकतांत्रिक संस्थानों का सम्मान करें और अपना काम करें।"
क्यों हुए इमरान सत्ता से बाहर?
इमरान खान देश के उन नेताओं में से एक हैं जिन्हें अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही बाहर कर दिया गया था। सबसे पहले, उन्होंने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), एक प्रमुख सहयोगी, सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए गठबंधन से बाहर निकलने के बाद नेशनल असेंबली में अपना बहुमत खो दिया। इसके बाद विपक्ष ने उन्हें हटाने की मांग को लेकर संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
अमेरिका पर साजिश करने का आरोप
पीएम की कुर्सी गंवाने के बाद,इमरान खान ने राष्ट्रपति से असेंबली को भंग करने की सलाह दी थी। साथ ही उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए नेशनल असेंबली में पेश किए गए अविश्वास मत को अवरुद्ध करने और देश में नए चुनाव कराने का आग्रह किया था। हालांकि, राष्ट्रपति ने इसके बजाय देश की संसद को ही भंग कर दिया। सबसे बड़ी बात यह भी रही कि इमरान की विदेश नीति पाकिस्तानी सेना के अनुरूप नहीं थी जो अमेरिका को अपने पक्ष में चाहती थी। हालांकि, इमरान खान ने हमेशा अपने खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाली विदेशी साजिश की निंदा की है।
अमेरिका और पाकिस्तान संबंध
बता दें कि, इस साल अप्रैल में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से लड़खड़ाते हुए अमेरिका-पाक संबंधों को और मजबूती मिली है। खान ने बाइडेन प्रशासन पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था।
अमेरिका के कदम से भारत नाराज
हाल ही में, अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान वायु सेना F-16 बेड़े की स्थिरता के लिए पाकिस्तानी सरकार को एक विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) को मंजूरी दी है। हालांकि, अमेरिका (America move drew the ire of the Indian government) के इस कदम से भारत काफी नाराज है।
(Photo Credit : Twitter & PTI)
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