QUAD की बैठक को लेकर काफी सीरियस हैं जो बाइडेन, नेताओं से करेंगे 'दिल की बात'- व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस अधिकारी ने कहा है कि, क्वाड की बैठक को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन लंबी देर तक बातचीत करना चाहते हैं।
वॉशिंगटन, ,सितंबर 24: क्वाड की बैठक को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन काफी सीरियस नजर आ रहे हैं और व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि क्वाड देशों के नेताओं के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन काफी देर तक बातचीत करना चाहते हैं। आपको बता दें कि क्वाड की बैठक व्हाइट हाउस में शुरू होने वाली है, जिसमें भाग लेने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन अमेरिका में मौजूद हैं।
लंबी बातचीत करना चाहते हैं बाइडेन
कुछ ही देर पहले व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेता कोविड वैक्सीन, अंतरिक्ष, 5G टेक्नोलॉजी को लेकर नये सहयोग और समझौते की घोषणा कर सकते हैं। क्योंकि इंडो पैसिफिक क्षेत्र में चुनौतियां, जलवायु परिवर्तन और कोविड महामारी जैसे मुद्दे मेज पर हैं। आपको बता दें कि यह पहला मौका है, जब व्हाइट हाउस में पहली बार व्यक्तिगत रूप से क्वाड शिखर सम्मेलन होगा। रिपोर्टों में कहा गया है कि क्वाड लीडर्स भी वैक्सीन डिलिवरेबल्स को रोल आउट करने और स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में कई उपायों की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं।
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व्हाइट हाउस के अधिकारी ने क्या कहा?
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि, ''चारों देशों के नेता काफी करीब से आपसी हित, वैश्विक चिंता के मुद्दों पर बात करने के लिए एक अवसर के लिए आशान्वित हैं। वे उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र का सामना कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दे, कोविड से संबंधित मामलों को लेकर काफी अहम बातचीत होगी। वे इस बारे में भी बात करेंगे कि बुनियादी ढांचे को कैसे आगे बढ़ाया जाए''। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने क्वाड सभा की अनौपचारिक प्रकृति को रेखांकित किया और कहा कि यह एक क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन नहीं है, लेकिन जैसा कि नेता हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, और उसी तरह के मुद्दों को संबोधित किया जाएगा।
'लगातार बढ़ रहा है सहयोग'
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि, ''हालांकि हमारे पास कई कार्य समूह हैं, और हम दैनिक आधार पर एक दूसरे की मदद कर आपसी सहयोग को बढ़ा रहे हैं।'' व्हाइट हाउस की तरफ से साफ स्पष्ट किया गया है कि क्वाड एक क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन नहीं है। उन्होंने कहा कि, ''हम मौजूदा माहौल में इंडो पैसिफिक के सामने आने वाली चुनौतियों से जुड़े विशेष मुद्दों का समाधान करने जा रहे हैं।
क्वाड पर जो बाइडेन की राय
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि, "राष्ट्रपति बाइडेन का मानना है कि अक्सर इस प्रकार की चर्चाएं स्क्रिप्टेड होती हैं, लेकिन वो वास्तव में एक ऐसे माहौल में सभी नेताओं के साथ बैठकर गहरी बातचीत करना चाहते हैं, जहां हर नेता एक दूसरे से अपनी बात और अपना दृष्टिकोण साझा कर सके और बताएं कि हर एक के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे क्या हैं''। व्हाइट हाउस अधिकारी ने कहा कि, ''जो बाइडेन का मानना है कि 21वीं शताब्दी में इंडो- पैसिफिक क्षेत्र में कई चुनौतियां आने वाली हैं और सामूहिक तौर पर ही हम उन चुनौतियों का सामना क सकते हैं। बाइडेन का मानना है कि क्वाड की अहमियत काफी ज्यादा है और ये एक बड़े ताने-बाने का काफी महत्वपूर्ण हिस्सा है''।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच समझौता
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि वह और उनके भारतीय समकक्ष और "प्रिय मित्र" नरेंद्र मोदी कम उत्सर्जन प्रौद्योगिकी साझेदारी और कम लागत वाले सौर कार्यक्रम सहित कुछ महत्वपूर्ण नई समझौतों पर सहमत हुए हैं, जो दोनों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करने में मदद करेंगे।
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